कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम ने माह भर पूर्व बनाई थी जाँच कमेटी, जाँच करने कमेटी कर रही शुभ मुहूर्त का इंतजार
जनपद पंचायत देवसर के बूढ़ाडाण पंचायत का मामला

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। सिंगरौली जिले के जनपद पंचायत देवसर अंतर्गत ग्राम पंचायत बूढ़ाडाण सरपंच सचिव के ऊपर स्थानीय ग्राम वासियों ने गंभीर आरोप लगाते हुए प्रशासन से जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। ग्राम वासियों ने जनपद कार्यालय देवसर में भी लिखित शिकायत सीईओ संजीव तिवारी से की है। इसके अलावा कलेक्टर सिंगरौली को भी शिकायत पत्र देकर कार्यवाही की मांग की गई है। इधर कलेक्टर ने ग्राम वासियों की शिकायत को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम देवसर को जांच कमेटी तैयार कर बिंदुवार जांच कर प्रतिवेदन सौंपने का निर्देश दिया था। कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम देवसर ने जांच कमेटी तो बनाई लेकिन अभी तक दुर्भाग्यवश कमेटी स्थल पर नहीं पहुंची और जांच नहीं हो पाई इधर जनपद कार्यालय से बनी जांच कमेटी भी किसी शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रही है। फिलहाल जांच न होने से ग्रामवासी काफी परेशान हैं। साथ ही प्रशासन के प्रति धीरे-धीरे ग्राम वासियों का भरोसा उठता जा रहा है।
सरपंच सचिव पर लगे हैं गंभीर आरोप—
बूढ़ाडाण सरपंच एवं सचिव के ऊपर ग्राम वासियों ने कई गंभीर आरोप लगाया है। प्रमुख रूप से बताया गया कि पिछले दो वर्ष के अंतराल में पंचायत में जितने भी निर्माण कार्य हुए हैं। सभी निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। कुछ निर्माण कार्य तो सिर्फ कागजों पर ही हुए हैं और राशि आहरित कर आपस में बंदरबाट कर ली गई है।
पुलिया नही बनी राशि खर्च—
बताया गया कि पंचायत के बैगान बस्ती में दो अलग-अलग मद से दो नाग पुलिया का निर्माण करने के नाम पर राशि हुई है लेकिन स्थल पर एक ही पुलिया बनी है। एक पुलिया गायब है। ऐसे में मांना जा रहा है कि सिर्फ कागजों पर पुलिया बनाकर करीब 15 लाख रुपए खर्च कर लिए गए हैं। फिलहाल इस आरोप में कितनी सच्चाई है। यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा लेकिन यदि ग्रामीणों के आरोप में सच्चाई है तो निश्चित रूप से ग्राम वासियों के साथ घोर अन्याय हुआ है।
पहली बारिश में ही ध्वस्त हो गया रपटा—
ग्राम वासियों द्वारा लगाए जा रहे आरोप पर यदि नजर डालें तो भ्रष्टाचार की कड़ी बहुत लंबी है। जोगदहवा नाले में अभी इसी वर्ष रपटा का निर्माण करीब 20 लाख रुपए खर्च कर किया गया था। ग्राम वासियों की माने तो जिस जगह हर रपटा का निर्माण कराया गया था। वहां कोई बस्ती नहीं है। फिर भी सरकारी राशि का दुरुपयोग कर रपटा तो बना दिया गया लेकिन गुणवत्ता का ध्यान नहीं दिया गया और नतीजा यह निकला की पहली बारिश में ही रपटा धराशाई हो गया और करीब 20 लख रुपए पानी में बह गए।
कई निर्माण कार्यों में हुई है गुणवत्ता की अनदेखी—
बताया गया की पंचायत में होने वाले तमाम निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की भारी चोरी की गई है। जिस वजह से सभी निर्माण कार्य अब अपने असली रूप में आने लगे हैं।
जाँच कमेटी कर रही मुहूर्त का इंतजार—
ग्राम वासियों ने पंचायत में लगातार हो रहे भ्रष्टाचार से आहत होकर स्थानीय प्रशासन से शिकायत की है। शिकायत को गंभीरता से लेते हुए जांच कमेटी तो बनाई गई लेकिन अब जांच कमेटी न जाने किस शुभ मुहूर्त का इंतजार कर रही है
ये हैं जाँच कमेटी मे शामिल—
जाँच दल मे वीरेन्द्र कुमार पटेल तहसीलदार तहसील देवसर, राजेन्द्र द्विवेदी खण्ड पंचायत अधिकारी जनपद पंचायत देवसर, त्रिलोकीनाथ चतुर्वेदी राजस्व निरीक्षक रा.नि.म. खडौरा तहसील देवसर संबंधित पंचायत समन्वय अधिकारी संबंधित ग्राम पंचायत के हल्का पटवारी शामिल हैं तथा जांच प्रतिवेदन अद्योहस्ताक्षरी को तीन दिवस में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया था।।