एसडीएम जिला पंचायत सदस्य के बीच हुई नोक झोक
टिकुरी में आयोजित शिविर के दौरान एसडीम और जिला पंचायत सदस्य केडी शुक्ला के बीच हुई नोक झोक

ऑपरेशन टाईम्स मंनगवा।। मंनगवा विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत टिकुरी ग्राम पंचायत में शिविर का आयोजन किया गया था जिसमें विधायक नरेंद्र प्रजापति विशेष उपस्थिति रही है आयोजित शिविर में जनपद पंचायत अध्यक्ष विकास तिवारी के साथ-साथ जिला पंचायत सदस्य कृष्ण दत्त शुक्ला की भी विशेष मौजूदगी में ग्रामीण जनों की समस्या के निराकरण का सिलसिला चल ही रहा था कि अचानक मामला बिगड़ और पहले विधायक नरेंद्र प्रजापति ने जवाब सवाल एसडीम प्रभा शंकर त्रिपाठी के बीच चर्चाओं का सिलसिला चला रहा किंतु श्री त्रिपाठी सही तरीके से टालमटोल करने लगे तब विधायक श्री प्रजापति ने अपना दायित्व जिला पंचायत सदस्य कृष्ण दत्त शुक्ला को सोप और कहा एसडीम सवालों का जवाब यही देना होगा इसी मामले में सुलझाने के बजाय उलझ गया यह मामला इस स्तर पर उलझा कि ऐसा लगा की पैर तले जमीन खिसक गईहो बात नहीं बनी जवाब सवाल पदाधिकारी और अधिकारी के बीच में एक दूसरे को इस हद तक उतर गए सारे मर्यादा तोड़कर नीचा दिखाने का खेल शिविर के अंदर चलता रहा है यह बात निश्चित तौर पर अपने-अपने स्थान पर चाहे वह जनप्रतिनित हो या फिर सरकार का कोई प्रतिनिधि सभी के लिए गाइडलाइन और मर्यादा बनी हुई है किंतुपदाधिकारी अधिकारियों के ऊपर इस कदर हावी हो जाते हैं कि जैसे यह मानते हैं कि भाजपा की सरकार है तो हमारे अधिकारी मेरी जी हुजूरी करेंगे किंतु ऐसा नहीं है प्रदेश में भाजपा की सरकार भले हैं अब भाजपा के सरकार होते हुए जिला पंचायत के सदस्य क्या विधायक कि नहीं चलती है थोड़ा बहुत अगर चलता है तो मंत्री की ही चल पाती है जिसका जीता जागता प्रमाण एक बार नहीं कई बार उजागर हुआ है अजंता बाली बात समझती है विधायक श्री प्रजापति आरक्षित कोटे से आरक्षित विधानसभा सीट है सामान्य सीट विधानसभा की होती तो कुछ और ही तजुर्बा होता आरक्षित हो जाना ही इस बात का प्रतीक करता है की आरक्षित विधानसभा क्षेत्र में अधिकारी अपना ही राज चलाएंगे विधायक और जनप्रतिनिधियों का कटाई चलने वाला नहीं है यह इसी का नतीजा है जो विधायक आया और जब विधायक से बात नहीं बनी तो बाहुबली समझने वाले जिला पंचायत के सदस्य को विधायक ने आगे करके जवाब सवाल करने को कहा आज जवाब सवाल जम के हुए किंतु एसडीम अपनी मर्यादा और सम्मान को कायम रखने में सफल रहे बरहाल कुछ भी हो जब विधानसभाक्षेत्र मंनगवा सामान्य थी यह परंपरागत सीट स्वर्गीय पंडित श्रीनिवास तिवारी की रही है इस विधानसभा से सात बार विधायक बनने का गौरव हासिल करने में कामयाब रहे वर्ष 2008 में विधानसभा सीट आरक्षित हो गई आरक्षित कोटे के विधायक है जरूर क्वालिफाइड इंजीनियर की डिग्री लिए हैं किंतु अधिकारी भाजपा के सरकार में इतना हावी हो गए हैं की विधायक के गाइडलानपोटो को भी नजर अंदाज करने में बिल्कुल हिचकिचाहट नहीं होती है जिसका नतीजा देखने और सुनने को मिल रहा है इसी के संबंध फेसबुक में जिला पंचायत सदस्य कृष्ण दत्त शुक्ला एवं एसडीम मंनगवा के बीच हुई तू तू मैं मैं के संबंध वीडियो वायरल हो रहा है जो क्षेत्र में आम चर्चा का विषय बना हुआ है