बैंक अधिकारी से मारपीट, घटना के तीन साल बाद न्यायालय से परिवाद पर हुआ आदेश, 4 पुलिस कर्मी सहित पत्नी पर आपराधिक मामला दर्ज

ऑपरेशन टाईम्स सतना।। एसबीआई सतना में पदस्थ बैंक अधिकारी डा. संत कुमार नामदेव को लॉकअप में बंद कर मारपीट एवं प्रताड़ित करने के परिवाद में न्यायालय ने चार पुलिस कर्मियों सहित फरियादी की पत्नी के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध करने का आदेश दिया है। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी पन्ना न्यायालय ने परिवाद में आवेदक के तर्क सुनने के बाद थाना कोतवाली पन्ना एएसआई सरिता तिवारी, एएसआई राहुल कुमार यादव, रामकृष्ण पांडेय, प्रधान आरक्षक अरुण कुमार एवं परिवादी की पत्नी लक्ष्मी नामदेव के विरुद्ध धारा 323/34 के अन्तर्गत अपराध का संज्ञान लेते हुए पंजीबद्ध करने का आदेश दिया है। यह मामला 7 सितम्बर 2021 का है।
क्या है मामला—?
बैंक अधिकारी डॉ. संत कुमार नामदेव का साले श्रीकांत नामदेव से मनमुटाव के चलते पत्नी को नहीं भेजने और फर्जी हस्ताक्षर कर कार ट्रांसफर कराने के केस के कारण विभिन्न मामले चल रहे है। इसी बीच जब डॉ. नामदेव तत्कालीन एसपी धर्मराज मीना से कार फर्जी कांड की शिकायत करने गये और कार्यवाही ना होने पर मीडिया में बयान दिया। जिससे नाराज और साले श्रीकांत नामदेव इनकम टैक्स के प्रभाव में बैंक अधिकारी पर एसपी ऑफिस के कर्मचारी अश्वनी चौरसिया से मारपीट, शासकीय कार्य में बाधा का झूठा केस बनाकर बैंक अधिकारी से पुलिस वाले सरिता तिवारी एसआई, राहुल यादव एसआई, राम कृष्ण पांडेय एएसआई, अरुण कुमार मुंशी और पत्नी लक्ष्मी नामदेव ने थाने में मारपीट की और पत्नी से उसी दिन थाने में बैठे बैंक अधिकारी पर बुढ़ार (शहडोल) से आकर तीसरी दहेज प्रताड़ना की भाई, भाभी, बहिन और जीजा के खिलाफ झूठी रिपोर्ट पुलिस और साले के प्रभाव में की व मारपीट की एमएलसी हुई। कोर्ट को भी बताया।
पुलिस अफसरों ने नहीं सुनी फरियाद—
बैंक अधिकारी ने एमएलसी के साथ पुलिस महानिदेशक को शिकायत की कार्यवाही नहीं होने पर पन्ना न्यायालय में केस दायर किया। उक्त केस की सुनवाई करते हुए माननीय न्यायालय प्रथम श्रेणी प्रीतम शाह द्वारा 17 दिसम्बर 2024 को संज्ञान लेकर मामला दर्ज कर आरोपियों पुलिस अधिकारी और पत्नी की तलबी उपस्थिति हेतु आदेश दिया है। उल्लेखनीय है बैंक अधिकारी पर दर्ज की गई झूठी एसपी ऑफिस में मारपीट और कार्य में बाधा की रिपोर्ट उच्च न्यायालय से निरस्त कर दी गई। उक्त संबंध में भी बैंक अधिकारी ने एसपी ऑफिस और कोतवाली में मारपीट के सीसीटीवी आरटीआई और कोर्ट में मांगे थे जो ना दिए गए ना सुरक्षित किए गए।।