शिकायतकर्ताओं को भटकाने वाले थानेदारों को डीजीपी ने लगाई फटकार

ऑपरेशन टाईम्स भोपाल।। पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने अपने ही विभाग के अधिकारियों के लचर रवैये पर जनसुनवाई में खासी नाराजगी व्यक्त की है। उन्होंने एमपीनगर पुलिस को निर्देश दिए हैं कि किसी भी शिकायतकर्ता के आवेदन पर टालमटोल करके वे अपने दायित्व से बचने का प्रयास न करें। पिछले छह महीने से अपनी ही कार पाने के लिए थाने दर थाने भटकने वाली पूर्व जनसंपर्क अधिकारी के आवेदन पर उन्होंने सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाणा ने अपना कार्यभार संभालने के बाद से ही जनसुनवाई में ऐसे प्रकरणों को शामिल करने के निर्देश दिए हैं जिनसे पुलिस की कार्यप्रणाली में सुधार स्पष्ट दिखाई दे। प्रदेश के विभिन्न जिलों से लगभग निराश हो चुके नागरिकों को राहत दिलाने के लिए पुलिस मुख्यालय में मंगलवार को जनसुनवाई की जाती है। पुलिस महानिदेशक स्वयं इस जनसुनवाई में हर आवेदक की बात सुनकर समुचित निराकरण करने का प्रयास कर रहे हैं। इससे दूरदराज से आने वाले नागरिकों को उचित मार्गदर्शन और समाधान प्राप्त हो रहा है। पुलिस मुखिया के दरबार में पहुंची सेवानिवृत्त जनसंपर्क अधिकारी उमा भार्गव ने उन्हें बताया कि वे पिछले छह महीनों से अपनी ही गाड़ी वापस पाने के लिए राजधानी के एमपीनगर और कोलार रोड थाने के चक्कर लगा रहीं हैं। पुलिस वालों ने फर्जी दस्तावेजों के नाम पर कार हड़प लेने वाले असामाजिक तत्वों को ही उनकी गाड़ी थमा दी है। भार्गव ने अपने साथ हुई धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज करने का निवेदन भी किया लेकिन पुलिस ने आज तक न तो प्रकरण दर्ज किया है, न गाड़ी जब्त की है और न ही उन्हें उनकी गाड़ी वापस दिलाई गई है। इस कार के मूल दस्तावेज उन्हीं के पास हैं और परिवहन अधिकारी ने भी कार के स्वामित्व के हस्तांतरण पर रोक लगा दी है। सुश्री भार्गव ने बताया कि उनकी टाटा इंडिगो कार क्रमांक एमपी 04सीएल 1188 को खुद को पत्रकार बताने वाला शुभकरण पांडे नाम का व्यक्ति ले गया है। वह पुलिस वालों पर खुद को पत्रकार बताकर धौंस जमाता रहता है।