
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। पुलिया के दोनों तरफ दूर-दूर तक कहीं भी सड़क का नामोनिशान तक नहीं है हालांकि पुलिया के के पश्चिमी तरफ मामला उजागर होने के बाद मिट्टी डालकर सड़क का रूप रेखा तैयार जरूर किया गया लेकिन वह सिर्फ जांच करने गए अधिकारियों को गुमराह करने के लिए किया गया था हकीकत यह है कि अभी पुलिया के दोनों तरफ सड़क नहीं बनी है और पुलिया के पूर्वी तरफ तो दूर-दूर तक कहीं भी सड़क का नामो निशान ही नहीं है लेकिन सरपंच सचिव ने बिना सड़क की पुलिया बना दिए और अब मामला उजागर होने के बाद सीईओ जनपद पंचायत देवसर संजीव तिवारी स्थल पर जांच करने भी पहुंचे जहां सरपंच सचिव ने कुछ अपने चाहते ग्राम वासियों को बुलाकर पुलिया उपयोगी बताने की कोशिश कर रहे हैं।
सीईओ को गुमराह कर रहे सरपंच सचिव—
इस पुलिया के निर्माण को लेकर सीईओ जनपद पंचायत देवसर संजीव तिवारी को सरपंच सचिव गुमराह करने में लगे हुए हैं क्योंकि जांच करने पहुंचे सीईओ को सरपंच ने अपने कुछ चाहते ग्राम वासियों के समक्ष यह बताने की कोशिश किया कि यह पुलिया उपयोगी है एक मोहल्ले को जोड़ती है जबकि हकीकत क्या है यह सीईओ स्वयं देखे होंगे जहां पुलिया के दोनों तरफ कहीं भी सड़क का नामोनिशान नहीं है जब सड़क नहीं बनी है ऐसी स्थिति में मोहल्ले वासी इस पुलिया से आवागमन कैसे करेंगे। यह जनपद पंचायत देवसर के ग्राम पंचायत नौढ़िया में इन दिनों एक चर्चित पुलिया सुर्खियों में है दर असल यह पुलिया जिस अपने आप में विचारणीय पहलू है कुल मिलाकर पुलिया एवं वहां का दृश्य देखने पर अपने आप साबित हो रहा है कि यह पुलिया पूरी तरह से अनुपयोगी है।
जब पुलिया उपयोगी है तो मोहल्ले वासी आवागवन क्यों नहीं करते—
जांच करने पहुंचे सीईओ को सरपंच नौढ़िया ने यह बताया की पुलिया उपयोगी है मोहल्ले वासियों के हित में पुलिया बनाई गई है ऐसे में सवाल या खड़ा होता है कि जब पुलिया उपयोगी है और जिनके लिए यह पुलिया बनाई गई है वे सभी मोहल्ले वासी इस पुलिया से आवागमन क्यों नही करते और यदि लोग आवागमन करते हैं तो फिर इस पुलिया के बाद कहां जाते हैं आगे तो सड़क ही नहीं है वहां तो खेत है फसल है लोग पुलिया के बाद कहां जाते होंगे यह सरपंच को बताना चाहिए।
अब भुगतान पर लग सकता है ग्रहण—
चर्चित पुलिया की जांच करने पहुंचे सीईओ को भले ही सरपंच सचिव यह बताने की कोशिश किए हों की पुलिया उपयोगी है लेकिन जिस तरह से पुलिया के दोनों तरफ कहीं भी सड़क नजर नहीं आई तथा पुलिया से आवागमन होता नजर नहीं आया ऐसे में सीईओ बड़ी कार्यवाही कर सकते हैं और निश्चित रूप से भुगतान पर रोक लगा सकते हैं।।