बाइक सवार को टक्कर मारकर वाहन सहित फरार हुआ ट्रेलर चालक
सुबह शुक्ला मोड़ में दुर्घटना की हुई पुनरावृत्ति, ब्रेक डाउन डंपर बना कारण

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। मोरवा के शुक्ला मोड़ में शुक्रवार की सुबह एक बाइक सवार युवक को टक्कर मारकर ट्रेलर वाहन सहित चालक फरार हो गया। इस टक्कर से युवक का एक पैर टूट गया। वह अपने एक साथी को सिंगरौली रेलवे स्टेशन पहुंचाकर वापस मोरवा लौट रहा था कि उसी समय वह दुर्घटना का शिकार हो गया। जानकारी के मुताबिक शुक्ला मोड़ से मोरवा की ओर चढ़ाई में एक डंपर रोज की तरह रात से ब्रेकडाउन खड़ा था। सुबह तकरीबन साढ़े सात बजे स्टेशन से लौट रहे युवक ने ब्रेकडाउन डंपर के आगे से जैसे ही अपनी बाइक बढ़ाई कि ठीक बगल से निकले ट्रेलर की चपेट में आ गया। दुर्घटना का शिकार हुए युवक को तड़पता हुआ छोडकर वाहन चालक भाग निकला। दुर्घटनाग्रस्त युवक ने किसी तरह अपना नाम सुरेश केवट बताया कि वह अपने एक दोस्त को छोड़ने के लिए स्टेशन गया हुआ था। काफी देर तक वह सड़क पर मदद के लिए छटपटाता रहा है। बताया जाता है कि उसके एक पैर में गंभीर चोट आयी है, जिसे एम्बुलेंस के जरिए अस्पताल पहुंचाया गया। उसके पैर में फ्रैक्चर होने की आशंका जतायी जा रही थी।
हर दिन ब्रेकडाउन होते हैं वाहन—
शुक्ला मोड़ से मोरवा की ओर नाले की पुलिया से जैसे ही लोड वाहन आगे बढ़ते हैं। तुरंत चढ़ाई शुरू हो जाती है और हर दिन कोई न कोई ट्रक यहां पर चढ़ नहीं पाता है और फंसकर ब्रेक डाउन हो जाता है। चालक उस ट्रक को जहां का तहां छोड़कर मरम्मत कराने तक अन्य किसी की सुरक्षा की परवाह किए बगैर ही छोड़ देते हैं। इस तरह के मामलों में न तो ब्रेक डाउन वाहन के द्वारा किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं की जाती है।
गत सप्ताह भी हुई थी मौत—
एक सप्ताह पहले इसी स्थान पर हुई थी। जिसमें यहां पर रहने वाले एक मिस्त्री की ऑन द स्पॉट मौत हो गयी थी। ऐसी जाने कितनी दुर्घटनाएं व दर्जनों मौतें शुक्ला मोड़ एरिया में हो चुकी हैं लेकिन ऐसी दुर्घटनाओं की चिंता कुछ ही घंटे की जाती है। दूसरे दिन से पुनः उसी प्रकार ट्रैफिक शुरू हो जाता है क्योंकि मृतक के परिवारिकजनों के अलावा और किसी को इसकी फिक्र नहीं रहती है।
ब्लैक स्पॉट की तरह चिन्हित कर सुधारा जाय—
जिले का शुक्लामोड़, स्टेशन रोड, कांटा मोड़ से सर्किट हाउस मोड़ तक तीनों तरफ की सड़क क्षतिग्रस्त हो गयी है। दुर्घटनाओं को लेकर पूरे जिले में सर्वाधिक दुर्घटना वाले केन्द्र के रूप में जाना जाता है। सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाते रहते हैं लेकिन इन स्थानों की सड़क सुरक्षित नहीं हो पायी है और न ही सड़क पर चलने वालों की सुरक्षा हो रही है।