बड़ी खबर
1 लाख 87 हजार की 960 सीसी नशीली सिरप के साथ 2 तस्कर धराए
कार से ला रहे थे नशे की खेप, 3 मोबाइल व अन्य सामान जब्त


रात में घेराबंदी कर पकड़ा—
एसडीओपी नागौद विदिता डागर (आईपीएस) ने बताया कि गुरुवार की रात मुखबिर के जरिए सूचना मिली कि पन्ना जिले के अमानगंज थाना क्षेत्र तरफ से कुछ युवक कार में नशीली दवाएं सप्लाई करने जसो, नागौद व जिले के अन्य जगहों पर जाने वाले हैं। सूचना के आधार पर कार्रवाई के लिए टीम गठित की गई। जसो टीआई रोहित यादव ने पुलिस टीम के साथ फतेहपुर में वाहनों की चेकिंग शुरू की। रात के समय अमानगंज तरफ से आ रही सिल्वर कलर की कार क्र. एमपी 16 सी/6030 को रुकवाया गया। कार में दो युवक थे, जिनके नाम- पता पूछ कर कार की डिग्गी चेक की गई। डिग्गी के अंदर प्लास्टिक की बोरियों में नशीली दवाओं के 8 बाक्स भरे मिले।

बोरी में लिखा था अस्पताल का नाम—
कार की डिग्गी खोलने पर सफेद रंग की प्लास्टिक की बोरी मिली, बोरी के ऊपर संजीवनी हास्पिटल (अर्जुन भाई) के अलावा एक मोबाइल नम्बर लिखा हुआ था। बोरी को खोला गया तो उसमें 8 बाक्स मिले। बाक्स के अंदर कोडीन फास्फेट युक्त ऑनरेक्स कफ सिर की सीसियां मिली। 8 बाक्स के अंदर रखी 960 सीसी कफ सिरप, कार और 3 मोबाइल जब्त कर आरोपी दीपक अहिरवार पिता रजनीश अहिरवार निवासी उजरौंधा थाना कोठी एवं अर्जुन प्रसाद अहिरवार पिता कुंजीलाल निवासी उजरौधा थाना कोठी को गिरफ्तार कर लिया गया। बोरी में अस्पताल का नाम और नम्बर क्यों लिखा था ? इसकी जांच की जा रही है।
जेल भेजे गए आरोपी—
1 लाख 87 हजार 200 रुपए कीमत की नशीली सिरप की तस्करी करते पकड़े गए आरोपी दीपक और अर्जुन के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट एवं म.प्र. ड्रग कंट्रोल एक्ट के तहत प्रकरण दर्ज किया गया। शुक्रवार को दो आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया जहां से उन्हें उपजेल नागौद भेज दिया गया। कार्रवाई में टीआई जसो रोहित यादव, एएसआई प्रहलाद कुशवाहा, एसएल रावत, प्रधान आरक्षक अर्पित सेन, आरक्षक संजय यादव, महिला आरक्षक सौरभि चौरसिया ने अहम भूमिका निभाई।