कोलार पुलिस ने अंतरराज्यीय चोर गिरोह का किया भंडाफोड़
पुलिस ने 1.5 करोड़ रुपये की चोरी की लूट बरामद की, बड़े गोल्ड लोन धोखाधड़ी का पर्दाफाश किया, 3 गिरफ्तार

ऑपरेशन टाईम्स भोपाल।। भोपाल की कोलार पुलिस ने गुरुवार को एक बड़ी सफलता हासिल की है। पुलिस ने बताया कि गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर उनसे 1.5 करोड़ रुपये की चोरी की गई संपत्ति बरामद की गई है। पुलिस के अनुसार तीनों ने कथित तौर पर पूरी तरह से रेकी करने के बाद खाली घरों को निशाना बनाया और चोरी की वारदातों को अंजाम देने के लिए दूसरे राज्यों से साथियों को बुलाया। भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने गुरुवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि अपराधी अपने बाहरी साथियों को स्थानीय होटलों या अपने घरों में पनाह देते थे। चोरी के बाद वे चोरी किए गए सोने के आभूषणों को भोपाल के पास मंडीदीप शहर में मुथूट फाइनेंस की शाखा में जमा कर देते थे ताकि गोल्ड लोन मिल सके। फिर इस पैसे को ऑनलाइन ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म में निवेश कर दिया जाता था।
पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है जिनकी पहचान इस प्रकार हुई है—
कटारा हिल्स निवासी यशवंत रघुवंशी (30) मूल निवासी विदिशा हैं। कटारा हिल्स निवासी भूपेन्द्र साहू (29) रायसेन के रहने वाले हैं। अभिलाष विश्वकर्मा (33) निवासी साकेत नगर, मूल निवासी विदिशा है।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि तीनों को क्रमशः विदिशा, छिंदवाड़ा और भोपाल से पकड़ा गया। पूछताछ करने पर उन्होंने कोलार थाना क्षेत्र में तीन और कटारा हिल्स में एक चोरी की वारदात में शामिल होना स्वीकार किया।
पुलिस ने 1.5 करोड़ रुपये मूल्य का माल जब्त किया—
पुलिस ने उनके कब्जे से करीब 22 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण, 24000/- रुपये नकद और दो चार पहिया वाहन बरामद किए। एक हुंडई ऑरा (MP04TB4680) और एक स्विफ्ट डिजायर (MP40CA8189)। इसके अलावा पुलिस ने मुथूट फाइनेंस में रखे 40 लाख रुपये के सोने को जब्त कर लिया और उनके बैंक खातों में 60 लाख रुपये के लेन-देन के रिकॉर्ड पाए।
कोलार पुलिस द्वारा गिरफ्तार आरोपी को थाने ले जाया गया—
कोलार के दानिश कुंज कॉलोनी में 13 और 14 मई की रात को हुई चोरी की जांच के दौरान यह सफलता मिली। कोलार थाना प्रभारी संजय सोनी ने भास्कर इंग्लिश को बताया कि सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी इनपुट से संदिग्धों की गाड़ी का पता चला। जिससे उनकी पहचान हो गई। उन्होंने कहा सभी संबंधित बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं और गिरोह के अन्य सदस्यों और इसी तरह के अपराधों में उनकी संलिप्तता का पता लगाने के लिए आगे की जांच जारी है।।