
नई दिल्ली।। ईरान पर अमेरिकी हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक में तीखी बहस हुई। रूस, चीन, पाकिस्तान और अन्य देशों ने एक मसौदा प्रस्ताव पेश किया। इसमें पश्चिमी एशिया में तत्काल और बिना शर्त युद्ध विराम की मांग की गई है। इजरायल ने दावा किया है कि उसने ईरान के 6 एयरबेस पर हमला किया है। आईडीएफ ने ईरान के मध्य, पूर्वी और पश्चिमी ईरान में 6 हवाई अड्डों पर बमबारी की है। आईडीएफ ने कहा कि ड्रोन हमले में उसने 15 ईरानी लड़ाकू विमानों और है। हेलीकॉप्टरों को नष्ट कर दिया है। इजरायली सेना लगातार ईरान पर बमबारी कर रही है। खबर सामने आई है कि इजरायली सेना ने ईरान की राजधानी तेहरान और कराज को निशाना बनाया है।
अमेरिकी हमला एक खतरनाक मोड़—
संयुक्त राष्ट्र महासभा के महासचिव एंटोनियो गुटरेस ने कहा कि ईरान के परमाणु ठिकानों पर अमेरिकी हमला एक खतरनाक मोड़ है। हमें तुरंत और निर्णायक रूप से कार्रवाई करनी होगी, ताकि लड़ाई रोकी जा सके। ईरान के परमाणु कार्यक्रम पर गंभीर और बातचीत फिर से शुरू हो सके। रूस और चीन ने हमले की निंदा निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत फु फु कोंग ने कहा कि पश्चिम एशिया में हथियार के बल पर शांति स्थापित नहीं की जा सकती है। संवाद और कूटनीति ही समाधान का सही रास्ता है। ईरानी परमाणु मुद्दे पर कूटनीतिक विकल्प अभी समाप्त नहीं हुए हैं। शांति का रास्ता अब भी खुला है। रूस के राजदूत वासिली नेबेजिया ने ईरान पर हमले की तुलना ईराक युद्ध से की। उन्होंने कहा कि एक बार फिर अमेरिका हमें काल्पनिक कहानी परोस रहा है। अमेरिका के इस कदम से पश्चिम एशिया में लाखों लोगों को पीड़ा झेलनी पड़ेगी। इससे पता चलता है कि अमेरिका ने इतिहास से कुछ नहीं सीखा।
इजरायल के कई शहरों में बिजली ठप—
ईरान ने आज इजरायल पर ताबड़तोड़ बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं। ताजा हमले में इजरायल के दक्षिणी इलाके की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। ईरान ने इजरायल इलेक्ट्रिक कॉरपोरेशन पर हमला किया। इसके कारण कई शहरों की बिजली चली गई है। ईरानी हमले के दौरान करीब 35 मिनट तक पूरे इजरायल में सायरन बजता रहा। ईरान पर अमेरिकी हमले का असर पाकिस्तान में देखने को मिल रहा है। पाकिस्तान ने क्षेत्रीय स्थिति की चर्चा के लिए हस्ष्ट की एक आपात बैठक बुलाई है। ईरान-इजरायल युद्ध में अब तक 950 ईरानी नागरिकों की मौत हुई है। वॉशिंगटन आधारित मानवाधिकार समूहों के अनुसार इजरायली हमलों में 950 ईरानी नागरिक मारे गए हैं। 3450 से अधिक घायल हुए हैं। इजरायल ने कहा कि युद्ध में अब तक 24 नागरिकों की मौत हुई है जबकि 1000 से अधिक नागरिक घायल हैं।
निर्णायक कार्रवाई का समय हैः अमेरिका—
सुरक्षा परिषद की बैठक में अमेरिका ने कहा कि अब निर्णायक कार्रवाई का समय है। अमेरिका ने सुरक्षा परिषद से अपील की है कि ईरान से कहा जाए कि वह इजरायल को मिटाने की अपनी नाकाम कोशिशों को समाप्त करे। परमाणु हथियार बनाने की अपनी कोशिशों को रोकें। ईरान परमाणु कार्यक्रमों को छिपाता रहता है। कतर ने गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए चेतावनी दी है कि यह तनाव भयावह रूप ले सकता है। साथ ही कुवैत, कतर और सऊदी अरब सहित आइएइए ने परमाणु साइट से किसी तरह के रेडिएशन के रिसाव की कोई सूचना नहीं दी है। मिस्र, जॉर्डन और यूएई जैसे देशों ने भी सभी पक्षों से क्षेत्रीय अस्थिरता से बचने का आग्रह करते हुए आगे तनाव नहीं बढ़ाने का आग्रह किया है।