
ऑपरेशन टाईम्स सीधी।। आज दिनांक 01 जुलाई 2025 को पुलिस अधीक्षक कार्यालय, सीधी के सभागार में “नया भारत – नया विधान” के अंतर्गत लागू तीन ऐतिहासिक भारतीय कानूनों की प्रथम वर्षगांठ के उपलक्ष्य में समीक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह संपूर्ण कार्यक्रम पुलिस अधीक्षक सीधी डॉ. रविंद्र वर्मा के कुशल निर्देशन में संपन्न हुआ। जिनके मार्गदर्शन में कार्यक्रम को सुव्यवस्थित एवं उद्देश्यपूर्ण रूप दिया गया।कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय न्याय संहिता 2023 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 तथा भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 जैसे नवीन कानूनों के सफल क्रियान्वयन की समीक्षा एवं इनके सामाजिक-प्रशासनिक प्रभाव पर विचार-विमर्श करना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ—
कार्यक्रम का आरंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। तत्पश्चात उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती गायत्री तिवारी ने मंच का संचालन करते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया।
उपस्थित गणमान्यजन—
पुलिस विभाग से—
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अरविन्द श्रीवास्तव
उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती गायत्री तिवारी
रक्षित निरीक्षक श्री वीरेंद्र कुमरे
थाना प्रभारी कोतवाली, यातायात एवं महिला थाना सहित पुलिस लाइन एवं अन्य थानों से अधिकारीगण
न्यायिक एवं विधिक सेवा क्षेत्र से—
माननीय न्यायाधीश श्री मुकेश शिवहरे (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, सीधी)
शासकीय अधिवक्ता (जी.पी.) श्री सूखेद्र द्विवेदी
एडीपीओ श्री ओमप्रकाश बागरी एवं सुश्री अशिता मिश्रा
बार एसोसिएशन अध्यक्ष श्री बृजेन्द्र सिंह
प्रमुख बिंदु एवं वक्तव्य—
कार्यक्रम में वक्ताओं ने नवीन कानूनों की उपयोगिता, क्रियान्वयन की चुनौतियाँ, प्रशिक्षण की आवश्यकता, तथा जनहित में हो रहे सुधारों पर अपने विचार प्रस्तुत किए।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण एवं पुलिस प्रणाली में आई बदलावों को रेखांकित किया। माननीय न्यायाधीश श्री शिवहरे ने कहा कि ये कानून भारत की न्याय प्रणाली को अधिक पारदर्शी एवं सुगम बनाएंगे। बार एसोसिएशन अध्यक्ष श्री बृजेन्द्र सिंह ने अधिवक्ताओं की भूमिका पर बल देते हुए निरंतर प्रशिक्षण की आवश्यकता बताई।शासकीय अधिवक्ता एवं एडीपीओगण ने न्याय प्रक्रिया में हो रहे सकारात्मक परिवर्तनों की सराहना की।
कार्यक्रम का समापन—
कार्यक्रम के समापन अवसर पर उप पुलिस अधीक्षक मुख्यालय श्रीमती गायत्री तिवारी ने सभी न्यायिक, पुलिस एवं विधिक अधिकारियों का आभार प्रकट करते हुए सफल आयोजन हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया।
जिले भर में व्यापक आयोजन—
“नया भारत – नया विधान” की भावना को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से जिले के समस्त थाना एवं चौकी स्तर पर भी समीक्षा एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिनमें संबंधित थाना प्रभारी एवं स्थानीय विधिक सेवा अधिकारियों ने आम नागरिकों और कर्मचारियों को नवीन कानूनों की जानकारी दी।
महत्वपूर्ण निष्कर्ष—
यह आयोजन न केवल नवीन विधिक ढांचे की दिशा में बढ़ता एक अहम कदम है। बल्कि इससे पुलिस न्यायपालिका एवं अधिवक्ता समुदाय के बीच समन्वय एवं संवाद को भी नई गति मिली है। ऐसे कार्यक्रम समाज में विधिक जागरूकता और विधि के शासन को सशक्त करने की दिशा में मील का पत्थर हैं।