सिंगरौली मे हुये चार व्यक्तियो के अंधे हत्याकांड का सिंगरौली पुलिस ने किया खुलासा

3 को मारी गोली, एक पर धारदार हथियार से किया वार—
आरोपी राजा रावत घटना की रात पूरी तैयारी से हत्या करने निकला था। उसने मृतकों को पहले पार्टी की सामग्री मुहैया कराई और कुछ देर उनके साथ बीतने के बाद वह अपने साथियों को लेने निकल पड़ा। लौटने पर उसने पहले सुरेश पर दो गोली चलाई, जिससे वह वहीं ढेर हो गया। गोली की आवाज सुनकर करण आया तो करण साहू के सिर पर भी एक गोली मारी गई। इसके बाद राकेश सिंह पर तीन गोली मारकर उसे ढेर कर दिया गया। आरोपियों ने इसके बाद जोगेंद्र महतो का गला दबाकर उसके सिर पर धारदार हथियार से वार कर उसे भी मौत की नींद सुला दिया। इसके बाद सभी के शवों को घर के बाहर स्थित सेप्टिक टैंक में फेंक फरार हो गए।
पहली बार हुआ शवों का सीटी स्कैन—
सिंगरौली जिले में इस प्रकार सामूहिक हत्या का मामला पहले कभी नहीं आया था। पुलिस भी इस मामले में किसी भी तरह की कोताही बरतने को तैयार नहीं थी। एक और जहां आरोपियों के धर पकड़ के लिए एसआईटी गठित कर पुलिस अधिकारियों के निशानदेही पर जगह-जगह छापेमारी की जा रही थी। वही साइबर एक्सपर्ट अपने स्तर पर आरोपियों को ट्रेस करने में जुटे थे। इस दौरान बरगवां निरीक्षक अपनी टीम के साथ शवों के पीएम के लिए दिन भर मुख्यालय में डटे रहे और पोस्टमार्टम के बाद शवों का सिटी स्कैन कराया गया। सीटी स्कैन में यह बात सामने आई की 2 व्यक्तियों के शरीर में बुलेट फांसी हुई है, वही सुरेश को लगने वाली गोलियां उसके शरीर को आर पार कर निकल गई थी।
कमरे में की गई थी हत्या—
प्रारंभिक जांच में पुलिस को पता चला था कि मृतक कमरे में शायद सो रहे होंगे क्योंकि उनके जूते के अंदर मौजे मौजूद व्यवस्थित रखे गए थे, जिससे पुलिस को अंदाजा हुआ कि इनकी यही हत्या कर शव को फेंका गया होगा। साथ ही आरोपियों ने कमरे में खून के धब्बों को मिटाने का भी प्रयास किया था।
पुरानी रंजिश में गई सभी की जान—
पत्रकारों को संबोधित करते हुए डीआईजी श्री पांडे ने बताया कि आरोपी राजा रावत कि मृतक जोगिंदर महतो समेत सुरेश से जमीन के कब्जे और मकान बनाने को लेकर पुरानी रंजिश थी। साथ ही तीनों गुस्सेल प्रवृत्ति के थे। और यही कारण था हत्या का और सबूत मिटाने को लेकर अन्य लोगों की हत्या की गई।
झारखंड से खरीदा था हथियार—
आरोपी राजा रावत ने झारखंड से प्रिस्टल व कारतूस खरीदे थे और वह काफी समय से इस घटना को अंजाम देने की तलाश में था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर एक देशी पिस्टल, चार नग जिंदा कारतूस व एक खाली मैगजीन जप्त की है। वही अन्य आरोपियों से मोबाइल समेत अन्य हथियार अभी जप्त किया जाना शेष है।
इनकी हुई गिरफ्तारी—
इस मामले में आरोपी राजा रावत पिता अमर रावत उम्र 25 वर्ष निवासी नेहरू गेट के पास समेत बुद्धसेन साकेत पिता रामदेव साकेत उम्र 20 वर्ष निवासी सिंगाही ग्राम सोलन चौकी गोरबी थाना मोरवा, हरिश्चंद्र साकेत उर्फ शुभम उर्फ छोटू पिता रामधनी साकेत उम्र 21 वर्ष निवासी बरहटी थाना बरगवां, रोहित साकेत पिता रामबिचारे साकेत उम्र 21 वर्ष निवासी नेहरू गेट गर्दा बस्ती चौकी जयंत व एक विधि विरुद्ध बालक की गिरफ्तारी हुई है। वहीं फरार आरोपी नीरज साकेत पिता महेंद्र साकेत उम्र 19 वर्ष निवासी जयंत को सोमवार दोपहर वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया गया।
सभी पुलिसकर्मी होंगे पुरस्कृत—
48 घंटे के भीतर इस आंधी हत्याकांड के खुलासे समेत समय रहते सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए डीआईजी साकेत प्रकाश पांडे ने पूरी टीम की प्रशंसा की। उन्होंने बताया कि पुलिस महानिदेशक कैलाश मकवाना ने भी पुलिस की तत्परता के लिए पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री व उनकी पूरी टीम को बधाई दी साथ ही टीम को पुरुस्कृत करने हेतु आदेशित किया है।
कार्यवाही में शामिल पुलिस टीम —
उक्त कार्यवाही में अनुविभागीय अधिकारी पुलिस मोरवा के. के. पाण्डेय, नगर पुलिस अधीक्षक विन्ध्यनगर पी.एस. परस्ते,अनुविभागीय अधिकारी पुलिस देवसर राहुल सैयाम, निरीक्षक शिवपूजन मिश्रा थाना प्रभारी बरगवा, निरीक्षक अशोक सिंह परिहार थाना प्रभारी बैढ़न, निरीक्षक यू.पी. सिंह, निरीक्षक ज्ञानेन्द्र सिंह, निरीक्षक राजेन्द्र पाठक, निरीक्षक जीतेन्द्र भदौरिया, उपनिरीक्षक सुधाकर सिंह परिहार, उपनिरीक्षक विनय शुक्ला, उपनिरीक्षक अमन वर्मा, उपनिरीक्षक प्रियंका सिंह, उपनिरीक्षक प्रियंका मिश्रा, उपनिरीक्षक संदीप नामदेव, नीरज सिंह, उपनिरीक्षक रामजी त्रिपाठी, उपनिरीक्षक. आराधना तिवारी, उपनिरीक्षक इन्द्रलाल मांझी, एन.पी. तिवारी, सूबेदार आशीष तिवारी, सउनि पंकज सिंह चंदेल, विजय पटेल, विशेषर साकेत, कृष्नेन्द्र सिंह, प्रवीण मरावी, डी.एन सिंह, रवी गोस्वामी, उत्तम सिंह, राजेश दिवेदी, अरविंद दिवेदी, प्र.आर.संजय सिंह परिहार, कुणाल सिंह, हेमराज पटेल, पंकज सिंह, भगवान दास प्रजापती, राजनायाण, अनुप मिश्रा, धर्मराज रावत, संजय यादव, विक्रम सिंह, मनोज गौतम, नंदकिशोर बागरी, श्यामलाल प्रजापति, आलोक चतुर्वेदी, राहुल सिंह, विवेक पटेल, जितेन्द्र सेंगर, विरेन्द्र पटेल,, जतिन दुबे, राहुल, नीरज सिंह, राहुल सिंह, आर. सौरभ, प्रकाश सिंह, महेश पटेल, जीवन भाटी, अशोक यादव, प्रमीष झिल्ले, समीर, शिवनारायण सिंह, प्रतीक कुमार, अरविद यादव, कोशलेन्द्र रावत, अरुणेन्द्र मिश्रा, प्रताप पटेल, समीर धुर्वे, मनोहर देवडा, तुलसीदास प्रजापति, राजेश बर्डे, धीरज, म.आर. कीर्ति कुशवाहा, सिंगरौली सायबर सेल टीम व रीवा सायबर सेल टीम का भी सराहनीय योगदान रहा है। गौरतलब हो कि आदरणीय पुलिस महानिदेशक भोपाल कैलाश मकवाना नें सिंगरौली पुलिस की त्वरित व अच्छी कार्यवाही के लिये पुलिस अधीक्षक मनीष खत्री व उनकी टीम को बहुत बधाई दी है और पृथक से पुरुष्कृत किये जाने के लिये आदेशित किया है। साथ ही प्रभारी पुलिस महानिरीक्षक साकेत प्रकाश पाण्डेय द्वारा पूरी टीम को प्रशंसा देते हुये नगद पुरुस्कार की घोषणा की गई है।।