भोपाल की नायब तहसीलदार के साथ साइबर फ्रॉड
जालसाज ने पति के क्रेडिट कार्ड की जानकारी ली; 2.64 लाख उड़ाए

ऑपरेशन टाईम्स भोपाल।। भोपाल में नए साल की पार्टी के लिए होटल ताज में बुकिंग कराने के दौरान एक नायब तहसीलदार साइबर ठगी का शिकार हो गईं। गूगल पर सर्च किए गए फर्जी नंबर से संपर्क करने के बाद उन्होंने अपने पति, सीआईएसएफ के असिस्टेंट कमांडेंट के क्रेडिट कार्ड की जानकारी साझा की, जिससे जालसाज ने 2.64 लाख रुपये उड़ा लिए। मामले की शिकायत थाने में की गई। एक सप्ताह की जांच के बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की है। मोबाइल नंबर के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। शाहपुरा थाना प्रभारी लोकेश ठाकुर ने बताया कि अंकित दुबे सीआईएसएफ में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर हैं और वर्तमान में उनकी पोस्टिंग छिंदवाड़ा जिले में है। उनकी पत्नी नायब तहसीलदार हैं। वह रोहित नगर, शाहपुरा में परिवार के साथ रहती हैं। 31 दिसंबर को उन्हें परिवार के साथ नए साल की पार्टी के लिए होटल ताज जाना था। उनके पास होटल ताज का कोई संपर्क नंबर नहीं था, इसलिए उन्होंने गूगल के जरिए होटल का नंबर खोजा। पहले ही नंबर पर जो होटल ताज की वेबसाइट दिखी, उसे क्लिक करके उन्होंने दिए गए मोबाइल नंबर पर कॉल किया। कॉल रिसीव करने वाले व्यक्ति ने कहा कि बहुत कम टिकट बचे हुए हैं और जल्द से जल्द बुकिंग करनी होगी। जब नायब तहसीलदार ने बुकिंग के तरीके के बारे में पूछा, तो उन्होंने कहा कि वे क्रेडिट कार्ड के जरिए भुगतान करेंगी। नायब तहसीलदार ने भुगतान के लिए अपने पति अंकित दुबे के क्रेडिट कार्ड की डिटेल कॉल करने वाले के साथ साझा कर दी। इसके बाद कॉल करने वाले ने एक ओटीपी भेजा, जो दुबे के मोबाइल पर आया। नायब तहसीलदार ने अपने पति को कॉल कर ओटीपी पूछा और वह ओटीपी कॉल करने वाले को बता दिया। भरोसा जीतने के लिए जालसाज ने पहले 102 रुपये भेजे। दूसरी बार में जालसाज ने क्रेडिट कार्ड से 2.64 लाख रुपये निकाल लिए। बड़ी रकम निकलने का मैसेज आते ही दुबे को ठगी का एहसास हुआ। उन्होंने होटल ताज से संपर्क किया, तो पता चला कि उनके टिकट की कोई बुकिंग नहीं हुई है और वेबसाइट व मोबाइल नंबर होटल ताज का नहीं था। दुबे ने पहले अपने स्तर पर जालसाज का पता लगाने की कोशिश की, लेकिन असफल रहे।