‘लुटेरी दुल्हन’ समेत चार पर एफआईआर दर्ज, तलाश जारी
न्यायालय के दखल पर चोरहटा पुलिस ने लिया एक्शन

ऑपरेशन टाईम्स रीवा।। पुलिस विभाग के एमटी शाखा में सेवा दे चुके प्रधान आरक्षक को लाखों रुपये की चपत लगाने वाली लुटेरी दुल्हन समेत चार के खिलाफ चोरहटा थाना में कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने कार्रवाई किया है। हालांकि मामला दर्ज होने के बाद से आरोपी फरार हैं। जिनकी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। खास बात यह है कि पीड़ित के साथी पुलिसकर्मी ने ही इस पूरे घटनाक्रम का चक्रव्यूह रचा था। मामले की जानकारी देते हुये अधिवक्ता हरीश कुमार पाण्डेय ने बताया कि एमटी शाखा में पदस्थ प्रधान आरक्षक महेन्द्र कुमार विश्वकर्मा निवासी चोरहटा का अप्रैल 2017 में एक्सीडेंट हो गया था। जिसके चलते सिर पर गंभीर चोट आई थी। ऐसी स्थिति में कई दिनों तक उनका जबलपुर में उपचार चला। जिसके बाद उन्होंने पुलिस विभाग से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली। इसी बीच उनके साथ काम करने वाला प्रधान आरक्षक राजेश साकेत ने अपनी कथित मुहबोली बहन अनुराधा साकेत को उनके घर ले गया और बोला कि इसे घर पर काम पर रख लो। साथी की बातों में आकर पीड़ित ने अनुराधा को घर पर काम दे दिया। इस बीच अनुराधा की बहन व मां का भी आना-जाना होने लगा। अप्रैल 2020 में अनुराधा ने पीड़ित पर दबाव बनाया और आत्महत्या कर झूठे मामले में फंसाने की धमकी देकर नोटराइज्ड शादी कर लिया। इसके बाद साथी प्रधान आरक्षक राजेश दोनों को चिरहुला मंदिर ले जाकर भी शादी करा दिया। इस दौरान अनुराधा की बहन सुनीता साकेत व मां दुईजी साकेत भी मौजूद थी। शादी के कुछ दिन बाद ही अनुराधा समेत अन्य लोगों ने पीड़ित प्रधान आरक्षक के खाते से पांच लाख नगदी समेत एटीएम से लाखों रुपये निकाले और घर में रखे जेवरात लेकर गायब हो गये। अपने साथ हुई इस ठगी की शिकायत प्रधान आरक्षक ने चोरहटा थाना समेत पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। लिहाजा उन्होंने अधिवक्ता के माध्यम से न्यायालय की शरण लिया और परिवाद दायर किया। जिसे संज्ञान में लेते हुये न्यायालय ने एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।

दर्जनों लोग हो चुके शिकार—
लुटेरी दुल्हन का दर्जनों लोग शिकार हो चुके हैं। अधिवक्ता की माने तो उनके पास इस तरह के करीब दस नाम है। जिन्हें पूर्व में अनुराधा ने शिकार बनाया है। नोटरी अथवा मंदिर में उनसे शादी किया और बाद में चपत लगाकर फरार हो गई। जहां बात नहीं बनी तो संबंधित के खिलाफ झूठा मामला दर्ज करा दिया। इन्ही सब तथ्यों को एकत्रित कर न्यायालय में पेश किया गया। जिसके आधार पर एफआईआर का आदेश हुआ है।
आरोपी प्रधान आरक्षक की पत्नी है अनुराधा—
अधिवक्ता हरीश पाण्डेय ने बताया कि परिवाद के दौरान जब उन्होंने जानकारी एकत्रित करना शुरू किया तो चौकाने वाला तथ्य सामने आया। दरअसल आरोपी प्रधान आरक्षक राजेश साकेत ने अनुराधा को अपनी मुंहबोली बहन बता कर पीड़ित से मिलवाया था। लेकिन बाद में पता चला कि वह प्रधान आरक्षक की बहन नहीं पत्नी है। दोनों परिवार के साथ मिलकर ही घटनाओं को अंजाम देते हैं।
इन धाराओं के तहत हुई एफआईआर—
न्यायालय के आदेश पर चोरहटा पुलिस ने 1 अक्टूबर 2024 को मुख्य आरोपी अनुराधा साकेत, उसकी मां दुईजी साकेत एवं बहन सुनीता साकेत समेत प्रधान आरक्षक राजेश साकेत के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 429/24 में धारा 120बी, 406, 386, 380, 417, 419, 420, एवं 383/34 के तहत प्रकरण कायम किया गया है। जिसे विवेचना में लिया गया है।