रिश्वत के खिलाफ लगातार छापे के बावजूद भी घूसखोरी बेलगाम, जिले में 3 वर्ष में पकड़े गए 17 नौकरशाह

ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। वर्तमान परिवेश में सीधी जिले में सरकारी दफ्तरों में बैठे नौकरशाह और अन्य कर्मचारियों द्वारा घूसखोरी की सभी हदें पार कर दी गई हैं, कहने को तो लोकायुक्त पुलिस द्वारा गाहे- ब-गाहे इस मामले में कार्रवाहियां भी की जाती हैं। बावजूद इसके भी जिले के सरकारी अमले के लोग बिना किसी डर भय के खुलेआम घूसखोरी करते देखे जाते हैं। लोकायुक्त रीवा की टीम द्वारा शिकायत मिलने पर सीधी जिले के रिश्वतखोर नौकरशाहों के विरुद्ध प्राथमिकता के साथ ट्रैपिंग कार्यवाही की जा रही है। फिर भी भ्रष्ट नौकरशाहों द्वारा रिश्वत लेने के कोई भी मौके हांथ से छोंड़े नहीं जा रहे हैं। जिले के नौकरशाहों में बढ़ती रिश्वतखोरी के चलते आमजन काफी परेशान हैं। सरकारी विभागों में छोटे-छोटे कार्यों के लिए भी रिश्वत देना मजबूरी बन चुकी है। वहीं भ्रष्ट नौकरशाह रिश्वत को शिष्टाचार बताकर एक तरह से अपना अधिकार जताने में भी पीछे नहीं हैं। रिश्वतखोरी के मामले में राजस्व विभाग सबसे ज्यादा आगे बना हुआ है। इस विभाग के हल्का पटवारियों की बढ़ती रिश्वतखोरी से किसान सबसे ज्यादा त्रस्त हैं। छोटे कार्य भी करने के लिए हल्का पटवारी रिश्वत की मांग करते हैं। मांग पूरी न होने पर महीनों चक्कर कटवाया जाता है। आखिर त्रस्त होकर किसान भी हल्का पटवारियों की शिकायत लोकायुक्त से करने के लिए मजबूर हो जाते हैं। लोकायुक्त रीवा संभाग द्वारा सीधी जिले में विगत तीन वर्षों में की गई कार्यवाही के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो 17 नौकरशाह रिश्वत लेते हुए पकड़े गए। जिले के ग्रामीण इलाकों से लेकर शहर मुख्यालय तक में बैठे अधिकारी और कर्मचारी लोकायुक्त कार्यवाही के बाद बेनकाब हो चुके हैं। लोकायुक्त पुलिस ने वर्ष 2022 से 2024 के बीच जिले के बिजली विभाग, राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, महिला बाल विकास विभाग, बैंक, जनजातीय कार्य विभाग, स्वास्थ्य विभाग, पंचायत ग्रामीण विकास, नगरीय प्रशासन और पुलिस विभाग में कार्यवाही को अंजाम देते हुए 17 के खिलाफ प्रकरण पंजीबद्ध किया है। जानकारों का कहना है कि सीधी जिले में 3 सालों से लोकायुक्त की कार्यवाही में तेजी देखने को मिल रही है। अब लोग भी काफी जागरुक हो रहे हैं। रिश्वतखोर नौकरशाहों द्वारा जब नाजायज रूप से परेशान करके रिश्वत की मांग की जाती है तो लोग भी परेशान होकर इनकी शिकायत लोकायुक्त रीवा संभाग कार्यालय में करने को लेकर अपनी सक्रियता प्रदर्शित करते हैं। रिश्वत लेने को लेकर सबसे ज्यादा बदनाम राजस्व एवं पुलिस विभाग है। इन विभागों में यदि सामान्य आदमी का छोटा काम भी पड़ता है तो यहां हजारों की रिश्वत मांगना शुरू कर दिया जाता है। अनावश्यक रूप से लोगों को परेशान करके रिश्वत मांगने वाले नौकरशाहों पर कार्यवाही करने में लोकायुक्त टीम भी काफी सक्रिय भूमिका निभा रही है।
इन रिश्वतखोरों पर हुई कार्यवाही—
लोकायुक्त रीवा संभाग की टीम ने पिछले तीन वर्ष के दौरान 17 अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण बनाया है। मिली जानकारी के अनुसार बीते 24 फरवरी 2022 को सहायक लाइनमैन कृष्णमोहन पाण्डेय को 1500 रूपए रिश्वत लेते पकड़ा गया। इसी तरह 8 अप्रैल 2022 को पटवारी हल्का मढ़ा तहसील रामपुर नैकिन वृजनंदन साकेत को 2000 रूपए की रिश्वत के साथ पकड़ा गया। जबकि 3 जून 2022 को नेबूहा तहसील गोपदनास के पटवारी जगदीश पटेल को 5000 रूपए रिश्वत लेते, 8 अगस्त 2022 को नगर पालिका सीधी के सहायक राजस्व निरीक्षक रामसिया साकेत को 5000 रूपए रिश्वत, 14 सितम्बर 2022 को चुरहट तहसील के दुअरा पटवारी गोरखनाथ विश्वकर्मा को 5000 रूपए लेते रंगे हांथ पकड़ा गया था। 27 सितम्बर 2022 को लोक निर्माण विभाग के प्रभारी कार्यपालन यंत्री देवेन्द्र कुमार सिंह को 50 हजार रूपए, 6 फरवरी 2023 को महिला बाल विकास विभाग कार्यालय परियोजना कुसमी के सहायक ग्रेड दो सूर्य कुमार त्रिपाठी को 25 हजार रूपए, 28 मार्च 2023 को उप तहसील मड़वास के हल्का पटवारी राजेश रावत को 2 हजार रूपए, 13 जून 2023 को बिजली विभाग के जूनियर इंजीनियर प्रकाश चंद निगम व मीटर रीडर योगेन्द्र पटेल को 15 हजार रूपए, 19 जुलाई 2023 को संयोजक प्रभारी सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग के राजेश सिंह परिहार व टमसार के अनिरूद्ध प्रसाद पाण्डेय को 80 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ लोकायुक्त ने पकड़ा था। इसी तरह 8 अगस्त 2023 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चुरहट के मेडिकल आफीसर आरके साकेत को 2 हजार रूपए, 6 अक्टूबर 2023 को जनपद पंचायत मझौली के ग्राम पंचायत दादर के रोजगार सहायक पंकज तिवारी को 3900 रूपए, 2 फरवरी 2024 को रामपुर नैकिन तहसील क्षेत्र के पटवारी अजय कुमार पटेल को 20 हजार रूपए, 25 अक्टूबर 2024 को नगर परिषद चुरहट के प्रभारी लेखापाल बिष्णुराय शर्मा को 6500 रूपए, 21 दिसम्बर 2024 को मझौली तहसील के नायब तहसीलदार बाल्मीक साकेत को 25 हजार रूपए और 28 दिसम्बर 2024 को रामपुर नैकिन थाना के खड्डी पुलिस चौकी में पदस्थ प्रधान आरक्षक बृजेश तिवारी को 15 हजार रूपए की रिश्वत लेते रंगे हांथो लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार किया था।