जेईई एडवांस्ड के नतीजे हुए जारी, कोटा के राजित ने 332 नंबर लाकर किया ऑल इंडिया टॉप
8 साल में पहली बार 30% से ज्यादा छात्र क्वालिफाई हुए

नई दिल्ली।। देशभर के लाखों स्टूडेंट्स का इंतजार खत्म हुआ। जेईई (एडवांस्ड) 2025 का रिजल्ट घोषित कर दिया गया है। इस साल 18 मई को आयोजित परीक्षा में 1.80 लाख छात्र शामिल हुए थे। जिनमें से 54,378 ने सफलता हासिल की है। यानी इस बार हर तीन में से एक छात्र ने आईआईटी में एंट्री के लिए क्वालिफाई किया है। इस बार 30.14% छात्र क्वालिफाई हुए हैं जो पिछले 8 वर्षों में सबसे ज्यादा है। इससे पहले 2017 में 31.99% (1.59 लाख में से 51,040) छात्र सफल हुए थे। आईआईटी दिल्ली जोन के कोटा निवासी राजित गुप्ता ने ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल की। उन्हें 360 में से 332 अंक मिले। हालांकि पिछले साल के टॉपर से 23 अंक कम हैं। टॉप रैंक पाने वाली महिला उम्मीदवार देवदत्ता माझी रहीं जो आईआईटी खड़गपुर जोन से हैं। उन्हें 312 अंक मिले और ऑल इंडिया रैंक 16 हासिल की। इस साल जनरल कैटेगरी का कटऑफ 74 रहा, जो पिछले साल के मुकाबले 35 अंक कम है। इसके साथ ही सभी वर्गों के कटऑफ में भी गिरावट देखी गई है। इसका प्रमुख कारण यह है कि इस बार रिकॉर्ड 1.80 लाख से ज्यादा छात्र परीक्षा में शामिल हुए थे।
लड़कियां टॉप-15 में जगह नहीं बना पाईं, 2024 में 7वीं पर थी—
इस साल 41,337 छात्राएं परीक्षा में शामिल हुई थीं। जिनमें से 9,404 सफल रहीं। यानी कुल सफल उम्मीदवारों में लड़कियों की भागीदारी महज 17.3% रही। इस साल लड़कियां टॉप 15 में जगह नहीं बना पाई। बीते 6 साल में सिर्फ पिछले साल को छोड़ दें तो कोई लड़की टॉप-15 में नहीं रही है। 2024 में 7वीं रैंक थी। 2023 में 56वीं, 2022 में 16वीं, 2021 में 96वीं, 2020 में 17वीं रैंक थी।
कठिन पेपर का नतीजा, इस साल 40 छात्रों के ही 300 से ज्यादा अंक, पिछले साल ऐसे 101 थे—
जेईई मेंस में भी पहली रैंक पर थे राजित— आईआईटी जेईई एडवांस्ड-2025 में फिजिक्स व मैथ्स का पेपर कठिन था। उसका असर रिजल्ट में साफ नजर आया। इस बार जेईई एडवांस में रैंक-1 हासिल करने वाले राजित गुप्ता ने 360 में से 332 अंक हासिल किए। 2024 के नतीजों में 300 से अधिक अंक हासिल करने वाले 101 छात्र थे जबकि इस बार 40 छात्र ही हैं। राजित के जेईई मेन जनवरी सेशन में 100 पसेंटाइल और जेईई मेन अप्रैल सेशन में ऑल इंडिया रैंक 16 थी। पहली बार कोटा के ही रहने वाले किसी स्टूडेंट ने ऑल इंडिया टॉप रैंक हासिल की है। राजित के पिता दीपक भी 1994 में यहां की कोचिंग के रेगुलर स्टूडेंट रह चुके हैं। तब आरपीईटी में उनकी 48वीं रैंक थी। राजित ने बताया पढ़ाई के लिए सख्त शेड्यूल का पालन नहीं करता था। इससे अनावश्यक दबाव बनता है। मैं तभी पढ़ता था। जब मन करता था।
बुरहानपुर से पढ़कर माजिद ने बिना कोचिंग देश में पाई तीसरी रैंक—
बुरहानपुर के मेक्रोविजन एकेडमी के छात्र माजिद मुजाहिद हुसैन ने बिना कोचिंग के देश में तीसरी रैंक हासिल की। उन्होंने 360 में से 330 अंक प्राप्त किए। माजिद ने कहा सिर्फ दो साल ईमानदारी से पढ़ाई करो सफलता मिलती है। उन्होंने मोबाइल हफ्ते में केवल एक बार माता-पिता से बात के लिए इस्तेमाल किया। रोज 12 से 14 घंटे पढ़ाई करते रहे। उनके जुड़वां भाई साजिद ने 1600वीं रैंक हासिल की है। माजिद मूलतः महाराष्ट्र के जलगांव के हैं। जहां पिता मुजाहिद हुसैन और मां सकीना प्रोफेसर हैं।।