
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। सिंगरौली जिले के बैढ़न बस स्टैंड में सोमवार-मंगलवार की आधी रात को खड़ी बस में आग लग गयी। जिसमें सो रहे एक व्यक्ति की भी मौत हो गयी। आग की चपेट में एक अन्य बस भी आयी और वह भी पूरी तरह से जल गयी। फिलहाल आग लगने की कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच में लगी हुई है। घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के पास की है। घटना की जानकारी में नगर पुलिस अधीक्षक के जारी वीडियो में बताया गया कि विजय बस क्रमांक CG30E0811 जो वैढ़न से सुबह 7 बजे रामानुजगंज छत्तीसगढ़ व वहां से वापसी कर वैढ़न बस स्टैंड में रात 8.30 बजे पहुँचती है। घटना दिवस सोमवार को भी अपने निर्धारित समय पर विजय दिवस सोमवार को कर अपने निधासिक खड़ी थी कि देर रात्रि 12.20 बजे अचानक विजय बस में आग धधकने लगी। बस के अंदर सो रहे चालक, परिचालक काशी पटेल व खलासी हरिश पनिका कुछ समझ पाते उससे पहले आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और बस धू धू कर जलने लगीं।
बस के अंदर आगे तरफ सो रहे परिचालक काशी पटेल व पीछे तरफ सो रहे चालक जाहिद खान ने किसी तरह से बस से कूद कर अपनी-अपनी जान बचा ली लेकिन बस के बीच में कहीं पर गहरी नींद में सो रहा खलासी मृतक हरीश पनिका पुत्र स्व लच्छन धारी उम्न 25 निवासी रामनगर थाना बसंतपुर जिला बलरामपुर छत्तीसगढ़ अपने आप को बचा नहीं पाया और जब तक दमकल गाडीयां पहुंची। उससे पहले खलासी की जलने से दर्दनाक मौत हो गयी। आगजनी की इस घटना में विजय बस के बगल में खड़ी सिद्दीकी बस क्रमांक MP17P1277 भी चपेट में आ गयी और जल गयी।
बताया गया कि यह बस सिद्दीकी बस मालिक का अतिरिक्त बस था जो बस स्टैंड में घटना ग्रस्त विजय बस के बगल में सटी हुई खड़ी थी जो जल गयी। नगर पुलिस अधीक्षक के अनुसार रात्रि में ही बस की आग को बुझाकर बसों को जनपद कार्यालय प्रांगड़ में खड़ी करा दी गयी और स्थानीय व प्रत्यक्ष दर्शियों के बयान के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ आगजनी का मामला दर्ज कर विवेचना शुरू कर दी गयी है और शव का पीएम करा कर परिजनों को सौंप दिया गया है।
घर का इकलौता चिराग बुझ गया—-
सूचना के बाद कोतवाली में शव लेने पहुंचे मृतक के चाचा शिवधारी ने बताया कि मृत्तक हरीश पनिका चार भाई बहनों में इकलौता भाई था और हरीश के माता-पिता का निधन बहुत पहले ही हो चुका है। अब हरीश के दिवंगत होने के बाद उसके घर का इकलौता चिराग भी बुझ गया। मृतक के चाचा ने बताया कि हरीश की अभी शादी नहीं हुई थी लेकिन उसके तीनो बहनो की शादी हो चुकी है। हरीश अपने घर में अकेले रहता था और बस में खलासी की नौकरी कर अपना जीविको पार्जन कर रहा था। चाचा शिवधारी ने बताया की चाचा बड़े पिता जी मिलाकर बड़ा परिवार है लेकिन मेरे भाई स्व. लछनधारी का आगे का वंश समाप्त हो गया।
आगजनी की घटना पर अलग अलग संभावनाएं—
जिले के सबसे व्यस्ततम अंतरराज्यीय बस स्टैंड में दो-दो बसों में अचानक आग लगने की घटना पर स्थानीय लोग अलग-अलग संभावनाएं जता रहे हैं। संभवनाओं के अनुसार बस के अंदर चालक, परिचालक ब खलासी ने शराब व धूम्रपान आदि के साथ पार्टी की थी। सम्भवतः धूम्रपान की वजह से आग लगी हो जबकि दूसरी सम्भावना में पुलिस के साथ स्थानीय जन मान रहे है कि मच्छरों से बचने के लिए मार्टिन जलाये होंगे जो आगजनी का बड़ा कारण हो सकता है। बहरहाल पुलिस अज्ञात कारण मानकर मामला दर्ज कर दूसरे पहलुओं पर पड़ताल करने की बात कह रही है।
विधायक ने 4 लाख की आर्थिक सहायता का दिया आश्वासन—
बस अगजनी की घटना में दिवंगत हरीश पनिका के आर्थिक मदद के लिए सदर विधायक रामनिवास शाह ने डीएम सिंगरौली से बात करके मृतक के परिजनों को 4 लाख रूपये की आर्थिक सहयोग दिलाने का आश्वासन दिया है। जो परिजनों को 7 दिन के अंदर उपलब्ध होगी। उधर बस मालिक रमाकांत गुप्ता ने भी अपने स्तर से वैढन से शव रामनगर ले जाने का वाहन व्यवस्था व दाह संस्कार के लिए तत्काल आर्थिक मदद की है।
अंतर्राज्यीय बस स्टैंड असुरक्षित—
कोतवाली के नाक के नीचे मौजूद बस स्टैंड में सुरक्षा का आभाव है। पुलिस के लचर कार्यप्रणाली की वजह से बस स्टैंड अराजक तत्वों का 24 घंटे जमावड़ा रहता है। स्थानीय दुकान दारों की माने तो पूरी रात बस स्टैंड में शराब, गांजा व अन्य नशे के नशेड़ियों के जमावड़ा के साथ मनचलो व आपराधिक प्रवृति के लोग बस स्टैंड में जमे रहते हैं। बस स्टैंड में रात्रि 11.30 बजे तक यात्रियों का आना जाना लगा रहता है लेकिन मजाल है सुरक्षा की दृस्टि से पुलिस एकात बार भी रात्रि गस्त लगाए। ऊर्जाचल परिवहन श्रमिक संघ के अध्यक्ष भगवान दास गुप्ता व सचिव हीरो पाण्डेय के अनुसार तत्कालीन एसपी इरशाद वली के कार्यकाल में बस स्टैंड की सुरक्षा की दृस्टि से पुलिस चौकी की स्थापना की गयी थी लेकिन उनके जाने के बाद चौकों को हटा दिया गया। जिसके बाद बस स्टैंड में पूरी रात आपराधिक प्रवृति के लोगों का पूरी रात मूवेंट होता रहता है। बताया गया कि बस स्टैंड की सुरक्षा के लिए कई बार एसपी व डीएम सिंगरौली को ज्ञापन दिया गया लेकिन किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया।।