उचित मूल्य दुकान से 103 क्विंटल खाद्यान्न चोरी

ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। जमोड़ी थाना अंतर्गत शासकीय उचित मूल्य दुकान धनखोरी से बीती रात 103 खाद्यान्न चोरी हो गया। तत्संबंध में सेल्समैन लालबहादुर सिंह ने जमोड़ी थाना में की गई लिखित रिपोर्ट में कहा कि 20 जून को दुकान खोलकर खाद्यान्न का वितरण किया गया। खाद्यान्न वितरण के उपरांत नया खाद्यान्न 103 बोरी चावल रात 8 बजे रखवाया और पुराना स्टाक सहित गिनती कर दुकान बंद करने के पश्चात गृहग्राम खिरखोरी चला गया। अगले दिन 21 जून को जब उचित मूल्य दुकान पहुंचा तो देखा कि दुकान का ताला टूटा है और चावल 84.27 क्विंटल एवं गेंहू 18.73 क्विंटल गायब है। जिसके बाद गांव वालों को बुलाकर जानकारी दी तथा अपने उच्च अधिकारियों को सूचना दी। उधर उचित मूल्य दुकान धनखोरी में फिर से खाद्यान्न चोरी होने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। पूर्व में भी उक्त दुकान से खाद्यान्न चोरी हो चुका है।
क्या ट्रक लेकर आए थे चोर—
जमोड़ी थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम धनखोरी में शासकीय उचित मूल्य दुकान से अनाज चोरी होने के मामले में तरह तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों के अनुसार विक्रेता द्वारा जो 103 क्विंटल अनाज चोरों की बात कहीं जा रही है। उसमें सच्चाई नहीं है। इस बात पर फोकस इस लिया जा रहा है कि चोर क्या अनाज चोरी करने के लिए ट्रक लेकर आए थे और अगर ट्रक लेकर आए थे तो जिस रात यह घटना बताई जा रही है। उसी रात दुकान के समीप ही एक किसान द्वारा अपने खेत को बराबर करने के लिए जेसीबी मशीन एवं ट्रैक्टर लगाया गया था। जब इस संबंध में उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि मेरे सामने कोई वाहन नहीं खड़ा हुआ है। चोरी हुई है या नहीं इसके बारे में मुझे जानकारी नहीं है। वहीं अन्य ग्रामीणों ने बताया कि इस तरह चोरी की बात विक्रेता द्वारा पूर्व में भी कही जा चुकी हैं। इसकी सच्चाई क्या हैं। यह तो जांच के बाद ही खुलासा होगा लेकिन चोरी की इस घटना पर लोगों को विश्वास नहीं हो रहा है।
थाने में दी गई चोरी की सूचना—
उचित मूल्य दुकान धनखोरी से चोरी गए अनाज की शिकायत विक्रेता लाल बहादुर सिंह द्वारा जमोड़ी थाने में दी गई है। जमोड़ी पुलिस सेल्समैन की शिकायत पर मामले को जांच में लिया है। सूत्र बताते हैं कि शासकीय उचित मूल्य दुकान धनखोरी में खाद्यान्न चोरी की यह कोई पहली घटना नहीं है। इसके पूर्व भी इस दुकान से खाद्यान्न चोरी हो चुका है लेकिन आज तक पूर्व की घटना का खुलासा न होने से सच्चाई से पर्दा नहीं हट सका है।