जिस केमिकल से बनते ड्रग्स वो बाजार में मिल रहे खुलेआम, नहीं है कोई रोक टोक
जिम्मेदारों का ध्यान नहीं जा रहा इस तरफ

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। शहर से लेकर अंचल तक कई तरह के ऐसे केमिकल की खुलेआम बिक्री हो रही है। जो स्कूल से लेकर कॉलेज की प्रयोगशाला में तो काम में आते है लेकिन इनकी मदद से आसानी से ड्रग्स बनाई जा सकती है। अब तक जिम्मेदारों का ध्यान इस तरफ नहीं गया है। दुकानदारों की माने तो अपराधी भी इन केमिकल का उपयोग कर सकते हैं। केमिकल की बिक्री करने वाले दुकानदारों की माने तो जब कोई खरीदी करने आता है तो यह नहीं पता होता कि वो किसी स्कूल से आया है या निजी कारण से लेने आया है। कुछ दिन पूर्व भोपाल की जिस फैक्ट्री में दबिश दी गई थी वहां इस बात का खुलासा हुआ था कि खुलेआम बिक रहे इन केमिकल से भी ड्रग्स का निर्माण किया जाता है। सोशल मीडिया पर भी ड्रग्स बनाने के वीडियो आसानी से उपलब्ध है। इन पर रोक लगाने की पहल अब तक नहीं की गई है। हैरानी की बात यह हैं कि जिन केमिकल से ये ड्रग्स बनते है उन पर रोक के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे है। स्कूल की लैब मे ये जरुरी है, लेकिन इनकी खुलेआम बिक्री कई सवाल खड़े कर रही हैं। लेकिन बाजार मे बिक रहे केमिकल पर नजर नहीं है।
स्कूल की प्रयोगशाला में काम आते केमिकल—
केमिकल की बिक्री करने वालों के अनुसार रसायन शास्त्र की प्रयोगशाला में इन केमिकल का उपयोग अलग-अलग प्रकार के प्रयोग के लिए होता है। इन केमिकल से ही ड्रग्स को भी बनाया जा सकता है। दुकानदारों ने ये तो माना की उनके पास भी इस प्रकार के केमिकल है जो स्कूल या कॉलेज में काम आने के साथ-साथ ड्रग्स बनाने में भी काम आ सकते है लेकिन साथ ही यह भी कहा कि अब तक किसी जिम्मेदार ने इसके लिए उनको बिक्री के लिए नहीं रोका है। इतना ही नहीं दुकानदारों को केमिकल ले जाने वाले का कोई दस्तावेज रखना भी जरूरी नहीं किया है। इसलिए बिक्री जारी है।
स्कूल संचालक बोले नाम गोपनीय—
निजी स्कूल संचालकों के अनुसार किसी भी ड्रग्स बनाने के काम में केमिकल का उपयोग होता हैयह सही है। लेकिन इनके नाम नहीं बताए जा सकते। वस्तु का उपयोग सकारात्मक करना है या नकारात्मक। यह उपयोग करने वाले की प्रवृति पर तय होता है। जरूरत इस बात की है कि नियम बनना चाहिए कि स्कूल व कॉलेज की प्रयोगशाला के लिए सिर्फ उनको इस प्रकार के केमिकल दिए जाए जो इसके पात्र है। अपात्र के हाथ में कुछ भी देने से परिणाम गंभीर ही होते हैं।।