
नई दिल्ली।। भारत की 10 सबसे शक्तिशाली महिलाओं ने खुद की 2 लाख करोड़ रु. से अधिक की संपत्ति बनाई है। इतना ही नहीं ये 12 लाख करोड़ से अधिक मूल्य की कंपनियों का नेतृत्व करती हैं। ये वो महिलाएं हैं। जिन्होंने सॉफ्टवेयर, हेल्थकेयर, रिटेल और फाइनेंस जैसे सेक्टर्स में अपने दम पर बड़ा कारोबार खड़ा किया है। कैंडरे हुरून इंडिया वीमेन लीडर्स लिस्ट 2025 में ऐसी 95 महिलाएं शामिल की गई हैं। इनमें सबसे ऊपर जोहो कॉर्पोरेशन की सह-संस्थापक राधा वेम्बू हैं। इनकी संपत्ति 55,300 करोड़ रु. की है। यह स्व निर्मित सबसे धनी भारतीय महिला हैं। टॉप 10 में से 7 भारत में रहती हैं, बाकी 3 अमेरिका में हैं। दिलचस्प ये है कि 95 में से 38 मुंबई की हैं।बेंगलुरु में सिर्फ 10 रहती हैं। इनमें से अधिकांश ने बिना किसी विरासत या समर्थन के यह मुकाम हासिल किया है। इन्होंने उन उद्योगों में सेंध लगाई। जिन पर लंबे समय से पुरुष नेतृत्व वाले उद्यमों का वर्चस्व था। लिस्ट में अभिनेत्री जूही चावला 9वें नंबर पर हैं। वह आईपीएल टीम कोलकाता नाइट राइडर्स में पार्टनर हैं। भारत इंक चलाने वाली महिलाएं आज भारत में महिला नेतृत्व का सबसे मजबूत गढ़ वित्त बना हुआ है। जिसमें 95 सम्मानित व्यक्तियों में से 23 इस क्षेत्र से आती हैं। कोटक महिंद्रा बैंक की डिप्टी एमडी शांति एकाम्बरम पेशेवरों की सूची में सबसे ऊपर हैं। उनकी कंपनी का मूल्य 3.82 लाख करोड़ है। एचडीएफसी लाइफ की विभा पडालकर, पावर फाइनेंस कॉर्प की परमिंदर चोपड़ा और आदित्य बिड़ला कैपिटल की विशाखा मुल्ये भी प्रमुख खिलाड़ी हैं। सामूहिक रूप से, वित्त में महिला नेता कंपनी मूल्य में लगभग 8 लाख करोड़ का प्रबंधन करती हैं।