
जर्नलिस्ट लक्ष्मण चतुर्वेदी…..✍️
सबके लिए सरल होने में खुद के भीतर के अहंकार को मारकर सबकी भावनाओं की कद्र करनी पड़ती है और सब को इज्जत देनी पड़ती है और जो लोग इस कठिन कार्य को करते हैं। वही लोगों के दिलों में राज करते हैं। ऐसे ही कठिन काम यानी खुद को सरल और सहज बनाने की परिणित के रूप में सीधी संसदीय क्षेत्र की पूर्व सांसद व वर्तमान सीधी विधायक रीती पाठक सरलता और सहजता की पर्याय बनी हैं। उनकी इसी विशेषता पर सीधी संसदीय क्षेत्र की जनता ने जहां लगातार दो बार अपना प्रतिनिधित्व करने के लिए उन्हें देश के संसद भवन के लिए चुन कर भेजा। वहीं जब भारतीय जनता पार्टी को सीधी विधानसभा सीट पर एक मजबूत प्रत्याशी की दरकार थी। उस वक्त रीति पाठक को पार्टी ने एक हरफन मौला राजनीतिज्ञ के बतौर सीधी विधानसभा से चुनाव मैदान पर उतारा। जहां उन्हें अब तक के विधानसभा इतिहास में सबसे प्रचंड जीत हासिल हुई। रीती पाठक के सरलता और सहजता की मिसाल इसी से आंकी जा सकती है कि जब भी उनके क्षेत्र या अन्य कहीं का कोई भी व्यक्ति उन्हें दूरभाष पर सम्पर्क करता है। तो वो स्वयं उनका फोन रिसीव करती हैं और उस व्यक्ति को उसकी गरिमा के लिहाज से यथा उचित सम्मान देते हुए तत्काल उनकी समस्याओं के निराकरण के लिए एक पारिवारिक सहानुभूति के साथ पहल प्रारंभ कर देती हैं।
छात्र जीवन से ही राजनीति में रुचि—
अगर छात्र राजनीति की बात करें तो रीती पाठक सन 1995 में कन्या महाविद्यालय रीवा की संयुक्त सचिव रहीं। अपने कॉलेज की शिक्षा के दौरान ही रीती पाठक ने एनसीसी में बेहतरीन परफॉर्मेंस देते हुए उसके सी सर्टिफिकेट की परीक्षा भी पास की।
राजनैतिक सफर पर एक नजर—
14 जून 1997 को रीती पाठक का विवाह श्री रजनीश पाठक के साथ हुआ। जिसके उपरांत राजनीतिक क्षेत्र में श्री रजनीश पाठक की रुचि होने के कारण परिवार की सक्रियता राजनीति के क्षेत्र में बढ़ी। रीती पाठक के सक्रिय राजनीति की बात करें तो 2010 में वो सिहावल विधानसभा क्षेत्र के महुआर वार्ड से जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित होकर बिना किसी पार्टी का सदस्य रहते हुए अपने दम पर जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं। बाद में उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष रहते हुए भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।
वर्ष 2014 में पहली बार बनी सांसद—
उनकी सरलता, सहजता तथा लगन को देखते हुए 2014 में भारतीय जनता पार्टी ने उनको सीधी लोकसभा प्रत्याशी के रूप में एक नए एवं युवा चेहरे के बतौर मैदान में उतारा। रीती पाठक पर भाजपा ने जिस विश्वास के साथ अपना दांव लगाया था। उसका परिणाम ये सामने आया कि भाजपा ने 16 मई 2014 को कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व मंत्री, 35 साल विधायक रहे स्वर्गीय श्री इंद्रजीत पटेल पर 1,08,046 मतों से जीत हासिल करते हुए एक युवा चेहरे के रूप में सीधी को नया सांसद दिया। संसद सत्र में अपनी लगातार उपस्थिति दर्ज कराते हुए एक सक्रिय सांसद के रूप में सरल सहज और निर्दाग छवि स्थापित करने वाली रीती पाठक को भारतीय जनता पार्टी ने पिछले वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में एक बार पुनः अपना प्रत्याशी बनाते हुए उन पर भरोसा जताया और परिणाम यह रहा कि बतौर भाजपा प्रत्याशी रीति पाठक ने 23 मई 2019 को कांग्रेस के कद्दावर नेता एवं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भईया पर 2,86,524 मतों से रिकॉर्ड जीत दर्ज की एवं पुनः 17 वीं लोकसभा को सदस्य बनीं। बीते वर्ष 2023 में हुए विधानसभा चुनाव के परिपेक्ष्य में उस वक्त जबकि सीधी विधानसभा सीट पर भाजपा को कुछ राजनीतिक कारणों वश अपने प्रत्याशी परिवर्तन का सामना करने जैसी स्थिति निर्मित होने पर सांसद रीती पाठक को पार्टी ने सीधी विधानसभा जैसे चुनौती पूर्ण मैदान में एक हरफन मौला राजनीतिज्ञ की तरह उतारा गया। जहां ऐतिहासिक विजय हासिल करते हुए वो विधायक निर्वाचित हुईं।
सिंगरौली जिले की बेटी और सीधी जिले की बहू—
पूर्व सांसद व सीधी विधायक श्रीमती रीती पाठक का जन्म तत्कालीन सीधी जिले के अंतर्गत आने वाले सिंगरौली के खटखरी गांव में हुआ। उनके पिता श्री रामकरण देव पांडे एवं उनकी माता श्रीमती श्यामा पांडे हैं। उनके पिता जो बतौर अधिवक्ता रीवा में निवासरत हैं। उनके सानिध्य में उनकी प्रारंभ से उच्च शिक्षा तक की पढ़ाई रीवा में हुई। बतौर स्कूल छात्रा के रूप में रीती पाठक ने कक्षा 1 से लेकर 8 तक की शिक्षा आदर्श विद्यालय रीवा में एवं कक्षा 9 से लेकर 12 की पढ़ाई पी.के. स्कूल रीवा में ग्रहण की तथा स्नातक एवं एमए की पढ़ाई कन्या महाविद्यालय रीवा से जबकि एलएलबी की पढ़ाई विधि महाविद्यालय रीवा से पूरी की।
रेलवे सहित कई क्षेत्रों में प्रयास रंग लाया—
अतीत में बतौर सांसद के रूप में रीती पाठक का ये विशेष प्रयास रंग लाया कि वो ललितपुर सिंगरौली रेल परियोजना, कटनी सिंगरौली मार्ग दोहरीकरण, सिंगरौली से दिल्ली व भोपाल के लिए नई ट्रेन का परिचालन, सिंगरौली में नवोदय विद्यालय, सीधी में केंद्रीय विद्यालय द्वितीय, सिंगरौली में कृषि विज्ञान केंद्र, संजय टाइगर रिजर्व को 290 करोड रुपए का बजट, सीधी में पासपोर्ट सेवा केंद्र की स्वीकृति, चेदन में रिजर्वेशन काउंटर की स्वीकृति, सिंगरौली से जबलपुर के लिए नई इंटरसिटी ट्रेन की स्वीकृति दिलाने में सफल हुई। सांसद रीती पाठक ने इस ओर विशेष प्रयास किए कि ललितपुर सिंगरौली का कार्य तेजी से हो। कटनी सिंगरौली रेलमार्ग का दोहरीकरण तेजी से हो। सिंगरौली से निजामुद्दीन व भोपाल के लिए चलने वाली दोनों ट्रेनें नियमित हो। सिंगरौली से जबलपुर के लिए नई इंटरसिटी ट्रेन संचालित हो। राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 39 का ठप्प पड़ा कार्य प्रारंभ हो। इस बात पर जोर दिया और सफलता भी मिली। उनके प्रयास से सीधी संसदीय क्षेत्र में 9 रेलवे स्टापेज बनवाएं गए। सीधी जिला मुख्यालय में मेडिकल कॉलेज की स्थापना के लिए रीती पाठक द्वारा जो प्रयास किए गए। उसके चलते ही गत वर्ष तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यहां सीधी में मेडिकल कॉलेज का भूमि पूजन किया था। जो प्रक्रियाधीन है।
समस्याओं के समाधान हेतु बेहद संजीदगी—
सीधी लोकसभा क्षेत्र की पूर्व सांसद व सीधी विधायक रीती पाठक अपने बड़े क्षेत्र होने के नाते आम लोगों की समस्याओं के प्रति सदैव बेहद संजीदा रही हैं। वो अपने सीधी प्रवास के दौरान अपने सीधी निवास पर हर दिन आम लोगों की जन समस्याएं सुनती हैं और समस्त क्षेत्रवासियों की समस्याओं को लेकर देश एवं प्रदेश के सभी बड़े जनप्रतिनिधियों से मुलाकात कर हर समस्या का समाधान करने में तत्परता दिखातीं हैं।
पूरा सिस्टमैटिक ऑफिस है संचालित—
कई बार अपने विधानसभा क्षेत्र में उपलब्ध न रहने के दौरान भी आम लोगों की समस्याओं के निदान हेतु विधायक सीधी श्रीमती रीती पाठक ने अपने सीधी स्थित आवास पर दो कंप्यूटर ऑपरेटर एवं एक अन्य स्टाफ को नियुक्त कर रखा है। जहां उनकी अनुपस्थिति में भी क्षेत्र से आने वाले लोग अपनी समस्याएं उनके निवास में जाकर दर्ज करा सकते हैं। जिन्हें उनके स्टाफ द्वारा सीधी विधायक को सूचित करते हुए प्रतिदिन फॉलोअप में लिया जाता है तथा संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई हेतु प्रेषित किया जाता है।
युवतियों एवं बच्चों में है बेहद पॉपुलर—
सीधी लोकसभा क्षेत्र की पूर्व सांसद व सीधी विधायक रीती पाठक की अपनी राजनीतिक लोकप्रियता तो है ही। साथ ही वो सीधी संसदीय क्षेत्र की युवतियों एवं महिलाओं की आइकॉन बन चुकी हैं। टीनएजर्स एवं यंगस्टर युवतियों में उनकी इमेज को लेकर खास क्रेज है। उनके कार्यकाल पर यदि नजर दौड़ाई जाए तो कई बार ऐसा देखा गया है कि स्कूलों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में छोटी बच्चियां फेंसी ड्रेस प्रतियोगिता में रीति पाठक बनकर स्टेज पर अपना परफारमेंस देती हैं।
सेल्फी का है बड़ा क्रेज—
पूर्व सांसद व सीधी विधायक रीती पाठक का जहां भी कार्यक्रम होता है। वहां उनके साथ सेल्फी लेने के लिए युवतियों, छोटे बच्चों एवं महिलाओं की भीड़ उमड़ पड़ती है और अमूमन हर कार्यक्रम में यह देखा गया है कि उन्हें घेरकर छोटे बच्चे, युवतियां एवं महिलाएं उनके साथ सेल्फी लेने से नहीं चूकती हैं।
महिलाएं मानती हैं उन्हें घर का सदस्य—
क्षेत्र में अपने दौरा कार्यक्रमों के तहत रीती पाठक द्वारा कार्यक्रम के उपरांत विशेष तौर पर महिला वर्ग के उपस्थित समूह के पास जाकर उनकी अलग से समस्याएं सुनी जाती हैं तथा उन्हें विशेष तरजीह व स्नेह दिया जाता है। जिसके चलते जिले भर की महिलाएं उन्हें अपने फैमिली मेंबर की तरह मानती हैं तथा बेझिझक उनसे अपने दिल की बात और समस्याएं कह लेती हैं।
सोर्स : राज सीक्रेट्स