2024: देश और दुनिया के लिए कैसा रहा 2024? जानिए कुछ बड़ी घटनाओं के बारे में

ऑपरेशन टाईम्स संपादकीय।। साल 2024 को खत्म होने में अब तीन दिन बचे हैं। फिर नया साल नई कहानी और नए किस्से लेकर आएगा। लेकिन पुराने साल को अलविदा कहने से पहले एक झलक डालते हैं। उन घटनाओं और खबरों के बारे में जानते हैं, जिसने सालभर लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राजनीति, आपदा, बदलाव, वायरल आइए जानते हैं।
इजरायल-गाजा के बीच संघर्ष—
इजरायल-गाजा संघर्ष साल 2023 की तरह 2024 में भी खबरों में बना रहा। यह युद्ध 7 अक्तूबर 2023 को हमास के इजरायल पर हमले के साथ शुरू हुआ जो 2024 में पूरे साल चलता रहा। इस युद्ध में करीब 45 हजार से अधिक फिलिस्तीनी नागरिक की मौत हो चुकी है। जिसमें बच्चों और महिलाओं की संख्या सबसे ज्यादा है।
रूस-यूक्रेन का युद्ध—
इसी बीच रूस-यूक्रेन युद्ध भी जारी है। इस युद्ध की शुरुआत रूस ने यूक्रेन पर फरवरी 2022 में हमला कर की थी। वहीं साल 2024 राजनीति में भी अहम रहा। भारत में एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए ने चुनाव जीतकर लगातार तीसरी बार सरकार बनाई। वहीं पांच साल बाद एक बार फिर अमेरिका ने डॉनल्ड ट्रंप ने सत्ता में वापसी की। इधर पड़ोसी बांग्लादेश में शेख हसीना और सीरिया में बशर-अल-असद की सरकार का पतन हो गया।
पीएम नरेंद्र मोदी की जीत—
अप्रैल 2024 से लेकर जून 2024 के बीच भारत में लोकसभा चुनाव को लेकर सियासत गर्म रही। चुनाव का परिणाम 4 जून को आया। लोकसभा चुनाव में बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन को 292 सीटों पर जीत हासिल कर एक बार फिर पीएम मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। वहीं विपक्षी दलों का इंडिया गठबंधन 234 सीटों पर ही जीत दर्ज कर सका। अन्य दलों की बात की जाए तो उन्हें 17 सीटें मिलीं। सबसे अधिक सीटें प्राप्त करने वाले दल बीजेपी को 240, कांग्रेस को 99, समाजवादी पार्टी को 37 तृणमूल कांग्रेस को 29, डीएमके को 22, टीडीपी को 16 और जेडीयू को 12 सीटों पर जीत मिली।
शेख हसीना का तख्ता पलट—
पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में अगस्त के महीने में जमकर बवाल हुआ. हिंसा हुई, कई लोग मारे गए। हिंदुओं पर अत्याचार अभी भी जारी है। शुरु के हिंसक प्रदर्शनों के बाद बांग्लादेश में पीएम शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो गया। शेख हसीना ने बांग्लादेश छोड़कर भारत में शरण ली। युनूस मोहम्मद के नेतृत्व में वहां एक अंतरिम सरकार ने सत्ता संभाली। इसके बाद से बांग्लादेश में हिंदुओं और दूसरे धार्मिक अल्पसंख्यकों के खिलाफ अत्याचारों की संख्या में रिकॉर्ड तोड़ बढ़ती चली गई।
भारत और कनाडा का बिगड़ता रिश्ता—
साल 2024 में भारत और कनाडा के रिश्तों में दरार आई. विवाद का कारण कनाडा में एक अलगाववादी सिख नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से जुड़ा है। नागरिक कनाडा का नागरिक था। कनाडा ने इस हत्या में भारत का हाथ बताया। इसका भारत ने तगड़ा विरोध किया। जिसके बाद हालात और बिगड़ते गए। हालात यहां तक पहुंचा कि दोनों देशों ने एक दूसरे के राजनयिकों को निष्कासित कर दिया।
महामारियों की दस्तक—
साल 2024 की शुरुआत कोविड 19 के छाप के साथ हुई। कई ने अपनों को खो दिया, कई के सपने टूट गए तो कई ने नए साल के साथ नई शुरुआत की। लेकिन साल 2024 में दूसरी महामारियां ने दस्तक दी। ये महामारियां मंकीपॉक्स है। जिसने साल मंकीपॉक्स महामारी ने अफ्रीका और एशिया के कुछ हिस्सों को अपनी चपेट में लिया। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन की रिपोर्ट के अनुसार, 12 जून 2024 तक इसके 97,281 मामले सामने आए थे।
भूकंप के साथ साल की शुरुआत—
हर साल की तरह 2024 में भी मौसम का मिजाज बदला रहा। कहीं भीषण गर्मी हुई, तो कहीं तेज बारिश ने हाहाकार मचाया और अब ठंड अपना कहर दिखा रही है। इसी बीच 2024 में अलग-अलग स्थानों पर भूकंप आए। धरती की कंपन से कहीं ज्यादा नुकसान हुआ। साल की शुरुआत होते ही जनवरी में टोक्यो की धरती भूकंप से कांपी। यहां 7.8 तीव्रता का भूकंप आया। भूकंप के झटके इतने जोरदार थे कि उसमें पूरा शहर थरथरा गया। इतना ही नहीं इसमें कई ऊंची इमारते जमीन में गिरकर धराशायी हो गईं।
बिगड़ता पर्यावरण—
साल 2024 में प्रदूषण का स्तर पहले से और अधिक बढ़ गया है। खुली हवाएं अब जहरीली हो गई हैं। जो चिंता का विषय है। भारत में दिल्ली की हवा दिन पर दिन बिगड़ती जा रही है। भारत, चीन समेत कई देश पॉल्यूशन की वजह से स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों से परेशान हो रहे हैं। यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, एयर पॉल्यूशन के कारण एक निश्चित समय अंतराल में 81 लाख लोगों की जान जा चुकी है।