फरवरी माह के अंतिम दिन एमपी में रिश्वतखोरों पर हुआ ताबड़तोड़ एक्शन, 1 ही दिन में पकड़ाए 5 रिश्वतखोर…
एक के बाद एक हुई रिश्वतखोरी के विरुद्ध कार्यवाही से मचा हड़कंप, सहम गए रिश्वतखोर

ऑपरेशन टाईम्स भोपाल।। मध्यप्रदेश में फरवरी महीने के आखिरी दिन रिश्वतखोरों पर ताबड़तोड़ एक्शन हुआ। एक ही दिन में प्रदेश में 5 रिश्वतखोरों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा गया है। दो कार्रवाई लोकायुक्त ने की हैं। तो वहीं दो EOW ने। एक दिन में 5 रिश्वतखोरों के पकड़े जाने से एक बार फिर ये सवाल उठने लगा है कि प्रदेश में बिना रिश्वत के सरकारी दफ्तरों में काम नहीं हो रहा है। हालांकि लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू लगातार रिश्वतखोरों को पकड़ रही है लेकिन फिर भी रिश्वतखोरी खत्म नहीं हो रही है।
इन 4 जिलों में पकड़ाए रिश्वतखोर—
(1) सागर—
सागर जिले के मालथौन एसडीएम कार्यालय में पदस्थ सहायक रीडर वेदनारायण यादव को सागर EOW की टीम ने 50 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा है। सागर EOW दफ्तर में महेन्द्र कुमार नाम के किसान ने सहायक रीडर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में फरियादी महेन्द्र कुमार ने बताया था कि उसकी झोलसी गांव में कृषि भूमि है। जिसका नामांतरण और अवैध कब्जा हटाने संबंधी प्रकरण एसडीएम कार्यालय मालथौन में करीब एक साल से लंबित है और सहायक रीडर उससे 50 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहा है। जिस पर कार्रवाई करते हुए रिश्वतखोर सहायक रीडर को रंगेहाथों पकड़ा गया।
(2) हरदा—
सागर के हरदा में आरटीओ के बाबू सज्जन सिंह घसोरिया को भोपाल EOW की टीम ने 50 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए पकड़ा है। रिश्वतखोर बाबू ने बस का रजिस्ट्रेश रद्द न करने के एवज में बस मालिक सुरेंद्र तनवानी से 50 हजार रूपए की रिश्वत मांगी थी। EOW टीम ने जब बाबू सज्जन सिंह घसोरिया को पकड़ा तो उसके पास से 1 लाख रूपए कैश मिला है। ये पैसा कहां से आया। इसकी भी जांच की जा रही है।
(3) सिवनी—
सिवनी में लोकायुक्त की टीम ने रिश्वतखोर जोड़ी को पकड़ा। यहां आपूर्ति कार्यालय में रिश्वत लेते हुए कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी ज्योति पटले और सेल्समैन कैलाश सनोडिया लोकायुक्त के हत्थे चढ़े हैं। आरोपियों ने 73 हजार रूपए की रिश्वत की मांग की थी। जिसके बाद सौदा 40 हजार रूपए में तय हुआ था। सेल्समैन कैलाश सनोडिया अधिकारी ज्योति पटले के कहने पर रिश्वत ले रहा था। लोकायुक्त दोनों के खिलाफ लोकायुक्त ने मामला दर्ज किया है।
(4) बुरहानपुर—
बुरहानपुर में जिला अस्पताल में पदस्थ लेखापाल राधेश्याम चौहान को इंदौर लोकायुक्त की टीम ने 15 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा है। रिश्वतखोर राधेश्याम चौहान ने जिला अस्पताल के ही निलंबित अकाउंटेंट अशोक पठारे से 20 हजार रूपए की रिश्वत की मांग की थी। फरियादी अशोक पठारे के मुताबिक उसके मेडिकल क्लेम की राशि के भुगतान के एवज में उससे रिश्वत मांगी जा रही थी और वो पूर्व में 5 हजार रूपए जिला अस्पताल अकाउंटेंट राधेश्याम चौहान को दे भी चुका था।