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6 घंटे की कड़ी समझाइश के बाद लौटे हरदा ब्लास्ट के पीड़ित
प्रशासन ने दिया मांग पूरी करने का भरोसा,भोपाल में सीएम हाउस के लिए किया था कूच


पीड़ित बोले जमानत के बाद आरोपी कर रहा वसूली— कलेक्टर और एसपी ब्लास्ट पीड़ितों को समझाइश दे रहे थे। इस दौरान पीड़ित परिवार के देवी सिंह राजपूत ने आरोप लगाया कि पटाखा फैक्ट्री के मालिक राजेश उर्फ राजू अग्रवाल को कोर्ट ने किडनी खराब होने को लेकर छह महीने की अंतरिम जमानत दी गई है जबकि वह शहर में घूमकर वसूली कर रहा है। उन्होंने एसपी से कहा कि आप देखें आरोपी की जमानत आराम के लिए दी गई है लेकिन वह जेल से बाहर आने के बाद अपना रुपया वसूली कर रहा है। सीहोर एसपी दीपक कुमार शुक्ला का कहना है कि सीहोर जिले की सीमा पर नया यात्रा से हरदा के प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस बातचीत कर रहे हैं। समझौते के प्रयास किया जा रहे हैं और उन्हें समझाइश दी जा रही है। सीहोर पुलिस बल मौके पर मौजूद है। सीहोर पुलिस ने यात्रा को नहीं रोका है।

9 महीने बाद भी नहीं मिला न्याय —
बता दें कि 6 फरवरी को बैरागढ़ की पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लॉस्ट के पीड़ित परिवारों को हादसे के नौ महीने बाद भी न्याय नही मिल पाया है। जिसे लेकर पीड़ित परिवार के लोगों ने हरदा से पैदल भोपाल जाकर सीएम डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कर उनके टूटे घर का मुआवजा एवं हादसे में मृत लोगों को मुआवजा देने की मांग करने का निर्णय लिया है।

कांग्रेस ने कहा हो रहा जनता का शोषण—-
हरदा विस्फोट मामले में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इसके लिए हरदा कलेक्टर और एसपी को जिम्मेदार ठहराते हुए पीड़ितों को मुआवजा दिलाने की मांग की है। उन्होंने सोशल मीडिया X पर लिखा भाजपा सरकार प्रशासन के माध्यम से मजबूर जनता का शोषण और दमन करने पर उतारू है। हरदा पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट के पीड़ित पिछले 9 महीनों से मुआवजे की आस में दर-दर भटक रहे हैं लेकिन अब तक उन्हें मुआवजा नहीं दिया गया है। सिंघार ने इस मामले में मुख्यमंत्री से पांच सवाल पूछे हैं। साथ ही उन्होंने कहा है कि मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार जनता की दुश्मन और जन-विरोधी बन चुकी है। मौन यादव (मोहन यादव) मुंह पर उंगली रख के बैठे हैं। अब यह असहनीय है। मध्यप्रदेश के हरदा में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट हो गया। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई। कई घायलों की स्थिति गंभीर है। कई लोग लापता बताए जा रहे हैं। मौके पर मौजूद NDRF(नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स ) मलबे में दबे लोगों को निकाल रही हैं। टीम जब जेसीबी से मलबा हटा रही थी इस दौरान एक और धमाका हो गया।

हरदा पटाखा फैक्ट्री मालिक को किडनी ट्रांसप्लांट के लिए जमानत,6 महीने बाद करना होगा सरेंडर—
हरदा की जिस पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट से 13 लोगों की मौत हुई थी। उसके मालिक राजेश अग्रवाल को सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिल गई है। अग्रवाल की तरफ से कोर्ट में याचिका दायर कर कहा गया था कि वह किडनी की बीमारी से पीड़ित है और कोलकाता में किडनी ट्रांसप्लांट कराना चाहता है।