साल भर में हुई 37 हत्याएं,20 हत्या का प्रयास,1 लूट, आशनाई-रूसवाई में गई 16 जानें,अत्याधिक चोरी के मामले आए सामने

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। पुलिस के लिहाज से साल 2024 चैलेंजिंग रहा, जिले में हुई हत्या, लूट, अपहरण, चोरी, दुष्कर्म जैसी वारदातें जहां पुलिस के लिए चुनौती बनी रहीं। वहीं जुलाई माह में लागू नया कानून भारतीय न्याय संहिता (बीएनए) भी पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं रहा। नए कानून में अपराधों की धाराएं बदली गईं और पुलिस की कार्यप्रणाली को पारदर्शी बनाने के लिए जांच कार्रवाई का वीडियो जो शुरुआत में किसी चुनौती से कम नहीं था। अपराध के लिहाज से देखा जाए तो जिले में विगत जनवरी माह से लेकर दिसंबर माह तक 37 जो घटनाएं हुईं। उनमें 16 हत्याओं की मुख्य वजह आशनाई या रूसवाई रही है। प्रेम प्रसंग, जमीनी विवाद और पारिवारिक कलह को लेकर भी कई हत्याएं हुई हैं।
प्रेमी के साथ मिलकर पति को उतारा मौत के घाट—
शादी के पहले जिस युवक से प्रेम प्रसंग थे। उसी युवक के साथ मिलकर महिला ने अपने पति की हत्या कर उसे मौत की नींद सुला दिया। यह मामला गढ़वा थाना क्षेत्र के कसदा गांव का है। जहां पर एक महिला ने पति से छुटकारा पाने के लिए पति की हत्या की साजिश रची। जगमार निवासी युवक बिंदू सिंह उर्फ चेतमन सिंह का विवाह एक साल पहले हुआ था। बिंदू की पत्नी का अनुज कुमार साहू नाम के युवक से पहले से प्रेम प्रसंग चल रहा था। पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति की हत्या का प्लान बनाया और जब पति-पत्नी बाइक से जा रहे थे। सुनसान जगह पर पत्नी ने बाइक रुकवाई। तभी प्रेमी प्रेमी और उसके दो नाबालिग साथियों ने पति की धारदार हथियार से हत्या कर शव को पुल के नीचे फेंक दिया। महिला ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया लेकिन अपने ही बुने जाल में फंस गई। इसी तरह की दर्जनभर वारदातें हुई हैं।
चोर बने रहे चुनौती—
विदा होते साल 2024 में जिले में चोरों का खासा आतंक देखने को मिला। इस साल चोरी की 384 और गृहभेदन की 136 घटनाएं हुई हैं। हालांकि कुछ चोरियों का पुलिस ने खुलासा किया लेकिन बड़ी चोरियां अबूझ पहेली बनी हुई है। शहर के पचखोरा में हुई 60 लाख से अधिक की चोरी, बरगवां के नवानगर पोखरा में हुई 20 लाख से अधिक की चोरी और गढ़वा में हुई 30 लाख से अधिक की चोरी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है। माड़ा, देवसर में चार दर्जन से अधिक चोरियां हुई हैं। जिनका खुलासा पुलिस अभी तक नहीं कर पाई है।