बड़ी खबरभोपालमध्य प्रदेश
बजट सत्र में अपने ही विधायकों से घिरी मोहन सरकार, चिंतामणि के बाद अब ये मंत्री खोलेंगे मोर्चा


चिंतामणि के बाद इन मंत्री के तेवर…बोले दरवाजे बैठ जाऊंगा—
चिंतामणि मालवीय का मुद्दा अभी संभाल भी नहीं कि ग्वालियर से विधायक और मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर ने सरकार के सामने नया संकट खड़ा कर दिया है। सिंधिया खेमे से मंत्री तोमर ग्वालियर में उद्योग की स्थापना को लेकर ऐसे व्यथित हुए कि उन्होंने यहां तक कह दिया कि जरूरत पड़ी तो मैं दरवाजे बैठ जाऊंगा। तोमर बोले मैंने ज्योतिरादित्य सिंधिया जी से कहा कि ग्वालियर में पहले की तरह उद्योग स्थापित हों।

जेपी नड्डा हुए नाराज तो मध्य प्रदेश के इस नेता पर हुआ तत्काल एक्शन, थमा दिया नोटिस—
ज्योतिरादित्य को ऊर्जा मंत्री की चेतावनी सिंधिया महल के गेट पर बैठने की तैयारी। उसके लिए आप देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी से मिलें। हमें ग्वालियर को फिर एक बार औद्योगिक नगरी बनाने के लिए काम करना है। अगर जरूरत पड़ी तो मैं आपके दरवाजे पर बैठूंगा। उद्योग के लिए ग्वालियर को जितनी जरूरत है उतना उसे नहीं मिल पा रहा है। चिंतामणि फिर बोले गलत नहीं कहा माफी क्यों मागूंगा। बजट सत्र में अपनी ही सरकार को घेरने वाले विधायकों के सवालों से गर्माता रहा प्रश्नकाल लेकिन उज्जैन के आलोट से विधायक चिंतामणि मालवीय ने जो मुद्दा उठाया वह तो पार्टी स्तर पर भी बर्दाश्त नहीं हुआ। सदन में सिंहस्थ के जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर चिंतामणि मालवीय ने जिस तरह से मुद्दा उठाया और सीएम डॉ. मोहन यादव को निशाने पर लिया उसके बाद पार्टी ने भी उन्हें शो कॉज नोटिस देने में देर नहीं लगाई। हांलाकि नोटिस मिलने के बाद भी चिंतामणि का कहना था कि उन्होने ऐसा कुछ नहीं कहा जिसके लिए माफी मांगी जाए। उन्होने फिर दोहराया कि मैंने सही मुद्दा उठाया है। जनप्रतिनिधि होने के नाते ये मेरा कर्तव्य है कि मैं जनता की आवाज उठाऊं।

विधायक जिन्होने अपनी ही सरकार को घेरा—
रीती बोलीं लेकिन लोग अड़ंगा लगा देते हैं। बीजेपी की विधायक रीति पाठक ने सीधी के जिला अस्पताल का मुद्दा उठाया और कहा कि यहां ना केवल डॉक्टर का संकट है। मेडिकल कॉलेज भी नहीं बन सका। उन्होंने कहा कि इसे पीपीपी मॉडल से हटाना चाहिए लेकिन जो खास बात उन्होंने कही वो ये कि हम सीधी के विकास के लिए कई प्रयास करते हैं लेकिन लोग अड़ंगा लगा देते हैं। सवाल लाजिमी है कि अड़ंगा कौन लगा रहा है? वैसे रीती पाठक और डिप्टी सीएम राजेन्द्र शुक्ल एक बार मंच पर आमने सामने हो चुके हैं। बीजेपी विधायक का सवाल धान घोटाले की जांच में देरी किसलिए ? जबलपुर की पाटन सीट से विधायक व पूर्व मंत्री अजय विश्नोई तो हमेशा ही अपनी साफगोई के लिए जाने जाते हैं। जबलपुर में धान खरीदी में हुए घोटाले और ईओडब्ल्यू की जांच को लेकर उन्होंने सवाल किया कि एक महीने से ऊपर हो गया जांच रिपोर्ट क्यों नही आई? बीजेपी विधायक का आरोप मंत्री भ्रष्ट अफसर की ढाल बनेभिंड से विधायक नरेन्द्र संह कुशवाहा ने अपने क्षोत्र में बिजली कटौती का मुद्दा उठाया और उर्जा मंत्री प्रदुम्न सिंह तोमर पर ये बड़ा आरोप लगाया कि वे भ्रष्टा अफसर का ढाल बनने की कोशिश कर रहे हैं।।