नर्सिंग कॉलेज निर्माण के लिए 14 करोड़ रुपये आवंटित
चिकित्सा शिक्षा: नौगढ़-भकुआर में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज परिसर के आसपास निर्माण कराने की तैयारी, तलाशी जा रही शासकीय जमीन

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। नौगढ़-भकुआर में निर्माणाधीन मेडिकल कॉलेज में आगामी जुलाई माह से सेशन शुरू करने की तैयारी तेज हो गई है। इस क्रम में भवनों का निर्माण तेज गति से कराया जा रहा है। कई भवनों का निर्माण पूरा हो गया है तो एकेडमिक बिल्डिंग का कार्य भी अंतिम चरण में है। बताया जा रहा है कि मार्च महीने में एकेडमिक, प्रशासनिक भवन के साथ डीन, सुपरिटेंडेंट आवास, हॉस्टल और मेस हैंडओवर कर दिए जाएंगे। करीब चार दिन पहले कार्यों का निरीक्षण करने डीन डॉ. राजधर दत्त आए थे। उन्होंने शेष निर्माण कार्य जल्द पूरा करने की ताकीद निर्माण एजेंसी को दी थी। निर्माण एजेंसी ने मार्च में सभी भवन हैंडओवर करने का आश्वासन दिया है। इसके साथ अब नर्सिंग कॉलेज के निर्माण के लिए शासकीय जमीन की तलाश शुरू की गई है। जानकारी के अनुसार नर्सिंग कॉलेज निर्माण के लिए 14 करोड़ रुपये आवंटित हो गए हैं। सेशन शुरू होने के 3 वर्ष में नर्सिंग कॉलेज का संचालन होना है। इसमें बीएससी नर्सिंग व जीएनएम की पढ़ाई होगी। बीएससी नर्सिंग व जीएनएम में 50-50 सीटें होने की बात कही जा रही है। हालांकि डीन डॉ. राजधर दत्त ने बीएससी नर्सिंग के लिए 100 सीटें मांगने की बात कही है।
नर्सिंग कॉलेज के लिए चाहिए 10 एकड़ जमीन—
फिलहाल, गत दिनों निरीक्षण के लिए आए डीन डॉ. राजधर दत्त ने बताया कि उन्होंने स्थानीय विधायक के साथ जाकर कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला से मुलाकात की थी। उस दौरान नर्सिंग कॉलेज के लिए 10 एकड़ भूमि की जरूरत बताते हुए मेडिकल कॉलेज के आसपास ही शासकीय जमीन उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। कलेक्टर ने सिंगरौली तहसीलदार से जमीन की तलाश करने के बारे में बात कर निर्देश दिए थे। शुक्रवार को डीन डॉ. राजधर दत्त ने भी सिंगरौली रौली के तहसीलदार रमेश कोल से बात की तो उन्होंने संबंधित हलका पटवारी के माध्यम से आसपास ही सरकारी भूमि की उपलब्धता का पता लगाने की बात कही है।
22 एकड़ जमीन को लेकर है एनसीएल की एनओसी का इंतजार—
उधर, मेडिकल कॉलेज के बगल में स्थित सीआईएल/एनसीएल की करीब 22 एकड़ जमीन चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरित करने के मुद्दे पर प्रगति नहीं हुई है। यह भूमि चिकित्सा शिक्षा विभाग को देने के लिए एनसीएल से एनओसी मांगी गई है। जिसे लेकर एनसीएल द्वारा नई दिल्ली पत्र भेजने की बात कही जा रही है। अभी दिल्ली से इस संबंध में कोई जवाब नहीं आया है। ऐसे में नर्सिंग कॉलेज के लिए आसपास की अन्य शासकीय भूमियों को तलाशा जा रहा है। यदि 22 एकड़ जमीन आवंटित हो गई तो उस पर सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक के साथ पीजी से जुड़े भवनों का निर्माण कार्य करने की योजना बनाई गई है।
एनएमसी की टीम फरवरी से शुरू करेगी निरीक्षण—
सेशन शुरू करने को लेकर बुनियादी अवस्थापनाओं की उपलब्धता जांचने के लिए नेशनल मेडिकल काउंसिल का निरीक्षण आगामी फरवरी से शुरू हो जाएगा। डीन डॉ. राजधर दत्त ने बताया कि मार्च में भवन हैंडओवर हो जाएंगे। फरवरी व मार्च में एनएमसी के निरीक्षण के बाद सेशन शुरू करने के संबंध में अनुमति दी जाएगी। कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 150 सीटों पर प्रवेश की हरी झंडी मिलेगी। बताया कि टीचिंग-नॉन टीचिंग स्टाफ की पदस्थापना तब तक पूरी हो जाएगी।