
ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। बेटी को पढ़ाने के लिए जो माता-पिता सारी कमाई खर्च कर बाहर भेजते हैं। पर कई बार ऐसी वारदातें वहां घटित होती हैं। जो दिल दहलाने वाली होती हैं। इसी तरह की एक घटना एक आदिवासी युवती को लेकर हुई है। जहां कि उसका शव संदिग्ध परिस्थितियों में फांसी में लटका मिला। मामले में परिजन गुहार लगा रहे हैं कि मेरी बिटिया आत्महत्या नहीं की है बल्कि उसकी हत्या की गई है। अब जांच के बाद क्या सच्चाई सामने आती है। ये तो जांच के बाद ही खुलासा होगा। इस मामले में जानकारी के अनुसार लडकी का शव धार जिले के पीथमपुर में एक कमरे के अंदर फांसी में संदिग्ध हालत में लटका मिला। परिजनों ने सुनियोजित तरीके से हत्या का आरोप लगाते हुए इस पर पुलिस प्रशासन से कार्यवाही की मांग की है। सीधी जिले की पुलिस चौकी खड्डी अंतर्गत ग्राम पंचायत ऐंठी निवासी चंद्रभान सिंह ने बताया कि उसकी बेटी पुष्पा सिंह 19 वर्ष 12 वीं पास करने के बाद आगे पढ़ाई करने की जानकारी दी थी। साथ ही काम भी करती थी। उन्होने बताया कि अभी 15 अक्टूबर को गांव स्थित घर से शाम करीब 7 बजे ये कहकर निकली कि वो पेपर देने इंदौर जा रही है। तीन-चार दिन में वापस आ जाएगी। बाद में 22 अक्टूबर को थाना पीथमपुर से फोन आया कि तुम्हारी बेटी फांसी लगा ली है। तुम जल्द यहां आ जाओ। 23 अक्टूबर को पिता चंद्रभान पीथमपुर पहुंचे। जहां अस्पताल की मर्चुरी में 24 अक्टूबर को शव दिखाया गया। उसके बाद पोस्टमार्टम करके शव परिजनों को सौंप दिया गया।
मृतिका के शरीर पर मिले कई जगह चोंट के निशान—
मृतिका के पिता एवं परिजनों का आरोप है कि मृतिका पुष्पा सिंह के शरीर में कई जगह चोंट के निशान नजर आ रहे थे। ऐसे में उन्हें पूरी आशंका है कि उसको मारकर आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को फांसी के फंदे में कमरे के अंदर लटका दिया गया था। वहीं गांव के प्रत्यक्षदर्शी राजकुमार भुजवा और पप्पू सिंह का कहना है कि 15 अक्टूबर को गांव से जब पुष्पा सिंह गई तो तीन लडके भी उसके साथ बाईक में मौजूद थे। इन्हें शाम के 7-8 बजे के बीच देखा गया। इनकी बाईक पंचायत भवन ऐंठी से कुशमहर खड्डी की ओर रवाना हुई थी। परिजनों का कहना है कि पुलिस प्रशासन बाईक में उनकी बेटी को लेकर जाने वाले युवकों की पतासाजी करे जिससे उनकी बेटी की मौत की हकीकत सामने आ सके। पुष्पा सिंह की संदिग्ध मौत से उसका गरीब परिवार काफी परेशान है।