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महाकुंभ- संगम तट पर भगदड़, 14 की मौत, प्रयागराज में श्रद्धालुओं की एंट्री पर लगी रोक, अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द,मोदी ने योगी से की बात

स्वरूपरानी अस्पताल में मौजूद रिपोर्टरो के मुताबिक—
14 शव पोस्टमॉर्टम के लिए लाए जा चुके हैं। हालांकि प्रशासन ने मौत या घायलों की संख्या को लेकर कोई जानकारी नहीं दी। भगदड़ के बाद प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने आज मौनी अमावस्या का अमृत स्नान रद्द कर दिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- संगम नोज पर अधिक भीड़ के कारण यह फैसला किया गया है। पीएम मोदी ने सीएम योगी से फोन पर घटना की जानकारी ली।
ग्राउंड जीरो पर मौजूद मीडिया रिपोर्टर्स के मुताबिक— अफवाह के चलते संगम नोज पर भगदड़ मची। कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। हादसे के बाद 70 से ज्यादा एंबुलेंस संगम तट पर पहुंचीं। इनसे घायलों और मृतकों को अस्पताल ले जाया गया। हादसे के बाद संगम तट पर NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया। संगम नोज इलाके में आम लोगों की एंट्री बंद कर दी गई। भीड़ और न बढ़े, इसलिए प्रयागराज शहर की सीमा वाले सभी जिलों में श्रद्धालुओं की एंट्री रोक दी गई है। महाकुंभ में आज मौनी अमावस्या का स्नान है। जिसके चलते करीब 5 करोड़ श्रद्धालुओं के शहर में मौजूद होने का अनुमान है। प्रशासन के मुताबिक संगम समेत 44 घाटों पर आज देर रात तक 8 से 10 करोड़ श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान है। इससे एक दिन पहले यानी मंगलवार को साढ़े 5 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालुओं ने संगम में डुबकी लगाई। पूरे शहर में सुरक्षा के लिए 60 हजार से ज्यादा जवान तैनात हैं।
अमित शाह ने योगी से फोन पर की बात—
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने सीएम योगी से फोन पर बात की। उन्होंने घटना की जानकारी ली। तत्काल सहायता उपाय करने को कहा है।
जो भी हुआ वो ठीक नहीं हुआ- साध्वी निरंजन ज्योति—
साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा- यह दुखद घटना है। जो भी हुआ वो ठीक नहीं हुआ। अखाड़ा परिषद ने जनहित को ध्यान में रखते हुए अमृत स्नान को रद्द करने का फैसला लिया है।
अब बसंत पंचमी पर अखाड़े स्नान करेंगे- अखाड़ा परिषद अध्यक्ष—
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा- जो घटना हुई उससे हम बहुत दुखी हैं। हमारे साथ हजारों श्रद्धालु थे। जनहित में हमने फैसला किया कि अखाड़े आज स्नान में भाग नहीं लेंगे। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे आज के बजाय वसंत पंचमी पर स्नान के लिए आएं। यह घटना इसलिए हुई क्योंकि श्रद्धालु संगम घाट पहुंचना चाहते थे। इसके बजाय उन्हें जहां भी पवित्र गंगा दिखे। वहीं डुबकी लगा लेनी चाहिए।
पब्लिक हित में स्नान टालने का निर्णय लिया- जूना अखाड़ा—
जूना अखाड़े के महंत चेतन गिरि ने बताया पुलिस-प्रशासन राहत बचाव कार्य में जुटी है। पब्लिक हित में स्नान टालने का निर्णय लिया गया है।
महाकुंभ की भगदड़ में सैकड़ों लोग लापता—
महाकुंभ की भगदड़ में सैकड़ों लोग लापता हो गए हैं। खोया पाया केंद्रों पर घरवाले अपनों को खोज रहे। केंद्र पर मौजूद कर्मी ने बताया अब तक ढाई हजार शिकायत आ चुकी है लेकिन ज्यादातर खोने वाले मिल जा रहे हैं।
पीएम ने सीएम योगी से फोन पर की बात—
प्रधानमंत्री मोदी ने महाकुंभ मेले की स्थिति के बारे में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बात की। घटनाक्रम की समीक्षा की और तत्काल सहायता उपाय करने को कहा है।
संगम में एंट्री बंद से लोगों में आक्रोश—
संगम में एंट्री बंद कर दी गई है। इससे लोग आक्रोशित हैं। लोगों का कहना है। अगर ऐसा था तो पहले ही ऐलान कर देना चाहिए।
स्नान करके कपड़े पहन रही थी, तभी भगदड़ मची—
प्रत्यक्षदर्शी महिला ने बताया- हम लोग हंडिया से आए थे। हम लोग स्नान करके कपड़े पहन रहे थे, तभी भगदड़ मच गई। हम भी दब गए थे, लेकिन बच गए।
13 अखाड़ों ने अमृत स्नान रद्द किया—
मेला प्रशासन के अनुरोध पर सभी 13 अखाड़ों ने अमृत स्नान को रद्द कर दिया है। इसके बाद से अखाड़ा स्नान मार्ग पर सन्नाटा पसरा हुआ है।
बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई OSD अकांक्षा राणा—
कुंभ मेला की OSD अकांक्षा राणा ने कहा संगम नोज पर बैरियर टूटने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं। जिनका इलाज चल रहा है।
स्वरूपरानी अस्पताल 14 शव लाए गए—
महाकुंभ मेले में भगदड़ में घायलों को स्वरूपरानी अस्पताल लाया गया है। यहां से 14 लोगों के शव को पोस्टमॉर्टम हाउस भेजा गया।
3 घंटे बाद भी घायलों के आने का सिलसिला जारी—
भगदड़ के 3 घंटे हो चुके हैं। लेकिन अभी भी अस्पताल में एंबुलेंस से घायलों को ले जा रहा है। हालांकि अफसर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

डेढ़ बजे भगदड़ की सूचना मिली- एंबुलेंस स्टाफ—
एंबुलेंस स्टाफ के सर्वेश सिंह ने बताया- लगभग डेढ़ बजे मुझे वायरलेस पर सूचना मिली कि संगम पर भगदड़ मच गई है। लोग घायल हो रहे हैं, हालात काबू में नहीं है। जल्दी मौके पर पहुंचे। सूचना मिलते ही मैं संगम पर पहुंच गया। हमने 2 डेड बॉडी और एक घायल। जिसका पैर फ्रैक्चर हुआ है। उसे हॉस्पिटल पहुंचाया।

बिहार के रणजीत बोले- मेरे पिता लापता हो गए—
बिहार के रणजीत प्रसाद ने बताया- मैं परिवार के साथ महाकुंभ आया था। मेरे पिता गणेश चौहान इस भगदड़ में लापता हो गए हैं।

महिला बोली- 2 घंटे भगदड़ के हालात थे—
एक महिला प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि घटना रात करीब 1 बजे की है। दो घंटे भगदड़ के हालात थे। कई लोग जान बचाने के लिए बिजली के खंभे पर चढ़ गए।

एक रिपोर्टर ने बताया —
करीब ढाई बजे मैं हॉस्पिटल पहुंची। तो वहां संगम घाट से घायलों को लाया जा रहा था। बहुत से लोग गभीर रूप से घायल थे। उनमें से कई के शरीर में हलचल नहीं थी। अफरा-तफरी का माहौल था। नर्स और डॉक्टर एक्टिव थे। जिन्हें फर्स्ट एड की जरूरत थी। उनका प्राथमिक इलाज किया गया। कुछ लोगों को इमरजेंसी में ले जाने की जरूरत पड़ी। बाहर पुलिस बल तैनात थी। किसी को अंदर जाने की परमिशन नहीं थी। पब्लिक और मीडिया को अंदर नहीं जाने दिया गया। मैंने पुलिस से रिक्वेस्ट की कि मैं भी अपने परिजनों को ढूंढ रही हूं। फिर किसी तरह मैं अंदर गई। अंदर मैंने देखा कि घायल जैसे ही थोड़े नॉर्मल होते। उनका इलाज कर बेड खाली कराया जा रहा था। डॉक्टरों का कहना था कि घबराहट में किसी का ब्लड प्रेशर बढ़ा या लो हुआ है तो उसकी मौत नहीं हो जाएगी। गंभीर मरीजों के लिए बेड खाली कराया जा रहा था। घायलों में महिलाएं, बुजुर्ग और बच्चे थे।

कर्नाटक की महिला बोली- मेरे साथ आए 3 लोग घायल हो गए—
कर्नाटक की महिला ने बताया- उनका 9 लोगों का ग्रुप संगम आया था। भगदड़ में उनके ग्रुप के 1 पुरुष और 1 महिला की मौत हुई है। 3 की हालत गंभीर है। बाकी 4 सही सलामत हैं।
संगम को NSG ने अपने कब्जे में लिया—
संगम पर भगदड़ के बाद NSG कमांडो ने मोर्चा संभाल लिया है। कमांडो ने जेटी के आस-पास को अपने कब्जे में ले लिया। साथ ही शहर की सड़कों पर जिन सुरक्षा जवानों की ड्यूटी लगाई गई थी, उन्हें अब संगम की ओर भेजा जा रहा है। संगम पर भीड़ को देखते हुए सुरक्षा जवानों को बढ़ाया जा रहा है।

स्नान कर जल्दी घाट खाली करने की अपील—
मेला प्रशासन श्रद्धालुओं से अपील कर रहा है कि स्नान जल्दी करें। स्नान के बाद जल्दी घाट खाली कर दें। जिससे भीड़ इकट्ठा न होने पाए। दूसरे श्रद्धालुओं को स्नान करने का मौका मिले।
मेरे 3 बच्चे नहीं मिल रहे, मोबाइल भी खो गया—
एक महिला ने बताया- कासपुरा से आए हैं। तीन बच्चे लापता हैं। ढूंढ रही हूं, कोई नहीं मिल रहा है। मोबाइल और आधार कार्ड भी खो गए। हमारे साथ का कोई मिल नहीं रहा है।

IAS आकांक्षा बोलीं- शांति बनाए रखें—
IAS आकांक्षा राणा ने अपील की है कि सभी शांति बनाए रखें। आंकड़े (मौत और घायलों के) जैसे क्लियर होते हैं, प्रशासन की ओर से बताए जाएंगे।

स्वरूप रानी अस्पताल से भीड़ को हटाया गया—
प्रयागराज के SRN यानी स्वरूप रानी अस्पताल में घायलों और हादसे में मारे गए लोगों की लाशें लाए जाने की सूचना है। वहां से प्रशासन ने भीड़ को हटा दिया है। कई स्ट्रेचर को बाहर लगाया गया है।

रमेश बोले- पत्नी, बच्चे सहित 4 लापता हैं—
गुना जिले के रमेश ने बताया- भगदड़ में उनकी पत्नी, बच्ची, बच्चा, दामाद लापता हो गए हैं। संगम पर अचानक पता नहीं क्यों भगदड़ मची, मैं किसी तरह जान बचाकर भागा हूं।

एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक भगदड़ मचते ही लोग दौड़े। इससे कुछ महिलाएं जमीन पर गिर गईं और लोग उन्हें कुचलते हुए निकल गए। खबर मिलते ही 5 से ज्यादा एंबुलेंस घायलों को लेकर सेंट्रल हॉस्पिटल रवाना हुई हैं।