
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। सिंगरौली जिले के 17वीं वर्षगांठ पर आयोजित सिंगरौली महोत्सव के दूसरे दिन राजमाता चूनकुमारी स्टेडियम में भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें देश के जाने-माने कवियों ने काव्य पाठ किया। देशभर से आये सुप्रसिद्ध कवियों में डा. विष्णु सक्सेना गीतकार, श्वेता सिंह बड़ोदरा, विनीत चौहार वीर रस, गजेन्द्र सोलंकी वीर रस, अखिलेश द्विवेदी हास्य, दिनेश बावरा हास्य, प्रियांशु गजेन्द्र गीतकार, रवीन्द्र जानी, हास्य, विजय लक्ष्मी शुक्ला गीत, लक्ष्मीकान्त निर्भीक वीर रस शामिल हुये और अपनी प्रस्तुतियों से उपस्थित लोगों का खूब मनोरंजन किया।राजस्थान की धरती से पधारे कवि विनीत चौहान ने अपनी ओज भरी कविताओं से दर्शकों की खूब वाहवाही बटोरी उन्होने जब सुनाया कि था बहुत पानी मगर तलवार पर सब चढ़ गया है, इसलिए राजस्थान रेगिस्तान बनकर रह गया है। राजस्थानी धरा शौर्य की कथा कहा करती है, पानी कम है मगर रक्त की नदी बहा करती है, सुनकर लोगों ने खूब तालियां बजायी। सम्मेलन के संचालन का दायित्व निभाने वाले वीर रस के कवि गजेंद्र चौहान के ने भारत पाकिस्तान के वर्तमान परिवेश पर सुनाते हुए कहाकि कभी परमाणु बम से तो कभी गौरी से डराता है, डेढ़ सौ करोड़ भारवासी फूंक भी मरेंगे तो पूरा पाकिस्तान उड़ जायेगा.. सुनाया तो श्रोताओं में भी जोश भर गया और खूब तालियां बजाई। कवि द्वारा वीर रस की एक से बढकर एक कविताएं सुनाई, जिसमें.. एकता अखंडता का शोर चारों ओर हो, नये युग की कहानी का नया उल्लास हो.. आदि प्रमुख थीं।हास्य कवि अखिलेश द्विवेदी ने माहौल को तब खुशनुमा बना दिया जब उन्होंने राजनीतिक दलों पर कटाक्ष करते हुए कहाकि सारे तिलस्म टूट गये ठाठ बाठ में, खूब माल कमाये थे चरण चाट के, बीजेपी को सांप तो खुद को नेवला बताते बताते, धोबी का कुत्ता बन गये, न घर के रहे न घाट के..। राधे मां पर भी उन्होंने कटाक्ष करते हुए कविता पढ़ी और खूब तालियां बटोरीं। प्रेम रस की कवित्री स्वेता सिंह मंच पर आईं तो श्रोताओं ने उनका स्वागत दिलखोल कर किया। उन्होंने मोहब्बत इक समंदर है न कोशिश तैरने की कर, जो इसमें डूब जाता है वहीं पार होता है। हृदय द्वार को उसने ऐसे खटखटाया सांकल, धड़कन धड़कन उसकी खातिर हो बैठे पागल। कवि सम्मेलन में जिले के प्रसिद्ध विजय लक्ष्मी शुक्ला और लक्ष्मीकांत ने भी एक से बढ़कर एक काव्य पाठ कर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। कवि लक्ष्मीकान्त निर्भीक ने सुनाया कि मैं थोड़ा कड़वा हूं गाता नहीं हू, देश के गद्दारों को भाता नहीं हूं। देश जब संकट में हो तो हंसता नहीं हूं। मैं गौ गौरी गंगा की बात करूंगा मेरे दिल में हिन्दूस्तान है मैं बस तिरंगा की बात करूंगा। तो उपस्थित लोगों में देशभक्ति का भाव जग गया। अन्य कवियों में विष्णु सक्सेना, विनीत चौहान, दिनेश बावरा, प्रियांशु गजेंद्र, रवींद्र जानी ने भी अपने काव्य पाठ से लोगों को गुदगुदाया। कवि सम्मेलन की शुरुआत दीप प्रज्वलन कर की गई। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में विधायक रामनिवास शाह, महापौर रानी अग्रवाल, पूर्व विधायक रामलल्लू वैश्य, कलेक्टर चंद्रशेखर शुक्ला, एसपी मनीष खत्री मुख्य रुप से शामिल थे। कार्यक्रम में भाजपा जिलाध्यक्ष सुंदर शाह, नगर निगम अध्यक्ष देवेश पांडेय, प्रधिकरण अध्यक्ष दिलीप शाह, जिला पंचायत सीईओ गजेंद्र सिंह नागेश, अपर कलेक्टर पीके सेनगुप्ता, संजीव पांडेय, सौरभमिश्रा, सविता यादव, रमेश पटेल, भाजपा नेता संदीप शुक्ला, पार्षद सीमा जायसवाल, मुकेश तिवारी, विनोद चौबे, विक्रम सिंह चंदेल, लालबाबू बैस, बालकृष्ण राउत सहित अन्य लोग उपस्थित थे।