राज्यमंत्री ने जिला सहकारी बैंक एवं समिति सदस्यों के साथ की समीक्षा बैठक

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। सहकारी समितियां आपसी सहायता और कल्याण के सिद्धांत पर काम करती हैं। इनमें सदस्य अपने अपने संसाधनों को एकत्र करके उनका अधिकतम उपयोग करते हैं। उससे मिलने वाले लाभ को आपस में बांट लेते हैं। सहकारी समितियों में सदस्यता के लिए कोई जाति, लिंग, वर्ण या धर्म का प्रतिबंध नहीं होता। सहकारी समितियों में सदस्यता स्वैच्छिक होती है। यानी कोई भी व्यक्ति किसी भी समय सहकारी समिति का सदस्य बन सकता है और जब चाहे उसका सदस्य बना रह सकता है या सदस्यता छोड़ सकता है। उक्त आशय की जानकारियों से युक्त समीक्षा बैठक चितरंगी में राज्य मंत्री राधा सिंह ने की। राज्य मंत्री ने जिला सहकारी बैंक से संबद्ध समिति के सदस्यों के साथ उपखंड अधिकारी चितरंगी की अध्यक्षता में राज्यमंत्री राधा सिंह ने उपखंड कार्यालय में सहकारी बैंक चितरंगी की समीक्षा बैठक में भाग लिया। बैठक में उपखंड अधिकारी चितरंगी सुरेश जादव, तहसीलदार चितरंगी ऋषि नारायण सिंह, कनिष्ठ खाद्यपूर्ति अधिकारी सम्मी पटले, नोडल अधिकारी गुंजारी लाल तिवारी, शाखा प्रबंधक चितरंगी राजीव लोचन सिंह, विजय सिंह, समिति सेवक संजय सिंह, सीताराम बैस घोघरा, राजेश बैस, बसंत सिंह, राधेश्याम पटेल, राजेश्वरी प्रसाद, अनिल सिंह बैस, बलिराम पांडेय सहित कई समिति के समिति सेवक, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी अरुण परस्ते, विकास खंड अंतर्गत संचालित सहकारी समितियों में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। धान खरीदी उपार्जन केंद्र की स्थिति को जाना।
इन बिंदुओं पर हुई चर्चा—
जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की केसीसी वितरण पर चर्चा की गई। इसी प्रकार सेवा समिति के द्वारा खाद वितरण, धान उपार्जन, ज्वार, उचित मूल्य की दुकान के द्वारा खाद्यान्न वितरण पर चर्चा की गई और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक में चल रहे अमानत जमा पर पखवाड 1 से 15 जनवरी के दौरान अन्य बैंको की अपेक्षा ब्याज में आधा प्रतिशत ब्याज बद्धि का लाभ और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के ऋ ण की वसूली एवं ऋण ब्याज पर चर्चा कर संबंधितों को दिशा निर्देश दिए गये।