
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। मावन जीवन की सुरंक्षा हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। हम सब का प्रयास रहे कि सिंगरौली जिले को जीरो एक्सीडेंट जोन में तब्दील किया जाये। साथ ही जिले के सभी ब्लैक स्पाटो को चिन्हित कर दुर्घटना से मुक्त बनाया जाये। उक्त आशय के उद्गार कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित सड़क सुरंक्षा समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे सांसद सीधी सिंगरौली डॉ. राजेश मिश्र के द्वारा दिया गया। विदित हो कि सीधी सिंगरौली सांसद के अध्यक्षता एवं राज्यमंत्री पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग श्रीमती राधा सिंह, विधायक सिंगरौली रामनिवास शाह, विधायक देवसर राजेन्द्र मेश्राम, महापौर श्रीमती रानी अग्रवाल, कलेक्टर चन्द्रशेखर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक मनीष खंत्री, नगर निगम अध्यक्ष देवेश पाण्डेय, भाजपा जिलाध्यक्ष सुन्दरलाल शाह के उपस्थिति में सड़क सुरंक्षा समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर श्री शुक्ला के द्वारा समिति के सदस्यों का स्वागत करते हयें कहा कि जिले में सड़क सुरंक्षा कि क्रियाकलापो की निगरानी एवं किए जा रहे प्रबंधो के संबंधो में विस्तार से अवगत कराया गया। तत्पश्चात बैठक की अध्यक्षता कर रहे सांसद डॉ. मिश्र ने अधिकारियो एवं उपस्थित कम्पनियों के प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुयें कहा कि पहले मुझे विगत तीन वर्ष 2022 एवं 2023 तथा 2024-2025 में सड़क दुर्घटनाओं से कितनी मृत्यु हुई है तथा घायलो की संख्या से अवगत करायें। वही कितनी दुर्घटनाए कोल परिहवन वाहनो से तथा कितनी अन्य वाहना से हुई। कितनी दुर्घटनाए गौवंश सड़क में विचरण के कारण हुई। जिले में कितने ब्लैक स्पाट है। कितने कोयला एवं अन्य डस्ट वाहन तथा बसे प्रति दिन जिले में संचालित होती है। वही दुर्घटनाओं से बचाव के क्या उपाय किये जा रहे। इसकी निगरानी के लिए नोडल कौन है तथा घटना के उपरांत डायल 100 तथा 108 वाहन कितने समय पर घटनास्थल पर पहुंचते है। वही जिले में शराब के नशे के कारण औसत कितनी घटनाएं घटित हुई है। सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटना किस थाना क्षेत्र में घटित हो रही है। बड़े वाहनो से अब तक ओवर लोडिंग या नियम पालन करने वाले बड़े वाहनो एवं छोटे वाहनो पर कितना जुर्माना किया गया है। इसकी जानकारी संबंधित विभाग के अधिकारी तैयार कर मुझे प्रतिवेदन दे। सांसद डॉ. मिश्र के द्वारा यह भी निर्देश दिए गए कि जहां पर नवीन कोल ब्लाक तैयार हो रहे हैं। वे अपने परिवहन का अलग से रूट बनाए तथा जो सड़के खराब हुई हैं। उनको दुरूस्त किया जाना सुनिश्चित करे। बैठक में यह भी निर्देश दिए कि जिले में कितने ड्राईविंग सेंटर संचालित है। इनकी जॉच कलेक्टर एवं एसपी संयुक्त रूप से कर रिपोर्ट तैयार कराये तथा नियमानुसार कार्यवाही भी किया जाये। उन्होने जिला परिवहन अधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि नियमित रूप से वाहनो की जाँच करे। यह सुनिश्चित करे कि वाहनो का सही रजिस्ट्रेसन हो। साथ ही वाहनो के सभी कागजो की वैधता की भी जाँच करे। यह सुनिश्चित किया जाये कि यातायात नियमो का शत प्रतिशत पालन सुनिश्चित हो। साथ ही नशे की हालत में वाहन चालने वालो चालको के विरूद्ध सख्त कार्यवाही किया जायें। उन्होने लोक निर्माण विभाग एवं एमपीआरडीसी के अधिकारी को निर्देश दिए कि जिले की सभी सड़को का सर्वे करायें एवं दुघर्टना संबंधित क्षेत्रो को चिन्हित कर संकेतक लगाने की कार्यवाही करे। सांसद डॉ. मिश्रा ने निर्देश दिए कि सभी औद्योगिक कम्पनिया आम जन मानस से सौहार्द पूर्ण व्यावाहर के अपने अपने क्षेत्रो की यातायात व्यवस्था के सुधार हेतु सड़को की मरम्मत कराने में सहयोग करे। साथ ही यह सुनिश्चित करे कि गति अवरोधक बनाने के साथ ही वाहनो के आगे गति नियंत्रण के लिए कट्रोलर गाड़ी भी कम्पनियों के द्वारा चलाया जाये। साथ जिलाधिकारियो को निर्देश दिए गए कि ऐसे क्षेत्र जहा पर सड़को में अतिक्रमण किया गया है। दुर्घटना घटित होने की संभावना हो। वहा का अतिक्रमण तत्काल हटाए जाने की कार्यवाही करे। सांसद ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिए कि 108 सर्विस के दौरान आने वाले मरीजो का तत्काल ईलाज करे। पेपर वर्क में समय जाया नही किया जाये। ताकि मरीज का समय पर उचित उपचार मिल सके। बैठक में राज्य मंत्री पंचायत एवं ग्रामीण-विकास विभाग श्रीमती राधा सिंह ने निर्देश दिए कि ड्राईविंग लायसेंस पूर्ण परीक्षण के बाद ही जारी किया जाये। वही कोल परिहवन करने वाले बड़े वाहनो के चालक अनुभवी एवं 25 वर्ष की आयु से उपर है। उन्हे ही वाहन चालने के लिए दिया जाये। वही विधायक सिंगरौली ने कहा कि औद्योगिक कम्पनिया शासन के नियमानुसार क्षेत्रिय लोगो को रोजगार उपलब्ध कराये तथा बाजार एवं विद्यालय के आस पास की सड़को में वाहन निर्धारित गति सीमा में चले। वही विधायक देवसर ने कहा कि औद्योगिक कम्पनियां अपने क्षेत्रो की सड़को के प्रमुख चौराहो पर सीसीटीव्ही कैमरे अनिवार्य रूप से लगवाए तथा सड़को में लगातार नियम उल्लघन करने वालो का ड्राईविंग लायसेंस रद्द करने की कार्यवाही किया जाये। उन्होने जिला परिहवन अधिकारी को निर्देश दिए कि बड़े वाहनो के नम्बर प्लेट स्पष्ट रूप से हो। साथ ही चालक का मोबाईल नम्बर लिखा हो। रात्रि में चलने वाले वाहनो में आगे तथा पीछे की ओर रेडियम की पट्टी लगवाया जाना सुनिश्चित करे। उन्होंने निर्देश दिए कि कोल परिवहन वाहनो को रूट निर्धारित किया जाये। साथ ही इस रूट पर अलग से एम्बुलेश की व्यवस्था संबंधित कम्पनिया किया जाना सुनिश्चित करे। बैठक के अंत में सांसद डॉ मिश्र ने कहा कि विगत दिवस जो अमिलिया घाटी में दुर्घटना हुई है। वह अत्यंत ही दुखद है। ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति ना हो। इसके लिए हम सबको मिलकर उचित प्रबंधन करना होगा। हर तीन माह में सड़क सुरक्षा की बैठक आयोजित की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि आज की बैठक मे जो निर्णय लिए गए है। उनका शत प्रतिशत पालन प्रतिवेदन आगामी बैठक में प्रस्तुत किया जाए। बैठक के दौरान जनपद पंचायत देवसर के अध्यक्ष प्रणव पाठक, अपर कलेक्टर पी.के. सेन गुप्ता, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शिवकुमार बर्मा, एसडीएम सृजन बर्मा, राजेश शुक्ला, अखिलेश सिंह, सीएसपी पीएस परस्ते, जिला परिवहन अधिकारी बिक्रम सिंह राठौर सहित जिले के अधिकरियो सहित एनसीएल, एनटीपीसी, आडानी, रिलायंस पावर, हिंडालको, जेपी निगरी सहित कम्पनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।।