
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। सिंगरौली जिले के थाना गढ़वा क्षेत्र के घोघरा गांव में दो परिवारों के बीच घटित मार पीट एवं उत्पीड़न की घटना अब गंभीर होती जा रही है। किसी अप्रिय घटना से इनकार नहीं किया जा सकता। गढ़वा थाना क्षेत्र के ग्राम घोघरा टोला के निवासी परमिला देवी तथा उसके परिवार को गांव के सरहंगों ने घर में घुसकर लाठियों से इतना पीटा की परमिला देवी के दोनों पैरों की चमड़ी उखड़ गयी। इतना ही नहीं उसके बाद सरहंगों ने उसे अपने घर में चौबिस घंटे तक कैद भी रखा। कैद से बाहर आने के बाद परमिला देवी की बहू भगवानी देवी ने थाना गढ़वा जाकर के अपनी व्यथा सुनाई लेकिन गढ़वा थाने में उसकी रिपोर्ट नहीं लिखी गयी। उसके बाद पीड़ित परिवार ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय आकर अपर पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की। वहां उन्होने अपनी पूरी राम कहानी सुनायी और कार्यवाही का आश्वासन मिलने पर पीड़ित परिवार अपने गांव वापस आया। लेकिन वहां नजारा पूरी तरह बदला हुआ था। गांव पहुंचते ही सरहंगों ने परिवार को गड़ासा लेकर ललकारा। गड़ासा, लाठी, डण्डा लेकर परिवार को दौड़ाया गया किसी तरह दूसरे टोले में जाकर के उन्होने अपनी जान बचायी। गौरतलब है कि जिले के सुदूर आदिवासी अंचलों में इसी तरह की शोषण व उत्पीड़न की घटनाएं आम तौर पर होती रहती है जिसे स्थानीय पुलिस गंभीरता से नहीं लेती है। नतीजा यह होता है कि छोटी घटनाएं संगीन घटनाओं में परिवर्तित हो जाती जाती हैं। मामूली सी पारिवारिक मारपीट हत्या तक पहुंच जाती है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक से शिकायत करके आश्वस्त हुआ परिवार जब अपने गांव पहुंचा तो उसे उसकी विपत्तियां दस गुनी होकर के उसके सामने खड़ी हो गयीं। चूंकि पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने भी घटना को गंभीरता से नहीं लिया।