संभल हिंसा में 4 की मौत, 12वीं तक स्कूल इंटरनेट बंद
कमिश्नर ने कहा- छतों से हुई फायरिंग; अखिलेश बोले- तुरंत सुप्रीम कोर्ट ले संज्ञान

दरअसल रविवार सुबह 6:30 बजे डीएम-एसपी के साथ एक टीम जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची थी। टीम देखकर मुस्लिम समुदाय के लोग भड़क गए। कुछ ही देर में करीब दो से तीन हजार से ज्यादा लोग जामा मस्जिद के बाहर पहुंच गए। पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। इसके बाद भगदड़ जैसे हालात हो गए। अचानक पथराव शुरू हो गया। पुलिस को भागना पड़ा। बवाल इतना बढ़ गया कि पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे फिर लाठीचार्ज करके भीड़ को खदेड़ा। उग्र भीड़ ने 3 चौपहिया और 5 बाइकों में आग लगा दी। हालात कई घंटे बेकाबू रहे। सड़कों से 4 ट्रॉली पत्थर हटाए गए हैं। हिंसा के बाद एडीजी रमित शर्मा, आईजी मुनिराजजी मौके पर पहुंच चुके हैं। इधर अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट से मांग की है वह हिंसा मामले का तुरंत संज्ञान ले।