उत्तराखंड के बाद आज हिमाचल के किन्नौर में फटा बादल
कैलाश यात्रा पर गए सैंकड़ों श्रद्धालु फंसे

नई दिल्ली।। मंगलवार को ही उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटने की घटना सामने आई थी। जिसके एक ही दिन बाद आज हिमाचल के किन्नौर में बादल फट गया है। किन्नौर स्थित तंगलिंग में बादल फटने से बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए है। बाढ़ के चलते भारी संख्या में कैलाश यात्रा पर जा रहे श्रद्धालु फंस गए है। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस की 17वीं बटालियन की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंच बचाव कार्य शुरु किया और फंसे हुए सैंकड़ों श्रद्धालुओं को निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया। पानी के बहाव के साथ पहाड़ों से चट्टानें और मलबा भी बह कर सड़कों पर जमा होने लगा है। घटना के भयानक दृश्यों के वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे है।
413 तीर्थयात्रियों को रेस्क्यू किया—
पानी के तेज बहाव के चलते कैलाश यात्रा रूट मे पड़ने वाले तांगलिपी और कांगरंग नालों के पुल बह गए है। बचाव कार्य में लगी टीमों ने जिपलाइन की मदद से 413 तीर्थयात्रियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। अन्य यात्रियों को बचाने के के लिए लगातार रेस्क्यू 500 से ज्यादा सड़कें इसके चलते बंद हो गई है। प्रशासन और ऑपरेशन चलाए जा रहे है। जानकारी के अनुसार किन्नौर के रिब्बा गांव के पास रालडांग खड्ड में भी बादल फटा है। इसके चलाते नेशनल हाईवे-5 पूरी तरह से जाम हो गया। बड़े बड़े पत्थर और कीचड़ हाइवे पर बह के आ गया जिसके चलते हाइवे को बंद करना पड़ा। हालांकि अभी तक घटना में किसी के हताहत होने की कोई खबर सामने नहीं आई है।
राज्य की 500 से ज्यादा सड़कें बंद—
राज्य में लगातार हो रही बारिश और बादल फटने से हो रही बाढ़ की घटनाओं के चलते तबाही मची हुई है। पहाड़ों के हिस्से टूट टूट कर रास्तों पर जमा हो रहे है जिसके चलते कई दुर्घटना हो चुकी है। बचाव कार्य चलाए जा रहे है। बदौलत भारी संख्या में लोगों सुरक्षित निकाला जा रहा है। सुरक्षा बलों की टीमें लगातार लोगों की सुरक्षा के लिए इंतजाम कर रही है। दुर्घटना वाले क्षेत्रों मैं तुरंत सहायता पहुंचाई जा रही है।
उत्तरकाशी की बाढ़ में मरे 4 लोग—
इससे पहले मंगलवार को उत्तरकाशी जिले के धराली गांव में बादल फटा था। इस घटना में 4 लोगों के मरने की पुष्टि की गई थी जबकि सेना के 11 जवानों समेत 50 से अधिक लोग अभी भी लापता है।
राज्य की धामी सरकार इस घटना के बाद तुरंत एक्शन—
गृहमंत्री अमित शाह ने भी घटना के तुरंत बाद राज्य के मोड में आई थी और उन्होंने युद्ध स्तर पर बचाव कार्य करने के आदेश दिए थे। देश के प्रधानमंत्री मोदी और सीएम पुष्कर सिंह धामी से फोन पर बात की थी और हर संभव मदद पहुंचाने का आश्वासन दिया था।
रालडांग खड्डु में भी बादल फटा, एनएच-5 ठप—
किन्नौर के रिब्बा गांव के पास रालडांग खड्ड में भी बादल फटने से भारी बाढ़ आई और नेशनल हाईवे-5 का बड़ा हिस्सा कीचड़ और मलबे से पाट गया। हाईवे के करीब 150 मीटर क्षेत्र में बड़े-बड़े पत्थर जमा हो गए हैं। जिससे यातायात पूरी तरह से बंद है। सौभाग्य से अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं मिली है।
राज्य भर में 500+ सड़कें बंद, स्कूलों में छुट्टी—
राज्य में मानसून की बारिश कहर बनकर टूटी है। चंडीगढ़-मनाली हाईवे समेत शिमला, मंडी, सोलन और कुल्लू जिलों में भूस्खलन के कारण 500 से ज्यादा सड़कों पर यातायात ठप है। एहतियात के तौर पर कई जिलों के स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है।