दहेजलोभी पति व जेठ सहित 4 अभियुक्तों को आजीवन कारावास
दहेज की मांग को लेकर ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से तंग आकर हर्रा बिर्ती गांव निवासी नवविवाहिता की आत्महत्या मामले में न्यायालय से मिली सजा,, जियावन थाना के साढ़े 4 वर्ष पुराने मामले में अपर सत्र न्यायाधीश देवसर के न्यायालय ने सुनाया फैसला,अर्थदंड भी किया अधिरोपित

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। अपर सत्र न्यायाधीश देवसर के न्यायालय ने जियावन थाना क्षेत्र के साढ़े 4 वर्ष पुराने दहेज प्रताड़ना तथा खुदकुशी से जुड़े प्रकरण में पति और जेठ सहित चार अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। दहेज की मांग को लेकर ससुराल पक्ष की प्रताड़ना से आजिज आकर हर्रा बिर्ती गांव में नवविवाहिता ने आत्महत्या कर ली थी। देवसर न्यायालय के अपर सत्र न्यायाधीश विजय कुमार सोनकर ने विभिन्न तथ्यात्मक साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों छोटे लाल यादव, राजेंद्र उर्फ सोनू यादव, राजकली यादव व राजकुमार यादव को भादवि की धारा 304 बी के अंतर्गत आजीवन कारावास की सजा का दंडादेश पारित किया है। जियावन थाना क्षेत्र के हर्रा-बिर्ती ग्राम में साढ़े चार साल पहले पति, जेठ व अन्य रिश्तेदारों द्वारा दहेज की मांग को लेकर प्रताड़ित किए जाने से आजिज आकर नवविवाहिता द्वारा खुदकुशी करने के मामले को न्यायालय ने गंभीर अपराध करार दिया। मायके पक्ष के लोगों के कथन और अन्य साक्ष्यों के आधार पर अभियुक्तों को दोषी पाये जाने पर कठोर सजा व अर्थदंड अधिरोपित किये जाने का फैसला सुनाया। न्यायालय ने अभियुक्तों को भादवि की धारा 498 के अधीन भी 3 वर्ष के कठोर कारावास व अर्थदंड अधिरोपित करने के साथ ही 3/4 दहेज प्रतिषेध अधिनियम के अंतर्गत भी दो वर्ष के सश्रम कारावास की सजा सुनाई है।
छिहुला के पेड़ पर लगा ली थी फांसी—
जियावन थाना क्षेत्रांतर्गत हर्रा-बिर्ती ग्राम निवासी नवविवाहिता प्रेम कुमारी यादव ने दहेज प्रताड़ना के कारण 27 मई 2020 को छिहुला के पेड़ पर साड़ी के फंदे से फांसी लगा कर जान दे दी थी। मायके के लोगों ने ससुराल पक्ष पर दहेज के लिए प्रताड़ना देने का आरोप लगा पुलिस से न्याय की गुहार लगाई थी। कोर्ट में अभियोजन की ओर से मामले में अपर लोक अभियोजन अधिकारी मार्कंडेयमणि त्रिपाठी ने तार्किक ढंग से पक्ष रखा और कठोर सजा दिये जाने की मांग की थी।
गुम इंसान का दर्ज कराया था प्रकरण—
अभियोजन के अनुसार हर्रा बिर्ती निवासी छोटेलाल यादव ने 27 मई 2020 को जियावन थाने में सूचना दी थी कि घर से शौच करने निकली उसकी पत्नी प्रेम कुमारी यादव वापस नहीं आई है। इस पर जियावन थाना पुलिस गुम इंसान का प्रकरण दर्ज करने के साथ विवाहिता प्रेम कुमारी की खोजबीन में जुट गई थी।
छिहुला के पेड़ से लटका मिला था शव—
इसी बीच गांव के कल्लू पंडित ने छोटेलाल को बताया कि कुल्लूडांड़ की पहाड़ी में छिहुला के पेड़ पर साड़ी के फंदे से लटका महिला का शव दिख रहा है। इस पर उसे साथ लेकर वहां पहुंचे और पुलिस को शव मिलने की सूचना दी। पुलिस की मौजूदगी में पेड़ से शव उतारने पर छोटेलाल ने शिनाख्त पत्नी प्रेम कुमारी के रूप में की थी। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। विवेचना में सामने आये तथ्यों व विवाहिता के परिजनों के कथन आधार पर पति छोटेलाल यादव, जेठ राजकुमार यादव सहित चारों आरोपियों के विरूद्ध मामला दर्ज करने के बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर मयचालान कोर्ट में पेश किया था।