

आरएसएस के लिए आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल—
आरोप है कि कांग्रेस पार्टी के नेता पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राम शिरोमणि शाहवाल ने पार्टी की मीटिंग में आरएसएस के लोगों को गद्दार कहा। उन्होंने आरएसएस संस्था को भी गद्दार संस्था कहा। इसके साथ ही साथ ही आरएसएस कार्यकर्ताओं को खूब खरी-खोटी सुनाई। आपत्तिजनक बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसके बाद RSS नेताओं ने सिंगरौली के कोतवाली थाने में जाकर इसका विरोध करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई।

कांग्रेस की मीटिंग का वीडियो वायरल—
दरअसल ये वीडियो सिंगरौली जिले के मुख्यालय बैढन का है। जहां बुधवार को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पुण्यतिथि पर कांग्रेस पार्टी के नेता-कार्यकर्ता एकत्रित हुए। यहां कांग्रेस पार्टी पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राम शिरोमणि शाहवाल के साथ ही जिले और प्रदेश लेवल के कई नेता शामिल हुए। इस दौरान शाहवाल ने आरएसएस के बारे में शर्मनाक बातें कही वायरल वीडियो में शाहवाल कह रहे हैं। आरएसएस देश को जातियों में बांटने का कार्य कर रही है। दलितों के साथ मतभेद होता है, बड़ी जातियों के लोग अपने बर्तन भी साफ करवाते हैं।
जाने क्या कहा मध्य प्रदेश विधान सभा के पूर्व सदस्य कमलेश्वर पटेल ने—
मोहन यादव जी की पुलिस ने सेना का अपमान करने वाले भाजपा मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं की लेकिन उसी अपमान के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामशिरोमणि शाहवाल पर FIR दर्ज होती है और आज उन्हें गिरफ़्तार करवा दिया जाता है। मुख्यमंत्री मोहन यादव जी क्या मध्यप्रदेश में अब लोकतंत्र समाप्त हो चुका है? क्या कांग्रेस पार्टी अब लोकतांत्रिक तरीक़े से सेना के अपमान का विरोध भी नहीं कर सकती? यह सिर्फ़ एक गिरफ़्तारी नहीं यह लोकतंत्र की हत्या है। इस अन्याय में मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी श्री शाहवाल जी के साथ मज़बूती से खड़ी है।
जाने क्या कहा कांग्रेस शहर जिलाध्यक्ष अरविन्द सिंह ने—
भाजपा सरकार में भारत देश में दो तरह का नियम बन चुका है। एक भाजपा के हित में और दूसरा कांग्रेस एवं आम जन के विरोध में। भाजपा के नेता चाहे देश की सेना का अपमान का करें। चाहे आम जनता पर दिनदहाड़े गोली चलाएं। चाहे देश की महिलाओं बालिकाओं के छेड़छाड़ बलात्कार करे या फिर कितना भी संगीन अपराध करें उन्हें पुलिस के द्वारा खुला छूट है। मोहन यादव जी की पुलिस ने सेना का अपमान करने वाले भाजपा मंत्री पर कोई कार्रवाई नहीं की। लेकिन उसी अपमान के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाने पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व सचिव रामशिरोमणि शाहवाल पर FIR दर्ज होती है और आज उन्हें गिरफ़्तार करवा दिया जाता है। इस तरह गिरफ्तार करके पुलिस प्रशासन में साबित कर दिया कि इस देश में अपराध चाहे जो भी हो भाजपा के इशारे पर ही काम किया जाएगा। यह सिर्फ एक गिरफ़्तारी नहीं यह लोकतंत्र की हत्या है। इस अन्याय में मैं और पूरी कांग्रेस पार्टी श्री रामशिरोमणि शाहवाल जी के साथ मज़बूती से खड़ी है।