
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। जिले में एमपीआईडीसी के इंडस्ट्रियल एरिया और पाकों में 28 जनवरी तक कुल 6 उद्यमियों ने निवेश करने के लिए अपना प्रस्ताव दिया है। एमपीआईडीसी के क्षेत्रीय संभाग रीवा में 14 फरवरी तक कुल 28 प्रस्ताव आ चुके थे। जिनके द्वारा वित्तीय वर्ष 2024-25 में निवेश करने की संभावनाएं व्यक्त की गई हैं। इनमें से लगभग 600 करोड़ के हेल्थ एंड हॉस्पिटल सेक्टर वाले निवेश के इंटेशन को छोड़कर सभी को स्वीकार कर लिया गया है। रीवा संभाग में अब तक 26177.14 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव आ चुके हैं। जिसमें से सिंगरौली जिले में 2271 करोड़ रुपये के निवेश के लिए प्रस्ताव आए हैं। समिट तक इन्वेस्टर्स से संपर्क करने के लिए एमपीआईडीसी के अधिकारी एड़ी-चोटी कर रहे हैं। इसलिए संभावना बनी हुई है कि यह निवेश और अधिक बढ़ सकता है।
अलग-अलग औद्योगिक क्षेत्रों के लिये किया आवेदन—
कुल 6 उद्यमियों में से 3 ने एमपीआईडीसी के अविकसित भूखंडों या इंडस्ट्रियल पार्कों पर और एक ने उद्योग दीप वैढ़न फेस-3 और एक ने फुलवारी इंडस्ट्रियल एरिया में निवेश करने का अपना प्रस्ताव दिया है। जो भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेसटर्स समिट-2025 के आयोजन में मौजूद रहेंगे। उनके द्वारा अपने द्वारा दिए गये प्रस्ताव और प्रोडक्ट्स सहित इंडस्ट्री की रूपरेखा की जानकारी दी जायेगी। जिसमें यह भी बताया जायेगा कि निवेशक कितने रूपये का कुल निवेश करेगा और उसमें मशीनरी की कीमत का हिस्सा क्या होगा?
तय हो जायेगी मिलने वाले रोजगार की रूपरेखा—
प्रदेश की राजधानी भोपाल में आयोजित होने वाली समिट में पूरे देशभर से ही नहीं बल्कि विदेश से भी इंडस्ट्रियलिस्ट मौजूद रहेंगे। प्रदेश के जिलों में फैली औद्योगिक भूखंडों की जानकारी भी पटल पर रखी जायेगी। हालांकि कई विभाग इस समिट की तैयारी में लगे हुए हैं, इसलिए निवेशकों तक उपलब्ध भूमि और प्रदेश सरकार के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं की जानकारी दी जा चुकी है। आयोजक विभाग यह जिम्मेदारी उठा रहे हैं। जिसके बाद यह भी सामने आ जायेगा कि जिले में लगने वाले उद्योगों में कितने लोगों को रोजगार मिलेगा।
जिले के उद्यमी भी पहुंचेंगे—
जिले भर अपनी उद्यमिता को लेकर जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, मप्रऔविनि व अन्य विभागों के द्वारा जिले के उद्यमियों की जानकारी भी तैयार की गई है। सरकारी ही नहीं गैर सरकारी उद्यमियों सहित व्यापारिक संगठनों व उनके प्रतिनिधियों को आमंत्रण भेजे जा रहे हैं। अब तक 100 से अधिक लोगों की जिले में सूची तैयार किए जाने की जानकारी दी गई है। जिन्हें आमंत्रित कर समिट का हिस्सा बनने का आग्रह किया जायेगा।
जिले को कई बड़े निवेशक मिलने की है संभावना—
जिस प्रकार एमपीआईडीसी के द्वारा समिट को सफल बनाने के लिए प्रयास किए जा रहे है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जिले कई बड़े निवेशक मिल सकते हैं। जो अपने उद्योगों के जरिए जिले के युवाओं के लिए रोजगारपरक भी सिद्ध होंगे। इंडस्ट्रियल एरिया को और अधिक विकसित करने और वेबसाइट को दुरुस्त करने की जरूरत है। जिससे सभी संबंधित अपने लिए जिले में उपलब्ध औद्योगिक भूखंडों की जानकारी हासिल कर सकें।।