व्यवसाइयों को जीएसटी के सेक्शनों के तहत नोटिस भेजा जाना उचित नहीं
सिंगरौली टैक्स प्रैक्टिसनर पदाधिकारियों ने बैठक कर जीएसटी कमिश्नर के पास भेजा मेमोरेंडम

ऑपरेशन टाईम्स सिंगरौली।। जीएसटी अपने आप में ही काफी कठिन है। इसकी प्रक्रिया व्यवसायियों की समझ में अब तक नहीं आयी है। उसके बावजूद व्यवसायियों को जीएसटी के अलग-अलग क्लाज के तहत नोटिस भेजी जा रही हैं। यह काफी अशोभनीय है। सिंगरौली टैक्स प्रैक्टिसनर एसोसिएशन के पदाधिकारियों व सदस्यों ने एक बैठक स्थानीय होटल सत्या इंटरनेशनल में आयोजित कर चिंता जताई। बैठक में जीएसटी में वर्तमान समय में आ रही तमाम परेशानियों पर विस्तृत चर्चा की गई। इस समय जीएसटी अधिकारियों द्वारा जिले में रजिस्टर्ड तमाम कारोबारियों को विभिन्न सेक्शनों के अंतर्गत प्रचुर मात्रा में शोकॉज नोटिस जारी किए जा रहे हैं। बैठक में इन नोटिस के प्रावधानों पर उपस्थित चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एवं कर सलाहकार सदस्यों के द्वारा विस्तृत समीक्षा की गई। जीएसटी डिपार्टमेंट के द्वारा काफी संख्या में आईजीएसटी की आईटीसी रिवर्सल की नोटिस, कारोबारी को शोकॉज नोटिस के बजाय सीधे सम्मन जारी करना, केंद्रीय जीएसटी में पंजीकृत डीलरों को केंद्र व स्टेट के द्वारा नोटिस जारी करना आदि अनुचित कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही नये जीएसटी रजिस्ट्रेशन जारी करने में भी अधिकारियों द्वारा विलंब एवं अनावश्यक शोकॉज नोटिस जारी की जाती हैं। जिससे कि न सिर्फ कारोबारी बल्कि टैक्स प्रोफेशनल्स भी परेशान हैं। बैठक में सभी मुद्दों पर मेमोरेंडम बनाकर जीएसटी कमिश्नर को भेजने पर सहमति बनायी गयी। इस बैठक में एसोसिएशन के अध्यक्ष वंशमणि विश्वकर्मा, सचिव चेतन लोहिया, सह सचिव मनदीप जैन, उपाध्यक्ष मनोरमा शाहवाल, कोषाध्यक्ष पुनीत गुप्ता एवं संघ के सदस्य प्रतीक अग्रवाल, प्रकाश चतुर्वेदी, महेंद्र गुप्ता, राकेश द्विवेदी, पुरुषोत्तम गुप्ता, रवि बंसल आदि अन्य सदस्य मौजूद रहे।