तेज व लापरवाही पूर्वक हाइवा चलाकर रोड किनारे बैठे गौवंशो को कुचलकर हत्या करने वाले आरोपी चालक को विन्ध्यनगर पुलिस ने किया गिरफ्तार

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। पुलिस अधीक्षक सिंगरौली श्रीमती निवेदिता गुप्ता के कुशल निर्देशन व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सिंगरौली शिवकुमार वर्मा व पी.एस.परस्ते नगर पुलिस अधीक्षक विन्ध्यनगर के मार्गदर्शन में तथा थाना प्रभारी विंध्यनगर निरीक्षक श्रीमती अर्चना द्विवेदी के नेतृत्व में विंध्यनगर पुलिस ने तेज व लापरवाही पूर्वक हाइवा चलाकर रोड के किनारे बैठे गौवंशो को कुचलकर हत्या करने वाले आरोपी चालक को गिरफ्तार किया है। थाना विंध्यनगर पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिनांक 07/10/2024 को थाना विन्ध्यनगर में सूचना प्राप्त हुई कि रात्रि करीब 08.00 बजे हाइवा क्रमांक UP64BT3393 के चालक द्वारा ग्राम तेलगवां में रोड किनारे बैठे गायों को एक्सीडेण्ट कर दिया है। जिससे गाय घायल अवस्था में रोड किनारे पड़ी है। जिस कारण तेलगवां-विन्ध्यनगर मार्ग में काफी जाम लग गया है। सूचना पर थाना प्रभारी विन्ध्यनगर अर्चना द्विवेदी तत्काल अपने स्टॉफ के साथ मौके पर पहुंची। जहां पर काफी भीड़भाड़ एकत्रित हो गई थी। जहां पर सूझबूझ एवं तत्परतापूर्वक कार्यवाही करते हुए घटनास्थल पर लगे जाम को हटवाकर आवागमन चालू कराया गया एवं नगर निगम के सहयोग से 3 घायल अवस्था में पड़े गायों को उपचार हेतु जिला पशु चिकित्सालय बैढ़न भेजा गया एवं 4 मृत अवस्था में पड़े गायों का जिला पशु चिकित्सालय बैढ़न से ही पी.एम. कराया गया। आरोपी हाइवा चालक जो अपनी हाइवा वाहन को लेकर उत्तरप्रदेश तरफ भागने की फिराक में था। उसे तेलगवां बॉर्डर के पहले ही पकड़ लिया गया। जिसे पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूंछतांछ किया गया। जो उक्त घटना कारित करना स्वीकार किया। जिसे गिरफ्तार किया गया एवं हाइवा वाहन को मौके से जप्त किया गया। आरोपी को आज दिनांक 08/10/2024 को माननीय न्यायालय में पेश किया गया। जिसे न्यायिक रिमाण्ड में जेल भेजा गया है।
कार्यवाही में शामिल पुलिस टीम —
उक्त कार्यवाही में निरीक्षक अर्चना द्विवेदी, सहायक उप निरीक्षक संतोष साकेत, सुनील दुबे, रमेश प्रजापति, प्रधान आरक्षक नूर आलम, पंकज सिंह, रिकेश सिंह, नितिन गौतम, श्रवण सोनी, विजय खरे, रामनिरंजन बैस, संदीप सिंह, आरक्षक प्रताप कुमार, भोले लोधी, समीर धुर्वे, तुलसीदास प्रजापति एवं थाना नवानगर, थाना यातायात एवं चौकी जयंत के स्टॉफ का सराहनीय योगदान रहा।