मुंबई हमले का आरोपी तहव्वुर राणा अमेरिका से दिल्ली लाया गया, अब होगी आधिकारिक गिरफ्तारी

नई दिल्ली।। 26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण कर भारत लाया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में राणा को गुरुवार दोपहर बाद करीब पौने तीन बजे दिल्ली एयरपोर्ट लाया गया। जहां उसे कड़ी सुरक्षा के बीच विशेष स्थान पर रखा गया है। सूत्रों के अनुसार अब तहव्वुर राणा की औपचारिक गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। सुरक्षा एजेंसियों ने राणा की मौजूदगी को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व रूप से सख्त कर दिया है। उसकी कस्टडी के दौरान किसी भी संभावित खतरे को भांपते हुए सुरक्षा एजेंसियां पूरी सतर्कता बरत रही हैं। एनआईए को उम्मीद है कि तहव्वुर राणा की गिरफ्तारी और उससे पूछताछ से 26/11 हमले की साजिश के कई अहम और गहरे पहलू सामने आ सकते हैं। इससे पाकिस्तान में बैठे आतंक के आकाओं की भूमिका और नेटवर्क को बेनकाब करने में मदद मिल सकती है। गौरतलब है कि तहव्वुर राणा पाकिस्तानी अमेरिकी आतंकी डेविड हेडली का करीबी माना जाता है और उसी के जरिए उसने हमले की तैयारी में अहम भूमिका निभाई थी। 26/11 मुंबई हमला भारत के इतिहास में सबसे बड़े आतंकी हमलों में से एक था। जिसमें 10 आतंकवादियों ने मुंबई के कई प्रमुख स्थानों पर हमला किया था। इस हमले में 166 लोग मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे। इस मामले की जांच एनआईए कर रही है और अब नरेंद्र मान इस मुकदमे को अदालत में आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
तहव्वुर राणा की तरह दाऊद को भी पाकिस्तान से लाए केंद्र सरकार : विजय वडेट्टीवार—-
26/11 आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत लाए जाने पर महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि तहव्वुर राणा को काफी सालों बाद भारत लाया जा रहा है। मैं इतना ही कहूंगा कि उसे तुरंत फांसी दी जानी चाहिए। 26/11 के मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा के भारत प्रत्यर्पण को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस के नेता विजय वडेट्टीवार ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा देश के गृह मंत्री कह रहे हैं कि उसे (तहव्वुर राणा) भारत लाना सरकार की बड़ी उपलब्धि है लेकिन अगर उसे 11 साल बाद ला रहे हैं तो उसे यहां लाने के तुरंत बाद फांसी पर लटका दें। उसे बिना किसी देरी के सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा अगर सरकार के लिए यह बड़ी उपलब्धि है तो मैं इतना ही कहूंगा कि सरकार दाऊद को भी लेकर आए जबकि वह तो बहुत नजदीक बैठा है। अगर अमेरिका से तहब्बुर राणा को लाया जा सकता है तो पाकिस्तान से दाऊद को क्यों नहीं लाया जा सकता। उनमें हिम्मत है तो मुंबई में आतंक मचाने वाले को भी पकड़कर भारत लेकर आए। वक्फ कानून को लेकर पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा पर कांग्रेस नेता ने कहा ये केंद्र सरकार की जिम्मेदारी बनती है क्योंकि केंद्र सरकार ने बिल लाकर हिंदू-मुस्लिमों को बांटने का काम किया है। इस तरह के बिल ने लोगों में जनाक्रोश को बढ़ावा दिया है। यह केंद्र सरकार की करनी का फल है। देश में जो भी अशांति होगी। इसके लिए बीजेपी सरकार जिम्मेदार है। इससे पहले शिवसेना नेता शाइना एनसी ने तहव्वुर राणा को सजा-ए-मौत देने की मांग की। उन्होने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि 2019 से पीएम मोदी का लगातार प्रयास रहा है कि 26/11 मुंबई आतंकी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को भारत वापस लाया जाए। हम सभी मांग करते हैं कि तहबुर राणा को सजा-ए-मौत दी जाए। यह उन आतंकियों के लिए एक सबक है। जो यह सोचते हैं कि वे कानून की पकड़ से बाहर हैं।।