आतिशी ने दिल्ली के छठे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की
सुषमा स्वराज और शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला सीएम बनी

नई दिल्ली।। आप नेता आतिशी ने दिल्ली के छठे मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। उपराज्यपाल वी.के.सक्सेना ने राज निवास में आतिशी और उनके मंत्रिपरिषद को शपथ दिलाई है। चार मौजूदा मंत्री गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और इमरान हुसैन अपनी जगह बरकरार रखेंगे जबकि दलित विधायक मुकेश अहलावत कैबिनेट में नया चेहरा है। एक मंत्री पद अभी भी खाली रहेगा। भाजपा की सुषमा स्वराज और कांग्रेस की शीला दीक्षित के बाद आतिशी दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री होंगी। केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी को विधायक दल का नेता चुना गया था।
इससे पहले कालकाजी सीट से विधायक आतिशी, दिल्ली सरकार में कई विभागों की जिम्मेदारी संभाल चुकी हैं। शराब नीति मामले के सीबीआई केस में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सशर्त जमानत मिले। जिसके मुताबिक उन्हें अपने कार्यालय या सचिवालय जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके साथ ही उन फाइलों के अलावा वो किसी भी फाइल पर हस्ताक्षर नहीं कर पाएंगे। जिन्हें उपराज्यपाल की ओर से मंजूरी दी जानी है।
इससे पहले आतिशी मंगलवार शाम को केजरीवाल के साथ राज निवास में उपराज्यपाल से मिलने गई थी। जहां उन्होंने अपना इस्तीफा सौंप दिया था और उन्होंने सरकार बनाने का दावा पेश किया था।आप नेता 26-27 सितंबर को बुलाए गए विशेष सत्र में 70 सदस्यीय विधानसभा में अपनी सरकार का बहुमत साबित करेंगी। जमानत पर रिहाई के बाद केजरीवाल ने कहा था कि अगर अगले चुनाव में लोग उन्हें ईमानदार मानते हैं तो वह फिर से इस पद पर लौट आएंगे। मनोनीत मुख्यमंत्री आतिशी ने शुक्रवार को उनके प्रति समर्थन व्यक्त किया और दावा किया कि केवल उनका (केजरीवाल) नेतृत्व ही मुफ्त बिजली और पानी सुनिश्चित करके दिल्लीवासियों के लिए बेहतर जीवन और उज्वल भविष्य सुनिश्चित कर सकता है।
आतिशी का चुनावी सफर—
आतिशी का जन्म दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर विजय कुमार सिंह और त्रिप्ता वाही के घर 8 जून 1981 को हुआ। आरंभिक शिक्ष स्प्रिंगडेल स्कूल में हुई और स्रातक की शिक्ष सेंट स्टीफंस कॉलेज से इतिहास में हासिल की। इसके बाद शेवनिंग छात्रवृत्ति पर वह ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय परास्नातक की डिग्री लेने चली गई। कुछ साल बाद ही उन्होंने ऑक्सफोर्ड से शैक्षिक अनुसंधान में रोड्स स्कॉलर के रूप उन्होंने परास्रातक की एक और डिग्री हासिल की। इसके बाद आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में शिक्षक बन गईं। वह जैविक खेती और शिक्षा पर सक्रिय रही। इस सिलसिल में वह भोपाल के एक हृत्त्रह के साथ काम करने लगी। इस एनजीओ में काम करते समय वह क्कऔर वकील प्रशांत भूषण के संपर्क में आईं। इसके बाद वह अन्ना आंदोलन में सक्रिय रही हैं और अब आम आदमी पार्टी के प्रमुख चेहरा हैं। आतिशी साल 2013 में आम आदमी पार्टी से जुड़ीं।