
ऑपरेशन टाइम्स सिंगरौली।। कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत परसौना माड़ा मार्ग पर कोयला वाहक ट्रेलर ने मोटरसाइकिल सवार दूध विक्रेता को टक्कर मार दी। हादसे में दूध विक्रेता की मौके पर ही मौत हो गई। मृतक की पहचान चाचर गांव निवासी अन्नेलाल पाल पिता सिद्धनाथ पाल उम्र पचास वर्ष के रूप में हुई है। वह रोजाना की तरह दूध लेकर बैढ़न शहर की ओर जा रहे थे। इसी दौरान परसौना के पास अनियंत्रित ट्रेलर ने उनकी मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी और मौके पर उनकी मौत हो गयी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यह हादसा तेज रफ्तार टेलर और हाइवा ट्रकों की लापरवाही का नतीजा है। जो इस मार्ग पर लगातार तांडव मचाए हुए हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई निर्दोष नागरिक इस मार्ग पर अपनी जान गंवा चुके हैं। बावजूद इसके प्रशासन और जिम्मेदार जनप्रतिनिधि मूकदर्शक बने हुए हैं। स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश है। उनका कहना है कि वर्षों से वे सड़क चौड़ीकरण की मांग कर रहे हैं। कई बार आवेदन दिए गए। जन आंदोलन किए गए लेकिन प्रशासन ने सिर्फ खानापूर्ति करते हुए कुछ गड्ढे भरवा दिए। अब तक ठोस निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया। हादसों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन समाधान कहीं नजर नहीं आता। बैढ़न थाना प्रभारी अशोक सिंह परिहार के अनुसार ट्रेलर एनसीएल की कोयला खदान से अदानी पावर प्लांट की ओर जा रहा था। हादसे के बाद स्थानीय लोगों और मृतक के परिजनों ने सड़क जाम कर दिया। आक्रोशित लोगों की मांग थी कि ट्रेलर मालिक और चालक पर आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाए। साथ ही कंपनी की ओर से मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता दी जाए। इस दौरान परसौना से माडा और सरई जाने वाला मार्ग घंटो जाम रहा। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तथा एसडीएम सहित जनप्रतिनिधि तथा प्रशासन के लोग परिजनों को समझाइस देते रहे। मौके पर पहुंचे एसडीएम सृजन वर्मा ने बताया कि मृतक के परिजनों तथा जिला प्रशासन के साथ वार्ता हुयी है। जिसमें जिला प्रशासन की ओर से साढ़े छः लाख रूपये प्रदान किये जायेंगे तथा मृतक संबल के पात्र होंगे तो उन्हें और चार लाख रूपये मिलेंगे। साथ ही मृतक के पुत्र को योग्यतानुसार एक नौकरी प्रदान की जायेगी। सड़क चौड़ीकरण तथा कोयला परिवहन के लिए अलग मार्ग की बात पर उन्होने कहा कि इसके प्रस्ताव भेजा जा चुका है। जल्द ही इसपर अमल किया जायेगा। जिला प्रशासन की समझाईस के बाद मृतक के परिजनों ने धरना समाप्त किया और आवागमन प्रारंभ हो सका।