
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। जिला मुख्यालय वैढ़न स्थित जिला चिकित्सालय सह ट्रामा सेंटर एक मात्र बड़ा चिकित्सालय है। जहां बीमार अपनी बीमारी ठीक करने के उद्देश्य से पहुंचते हैं परन्तु जिला चिकित्सालय में जितने बेड हैं। उससे कहीं ज्यादा मरीजों को भर्ती करना पड़ता है। जिस कारण ट्रामा सेंटर की व्यवस्थाएं चरमरा जाती हैं। जिला अस्पताल सह ट्रामा सेंटर में शासन से 200 बेड स्वीकृत हैं, लेकिन बीमारियों के पीक सीजन में इससे दोगुने मरीज भर्ती होते हैं। वहीं ऑफ सीजन में भी यहां के विभिन्न वाडों को मिलाकर दो सौ से ज्यादा मरीज रहते हैं। इसके बाद भी मैनपॉवर और संसाधनों में वृद्धि नहीं की जा रही है। जिससे जिला अस्पताल प्रशासन को परेशान होना पड़ता है। फिलहाल इस समय यही स्थिति है। वहीं मेडिकल कॉलेज के शैक्षणिक स्टाफ के भी आ जाने से अब बैठने के लिए कक्षों की कमी भी होने लगी है। फिलहाल अस्पताल प्रशासन किसी तरह बेड और संसाधनों की व्यवस्था कर रहा है। ये हाल तब है जब तत्कालीन कलेक्टर राजीव रंजन मीणा ने हर समय औसतन तीन सौ से ज्यादा मरीजों के 7 भर्ती रहने की स्थिति को देखते हुए चार साल पूर्व अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य को पत्र लिखकर जिला अस्पताल सह ट्रामा सेंटर को तीन सौ बिस्तरीय किए जाने का अनुरोध किया था तो इसके एक साल बाद ही तत्कालीन सिविल सर्जन डॉ. ओपी झा ने अस्पताल को 400 बेड करने के लिए स्वास्थ्य आयुक्त को पत्र लिखा था लेकिन इन पत्रों पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिला अस्पताल में जिले के मरीज तो आते ही हैं। पड़ोसी राज्य यूपी व छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिलों के लोग भी बीमार परिजनों को लेकर उपचार कराने यहीं पर आते हैं। जिला अस्पताल में हाल के वर्षों में जांच व उपचार की व्यवस्था उन्नत होने के कारण अब ज्यादातर मरीज प्राइवेट चिकित्सालयों या क्लीनिकों में जाने की जगह यहीं आते हैं। पूर्व में छह-सात सौ रहने वाली ओपीडी भी एक हजार के पार रहने लगी है।
तृतीय-चतुर्थ श्रेणी संग डॉक्टरों के कई पद खाली—
ट्रामा सेंटर के सर्जरी विशेषज्ञ के दो मेडिकल विशेषज्ञ का एक निश्चेतना विशेषज्ञ के दो अस्थि रोग विशेषज्ञ के दो चिकित्साधिकारी के 6 पद रिक्त हैं। इसी तरह स्टाफ नर्स के 25, रेडियोग्राफर के 2, एलटी के 2, ओटी टेक्नीशियन के 4, ड्रेसर ग्रेड-2 के 4, वार्ड ब्वॉय के 4 व वार्ड ब्वॉय के 3 पद खाली हैं। जिला अस्पताल में मेडिकल विशेषज्ञ के तीन में एक सर्जरी विशेषज्ञ के दो में एक, शिशु रोग के छह में तीन, निश्चेतना विशेषज्ञ के तीन में एक, नेत्र रोग विशेषज्ञ का एक, रेडियोलॉजिस्ट का एक, क्षय रोग विशेषज्ञ का एक, दंत रोग विशेषज्ञ का एक, चिकित्साधिकारी के 18 में में आठ सहित शहरी परिवार कल्याण केंद्र चिकित्साधिकारी और आयुष चिकित्सक का पद रिक्त है।
पैरामेडिकल व कार्यालयीन कर्मियों के कई पद हैं रिक्त—
नर्सिंग सिस्टर के 7, डिप्टी एमईआईओ का एक, मेट्रन के तीन, स्टाफ नर्स पुरुष के 11 में 9, नेत्र सहायक का एक, लैब टेक्नीशियन के 6 में 4, रेडियोग्राफर के तीन में दो, फार्मासिस्ट ग्रेड-2 के 5 में 1, लैब अटेंडेंट के चार, संविदा वार्ड ब्वॉय के 20, ओटी अटेंडेंट के 6 में 4, ड्रेसर के 5 में 4, डॉर्क रूम असिस्टेंट के 3 में 1, प्रशासकीय अधिकारी का एक, लेखापाल के दो, एएसओ का एक, असिस्टेंट ग्रेड-2 का एक, संविदा कंप्यूटर ऑपरेटर के 4, संविदा चालक के 2, नर्सिंग ब्रदर का एक और परिचर्या अधीक्षक ग्रेड-2 का एक पद भी रिक्त है।