
ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। अमिलिया घाटी में शुक्रवार को हाइवा पलटने से दो युवकों की मौत के बाद मौके पर पहुंचे बरगवों टीआई, बंधौरा चौकी प्रभारी व पुलिसकर्मियों को ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। मिली जानकारी के अनुसार किसी बात पर टिप्पणी को लेकर भड़के ग्रामीणों ने टीआई और अन्य पुलिसकर्मियों को मारने के लिए दौड़ पड़े। इस दौरान हुई मारपीट में बरगवां टीआई राकेश साहू (राका) के साथ ही कई पुलिसकर्मियों को चोटें भी आई है। जानकारी के मुताबिक टीआई राकेश साहू को हाथ में फ्रैक्वर हुआ है। सभी को उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया। हालांकि पुलिस अधिकारी इस घटनाक्रम को छिपाते रहे। ग्रामीणों की मानें तो स्थिति यह हो गई थी कि टीआई और करीब आधा दर्जन पुलिसकर्मियों को अपने वाहन छोड़कर मौके से भागना पड़ा। सभी लोग करीब 2 घंटे तक जंगल में छिपे रहे। रात करीब 11 बजे जब अतिरिक्त फोर्स मौके पर पहुंचा। तब स्थिति नियंत्रण में आ सकी।
तनाव के बीच बनी रही शांति—
अमिलिया घाटी मोड़ पर तेज रफ्तार हाइवा के पलटने से दो बाइक सवारों की मौत के दूसरे दिन शनिवार को बंधौरा में तनाव के बीच स्थिति शांतिपूर्ण रही। मालूम हो कि शुक्रवार शाम को शालि के बाद महान एनर्जिन कंपनी की 5 बसों व तीन कोयला लोड हाइवा को आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा आग के हवाले करने के बाद रात लगभग 10 बजे अधिकारियों के साथ भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा था। इस मामले ने घायल टीआई और कंपनी महान मंजिन को ओर से दो एफआईआर दर्ज की हैं।
पुलिस निगरानी में हुआ मृतकों का अंतिम संस्कार—
रातभर आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों को समझाने-बुझाने का दौर चला। दुर्घटना में मृत अमिलिया निवासी रामलालू यादव (45) व सुहिरा गांव के रामसागर प्रजापति (40) के शवों का पुलिस बल एवं अधिकारियों की मौजूदगी में डॉक्टरों का पैनल बनाकर जिला अस्पताल में शनिवार सुबह 10 बजे पोस्टमार्टम कराया गया। पुलिस की निगरानी में दोनों मृतकों का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान सुहिरा व अमिलिया गांव के साथ चौक-चौराहों पर भारी सुरक्षा बल तैनात रहा।
रामलालू यादव के बेटे श्याम बिहारी व रामसागर प्रजापति के बेटे सरोज प्रजापति व परिजनों को संबल योजना से तत्काल 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई। इसके अलावा 2-2 लाख रुपए के अन्य चेक भी दिए गए।