
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। रिलायंस कन्वेयर बेल्ट से गुजरने वाले भारी वाहनों की तेज गति और प्रदूमण पर नियंत्रण की मांग को लेकर सपाक्स (सामान्य, पिछड़ा और अल्पसंख्यक कल्याण समाज) के जिलाध्यक्ष विश्वभरन द्विवेदी और स्थानीय नागरिकों ने आज सुबह चन्का जाम किया। इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए, जिन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए प्रशासन से ठोस कार्रवाई की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने भारी वाहनों को रोककर अपनी तीन सूत्रीय मांगें रखीं। जिसमें मुख्य रूप से पानी का छिड़काव, गति सीमा निर्धारण और स्कूल समय पर परिवहन रोकने की मांग शामिल थी।
स्थानीय नागरिकों की मुख्य मांगेंः नियमित पानी का छिड़काव—
गर्मी के मौसम में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रत्येक दिन चार बार पानी का छिड़काव किया जाए। जिससे स्थानीय बस्तियों में उड़ती धूल और राखड़ से लोगों को राहत मिल सके।
गति सीमा निर्धारित की जाए—
कन्वेयर रोड पर राखड़ और फोक वाहनों की अधिकतम गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा तय की जाए। यदि कोई वाहन निर्धारित सीमा से तेज चलता है तो उस पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
स्कूली बच्चों की सुरक्षा—
स्कूल के समय (सुबह और छुट्टी के समय) पर भारी वाहनों के आवागमन को पूरी तरह बंद किया जाए ताकि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सकेासपान्स जिलाध्यक्ष और प्रदर्शनकारियों ने सड़क पर बैठकर कन्वेयर रोड पर भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी। इससे सड़क पर ट्रकों और अन्य परिवहन वाहनों की लंबी कतारें लग गई। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि अगर प्रशासन जल्द ही उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देता है। तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा।
जिलाध्यक्ष विश्वभरन द्विवेदी ने कहा—
यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है। तेज रफ्तार वाहन दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहे हैं और राखड़ उड़ने से लोगों की सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। प्रशासन को तुरंत इस पर कार्रवाई करनी चाहिए। अगर हमारी मांगें नहीं मानी गई। तो हमें मजबूरन उग्र प्रदर्शन करना पड़ेगा।
प्रशासन का कहना है—
सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझाने का प्रयास किया। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि जल्द ही एक ठोस नीति बनाकर इन समस्याओं का समाधान किया जाएगा। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन ने जल्द ही कोई कदम नहीं उठाया। तो वे अपने प्रदर्शन को और उग्र करेंगे। इस प्रदर्शन से कन्वेयर रोड पर घंटों यातायात बाधित रहा और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि बाद में प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और यातायात बहाल किया गया।
आगे भी होगा विरोध प्रदर्शन—
स्थानीय लोगों ने कहा कि यदि उनकी मांगों पर जल्द कार्रवाई नहीं होती है। तो वे अगले चरण में बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे। उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी कि जनता की परेशानियों को नजरअंदाज करना भारी पड़ सकता है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मामले में क्या ठोस कदम उठाता है और स्थानीय नागरिकों की मांगों को किस हद तक पूरा करता है।।