
ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। पुलिस अधीक्षक डॉ. रविंद्र वर्मा के कुशल नेतृत्व में आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सीधी स्थित सभागार में मासिक क्राइम मीटिंग का आयोजन किया गया। बैठक में जिले के अपराधों की समीक्षा, अपराध नियंत्रण, बाल संरक्षण, महिला सुरक्षा, नशीले पदार्थों की रोकथाम, और पुलिस डेटा प्रबंधन से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई।
बैठक में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अरविंद श्रीवास्तव, उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती गायत्री तिवारी, एसडीओपी चुरहट श्री आशुतोष द्विवेदी, एसडीओपी कुसमी सुश्री रोशनी ठाकुर, रक्षित निरीक्षक श्री वीरेंद्र कुमरे सहित जिले के समस्त थाना/चौकी प्रभारियों एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बाल संरक्षण पर विशेष चर्चा—
बैठक में बाल कल्याण समिति सीधी के अध्यक्ष श्री शांत शिरोमणि पयासी सहित समिति के सदस्यगण श्री सचिद्र मिश्रा, श्रीमती रंजना मिश्रा, श्री सिद्धार्थ तिवारी, श्री अजीत द्विवेदी एवं परिवीक्षा अधिकारी श्री अनुराग पाण्डेय विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में निम्न विषयों पर समन्वय स्थापित करने हेतु चर्चा की गई।
(1) गुमशुदा, घर से भागे एवं पोक्सो पीड़ित बच्चों के पुनर्वास की दिशा में प्रभावी प्रयास।
(2) बच्चों में बढ़ती नशाखोरी की प्रवृत्ति पर रोकथाम हेतु ठोस रणनीति।
(3) कबाड़ बीनने वाले बच्चों की पहचान कर पुनर्वास के प्रयास।
अपराध नियंत्रण एवं सख्त निर्देश—
पुलिस अधीक्षक डॉ.रविंद्र वर्मा द्वारा थाना कोतवाली से प्रारम्भ कर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों की मई माह की वर्तमान व पूर्व वर्षों की अपराध स्थिति का तुलनात्मक विश्लेषण किया गया। इसके साथ ही निम्न सख्त निर्देश दिए गए।
• नाबालिगों व युवाओं में नशाखोरी की बढ़ती प्रवृत्ति को रोकने हेतु मादक पदार्थों की धरपकड़ कर कठोर कार्रवाई की जाए।
• जुआ-सट्टा जैसे सामाजिक अपराधों पर सख्ती से अंकुश लगाया जाए।
• अवैध खनन एवं परिवहन में लिप्त व्यक्तियों पर कड़ी कार्रवाई कर दोषी वाहनों को राजसात किया जाए।
• मोटर व्हीकल एक्ट के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई करते हुए सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के प्रयास हों।
• चोरी एवं गृहभेदन के मामलों में शीघ्र गिरफ्तारी कर शत-प्रतिशत संपत्ति की बरामदगी सुनिश्चित की जाए।
• जनशिकायतों की त्वरित जांच कर निष्पक्ष और न्यायसंगत कार्रवाई की जाए।
• लोक शांति में बाधा डालने वाले तत्वों पर न्यायालयीन प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की जाए।
• लंबित स्थायी व गिरफ्तारी वारंट मामलों में शीघ्र गिरफ्तारी कर लंबित संख्या को शून्य तक लाया जाए।
• महिला एवं बाल अपराधों को गंभीरता से लेकर आरोपियों पर कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
• महिला यौन उत्पीड़न के मामलों में आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने की कार्रवाई की जाए।
• चिन्हित व गंभीर मामलों में ट्रायल प्रक्रिया को तेज कर पीड़ितों को शीघ्र न्याय दिलवाना सुनिश्चित किया जाए ताकि दोषी आरोपियों को सजा मिल सके।
पुलिस डेटा प्रबंधन में सुधार हेतु प्रशिक्षण—
इसी दौरान सीसीटीएनएस पोर्टल पर दर्ज सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों और e-dar पोर्टल में दर्ज आंकड़ों के बीच की विसंगतियों को दूर करने, साथ ही iRAD (Integrated Road Accident Database) पोर्टल पर दुर्घटना संबंधी विवरण की सटीक एंट्री सुनिश्चित करने के उद्देश्य से समस्त थाना प्रभारियों को तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान किया गया। यह प्रशिक्षण जिला रोल आउट प्रबंधक श्री आशुतोष सिंह (NIC, सीधी) द्वारा दिया गया। जिसमें पुलिस अधिकारियों को सड़क दुर्घटनाओं से जुड़े डेटा के समेकन, शुद्धता और समन्वय के लिए आवश्यक तकनीकी प्रक्रियाओं की जानकारी दी गई। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य पुलिसिंग की पारदर्शिता, जवाबदेही और डेटा आधारित निर्णय क्षमता को सुदृढ़ करना है।