जयपुर में LPG टैंकर में ब्लास्ट, 11 जिंदा जले, ट्रक की टक्कर से आग लगी, 200 फीट ऊंची लपटें उठीं, बचने का मौका नहीं मिला

ऑपरेशन टाईम्स राजस्थान।। जयपुर में शुक्रवार सुबह LPG गैस से भरे टैंकर में ब्लास्ट होने से 11 लोगों की मौत हो गई। हादसे में 33 लोग झुलस गए, जिनमें कई गंभीर हैं। जानकारी के मुताबिक भारत पेट्रोलियम का टैंकर अजमेर से जयपुर की तरफ आ रहा था। सुबह करीब 5.44 मिनट पर दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने टैंकर ने यू-टर्न लिया। इसी समय जयपुर से आ रहे ट्रक ने उसे टक्कर मार दी। गेल इंडिया लिमिटेड के DGM (फायर एंड सेफ्टी) सुशांत कुमार सिंह ने बताया कि टक्कर से टैंकर के 5 नोजल टूट गए और 18 टन गैस लीक हो गई। लीक हुई गैस में आग लगी और इतना जोरदार धमाका हुआ कि 200 मीटर का इलाका आग के गोले में तब्दील हो गया। धमाके की आवाज डेढ़ किलोमीटर तक सुनाई दी।
सिलसिलेवार तरीके से समझें हादसा और उसका असर…
(1)— गेल अधिकारियों ने बताया कि ट्रक के टकराने से गैस टैंकर के 5 नोजल टूट गए। इसके बाद करीब 18 टन गैस तेजी से निकली, जो बादल जैसी दिखी और कुछ सेकेंड बाद धमाका हो गया।
(2)— ग्राफिक्स में देखें – एक्सीडेंट, गैस रिसाव और धमाका
(3)— लोग बचने के लिए भागे लेकिन आग में घिर गए
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आग लगते ही लोग गाड़ियों से उतरकर इधर-उधर भागे। कई लोगों को बाहर निकलने का मौका ही नहीं मिला और वे जिंदा जल गए। जो लोग किसी तरह बाहर निकल पाए। वे जलते हुए कपड़ों के साथ सड़क पर इधर-उधर भागने लगे। तस्वीरों आग से बचने की कोशिश करते लोग देखे जा सकते हैं। धमाके के बाद आग फैलने के दौरान 2 व्यक्ति अपनी जान बचाकर भागते नजर आए।
(4)— आग की चपेट में आगर स्लीपर बस समेत 40 गाड़ियां खाक आग इतनी तेजी से फैली कि 40 से ज्यादा गाड़ियां आग की चपेट में आ गईं। टैंकर के ठीक पीछे चल रही एक स्लीपर बस और हाईवे किनारे मौजूद पाइप फैक्ट्री भी जल गई। एक्सीडेंट की वजह से बस का दरवाजा एक ट्रक से चिपक गया। इस कारण उसमें सवार 34 लोगों को बाहर निकलने की जगह ही नहीं मिली। बड़ी मुश्किल से ड्राइवर वाले गेट से लोगों को बाहर निकाला गया। इस बस में सवार 19 से ज्यादा लोग बुरी तरह प्रभावित हुए हैं। आग बुझने के बाद कई शवों को पोटली में डालकर अस्पताल ले जाया गया। यह स्लीपर बस टैंकर के ठीक पीछे चल रही थी। हादसे में उसका दरवाजा बंद हो गया और लोग निकल नहीं सके।
(5)— स्थानीय लोग पहुंचे गाड़ियों में फंसे लोगों को निकालने में मदद की हादसे के बाद आसपास मौजूद लोगों ने घायलों की सुध ली। इसके बाद फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस और पुलिस भी पहुंच गई। इन्होंने लोगों को संभाला और उन्हें घटना स्थल से 15 दूर सवाई मान सिंह अस्पताल पहुंचाया। जिंदा जले एक व्यक्ति को ट्रक से बाहर निकालती रेस्क्यू टीम। बाद में भी गाड़ियों को चेक गया ताकि कहीं व्यक्ति फंसा न रह जाए। हादसे की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने घायलों की मदद भी की।
(6)— दोपहर तक आग बुझाई गई, एहतियातन बिजली बंद। एक्सीडेंट के बाद हाइवे पर जली हुई गाड़ियां खड़ी हुई थीं। इस वजह से हाईवे पर आवाजाही बंद हो गई। धमाके के बाद इलाके में गैस फैलने से रेस्क्यू में काफी परेशानी आई। दोपहर तक दमकलें जली हुई गाड़ियों और आसपास के इलाकाें में लगी आग बुझाती रही। वहीं एहतियातन दिनभर पूरे इलाके में बिजली सप्लाई भी बंद रखी गई। पुलिस ने बताया कि गैस टैंकर में ब्लास्ट के बाद वह इतना गर्म था कि आग बुझाए जाने के बाद भी धुआं निकलता रहा। ब्लास्ट के बाद पूरे एरिया में आग की लपटें दिखाई दीं। लोगों ने बताया कि गैस की बदबू के कारण हादसे में फंसे लोगों तक पहुंचने में काफी परेशानी हुई।
(7)— मुख्यमंत्री घटनास्थल पहुंचे, पीड़ितों को 5-5 लाख रुपए की मदद घटना के बाद मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा घायलों से मिलने सवाई मान सिंह अस्पताल पहुंचे और इसके बाद घटनास्थल का जायजा भी लिया। उन्होंने पूरे हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।
(8)— मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राहत कोष से दो-दो लाख और राज्य सरकार ने 5-5 लाख रुपए देने का ऐलान किया है
आखिर में हादसे का एरियल फुटेज—
टैंकर में आग और उसके बाद हुए धमाके का असर एक से डेढ़ किमी तक महसूस किया गया। आग की लपटें 200 फीट ऊपर तक उठीं। एरियल फुटेज में इसे देखा जा सकता है। यह तस्वीर घटनास्थल के पास एक बिल्डिंग से ली गई है। घटना के नौ घंटे बाद आग पूरी तरह बुझाई जा सकी। जयपुर में गैस टैंकर में धमाके से जुड़ी इन खबरों से भी गुजर जाइए… LPG टैंकर फटने से 34 लोगों से भरी बस जली: लपटें इतनी ऊंची थीं कि उड़ते पक्षी जल गए; सो रहे यात्री आग की चपेट में आए।।