देश भर में महाशिवरात्रि की धूमः 10 हजार नागा साधुओं ने किया बाबा विश्वनाथ के दर्शन, महाकाल में भक्तो का लगा अंबार

ऑपरेशन टाईम्स उज्जैन/वाराणसी।। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर काशी नगरी शिवमय हो गई है। पूरे शहर में हर-हर महादेव के जयकारे गूंज रहे हैं। काशी विश्वनाथ मंदिर में भगवान भोलेनाथ के दर्शन के लिए भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। इस विशेष अवसर पर करीब 10 हजार नागा साधु, गदा-तलवार लहराते हुए, बाबा विश्वनाथ का दर्शन करने पहुंचे। उज्जैन में महाकाल पर सतत जल की धारा अर्पित होती रहेगी। भगवान महाकाल को सप्तधान्य- चावल, मूंग खड़ा, तिल, मसूर खड़ा, गेहूं, जौ, साल का मुखौटा धारण कराया जाएगा। सवा मन फूलों का मुकुट बांधकर सोने के कुंडल, छत्र और मोरपंख और सोने के त्रिपुंड से सजाया जाएगा। चांदी के बिल्वपत्र और सिक्के न्यौछावर किए जाएंगे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी पत्नी समेत बाबा महाकाल के दर्शन करने पहुंचे। काशी में महाशिवरात्रि के दिन नागा साधुओं की भव्य शोभायात्रा देखने लायक रही। हाथ में गदा, त्रिशूल, और शरीर पर भस्म लगाए इन संतों ने शिवभक्ति में लीन होकर नगर भ्रमण किया। श्रद्धालु उनकी झलक पाने के लिए आतुर दिखे। शोभायात्रा में हाथी-घोड़े की सवारी और साधुओं के आकर्षक स्वरूप ने माहौल को दिव्यता से भर दिया।रात से ही श्रद्धालु दर्शन के लिए कतारबद्ध हो गए थे। तड़के 2:15 बजे बाबा विश्वनाथ की मंगला आरती हुई और मंदिर के पट भक्तों के लिए खोल दिए गए। आधी रात से ही लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए मंदिर के बाहर इंतजार कर रहे थे। अब तक 2.37 लाख से अधिक भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन कर चुके हैं। इस बार महाशिवरात्रि पर करीब 25 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। मंदिर प्रशासन के मुताबिक, मंदिर अगले 69 घंटे तक दर्शन के लिए खुला रहेगा। महाशिवरात्रि और महाकुंभ का यह दुर्लभ संयोग छह साल बाद बना है। इससे पहले, 2019 के कुंभ के दौरान भी काशी में महाशिवरात्रि पर 15 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार यह संख्या और अधिक होने की उम्मीद है। नागा साधुओं के दर्शन के लिए लाखों भक्त रातभर सड़कों के किनारे खड़े रहे। काशी विश्वनाथ मंदिर के अलावा, देशभर के 12 ज्योतिर्लिंगों में भी भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। उज्जैन में महाकाल मंदिर के पट मंगलवार रात 2:30 बजे खोल दिए गए और भक्त लगातार 44 घंटे तक दर्शन कर सकेंगे। सोमनाथ मंदिर में भी 42 घंटे तक दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई है।
–