
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। देबाशीष लँका नाम के कलिंगा के अधिकारी को लोगों से लेनदेन के चक्कर मे कम्पनी द्वारा टर्मिनेट कर दिया गया है। लंका की शिकायत पूर्व में भी आम जनमानस में सुनने को मिली है लोगों द्वारा बताया जाता है कि लंका को संरक्षण झींगुरदह परियोजना और अमलोरी परीयोजना के कुछ कलिंगा के अधिकारियों द्वारा देकर नौकरी के बदले पैसा काम के बदले पैसा में संरक्षण दिया जाता था और पैसा वसूला जाता था। इस कारण कलिंगा द्वारा लंका को कंपनी से निकाल दिया गया। लोग बताते हैं कि उसके इस कार्य में संयुक्त होने की सबूत लंका के साथ कार्यरत कुछ साथी ही दिए जो उनके लेनदेन में संलिप्त थे लेकिन पैसे के बटवारे में विवाद हो जाने से सब कुछ बता दिया। दो लोग और हैं जो लंका के साथ लेनदेन में शामिल थे लेकिन उनका हिस्सा में बंटवारा ठीक से नही होने के कारण लंका के खिलाफ सारे सबूत दे दिये।सिंगरौली के झिंगुरदह परियोजना में शॉपिंग सेंटर में 6 माह पूर्व हुए लूट कांड में भी देबासिस लंका का नाम आया था। जिसमे लंका द्वारा ही उस दुकानदार से पैसे लिए गए थे और फिर जब पैसा वापस नही हुआ तो लूट दिखाकर पैसे देने से बचने का प्रयास किया गया। क्या कलिंगा इस तरह के और भी अधिकारियों को अपनी कंपनी से निकालेगी या फिर पुनः देबाशीष को नौकरी दे दिया जाएगा।।