
ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। 2 अप्रैल को सड़क हादसे में घायल अनिल द्विवेदी की उपचार के दौरान रीवा में 10 अप्रैल की शाम मौत हो गई। आक्रोशित परिजनों ने पोस्टमार्टम उपरांत सीधी जिला मुख्यालय स्थित सांसद आवास के सामने शव रखकर चक्काजाम आंदोलन कर चालक के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। डीएसपी गायत्री तिवारी की समझाइश एवं परिजनों की मांग पर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। उल्लेखनीय हैं कि सांसद राजेश मिश्रा के आवास के सामने शुक्रवार दोपहर करीब 1.45 बजे से 4 बजे तक एक युवक का शव रखकर प्रदर्शन किया गया। मृतक के परिजनों का आरोप है कि 2 अप्रैल को सांसद की बहू डॉ. बीना मिश्रा कार से कहीं जा रही थीं। तभी स्कूटर सवार अनिल द्विवेदी को कार से टक्कर मार दी। घायल अनिल को पहले जिला अस्पताल फिर नागपुर और अंत में रीवा संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया था। जहां 11 अप्रैल को उसकी मौत हो गई। परिजनों ने कार का नंबर एमपी 53 जेई 5613 बताया। उनका कहना है कि यह सांसद के बेटे अनूप मिश्रा की पत्नी के नाम पर रजिस्टर्ड है। लेकिन पुलिस ने अभी तक सांसद की बहू बीना मिश्रा को गिरफ्तार करना तो दूर उनके खिलाफ एफआईआर तक दर्ज नहीं किया है। इसके बाद परिजन और ग्रामीण सांसद के आवास पहुंच गए। उनकी मांग थी कि जब तक डॉ. बीना मिश्रा पर मामला दर्ज नहीं होता और सांसद परिवार का कोई सदस्य सामने नहीं आता तब तक वे शव को नहीं हटाएंगे।
मृतक के चाचा ने लगाया आरोप—
मृतक के चाचा नागेंद्र द्विवेदी का आरोप है कि हादसे के बाद अनिल को मदद नहीं मिली। सांसद पुत्र अनूप मिश्रा ने कार की पहचान स्वीकारी है। उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी कार नहीं चला रही थीं। वे पुलिस जांच में सहयोग कर रहे हैं। वहीं धरना प्रदर्शन की जानकारी लगते ही डीएसपी गायत्री तिवारी और कोतवाली थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा मौके पर पहुंचे। उन्होंने एफआईआर करने का आश्वासन दिया। तब जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ और मृतक को लेकर वो गांव की तरफ रवाना हो गए।
पुलिस की सूझबूझ से समाप्त हुआ धरना—
बता दें कि जैसे ही पीड़ित परिवार के लोग सांसद आवास के सामने जमा होने लगें। तभी पुलिस ने आंदोलन को भांपते हुए पर्याप्त बल लगा दिया। डीएसपी गायत्री तिवारी ने मुताबिक मामले में पहले एक्सीडेंट का केस दर्ज था। अब चूंकि व्यक्ति की पहचान हो गई है। इसलिए मामले में नाम बढ़ाया जाएगा।।